San Francisco

Infosys का Q4 मुनाफा ₹7,033 करोड़, रेवेन्यू में 8% की बढ़ोतरी

🎧 Listen in Audio
0:00

Infosys का Q4 मुनाफा ₹7,033 करोड़ रहा, जो सालाना 12% कम है। रेवेन्यू 8% बढ़कर ₹40,925 करोड़ हुआ। कंपनी ने ₹22 डिविडेंड और स्थिर गाइडेंस दी।

Infosys Q4 Results: भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सर्विस फर्म इंफोसिस ने 17 अप्रैल को अपनी मार्च तिमाही (Q4) और पूरे वित्त वर्ष FY25 के लिए फाइनेंशियल रिजल्ट्स की घोषणा की। कंपनी के लिए यह तिमाही मिश्रित परिणाम लेकर आई है, जिसमें रेवेन्यू में इज़ाफा हुआ है, जबकि मुनाफे में गिरावट आई है।

मार्च तिमाही में मुनाफे में 12% की गिरावट

इंफोसिस के मुताबिक, मार्च तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 12% घटकर ₹7,033 करोड़ रहा। हालांकि, कंपनी का रेवेन्यू इस तिमाही में 7.9% बढ़कर ₹40,925 करोड़ तक पहुंच गया। यह वृद्धि ऑपरेशंस से आयी, लेकिन ग्राहकों के खर्च में कमी और ऑपरेशनल मार्जिन में चुनौतियों के चलते मुनाफा प्रभावित हुआ है।

इंफोसिस ने डिविडेंड का ऐलान 

इंफोसिस के बोर्ड ने ₹22 प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया है। 31 मार्च 2025 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए इस डिविडेंड की सिफारिश की गई है। डिविडेंड का रिकॉर्ड डेट 30 मई 2025 तय किया गया है, और इसका भुगतान 30 जून 2025 को किया जाएगा।

इंफोसिस के शेयरों में अस्थिरता

इंफोसिस के शेयर गुरुवार को बीएसई पर ₹1,404.85 पर खुले, लेकिन बाद में ₹1,378.60 तक गिर गए। हालांकि, दिन के अंत में ₹15.10 या 1.07% की बढ़त के साथ ₹1,428.10 पर बंद हुए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी टैरिफ और आईटी शेयरों में अस्थिरता के कारण 2025 में अब तक इंफोसिस के शेयरों में 25% की गिरावट आई है।

ऑपरेशंस में चुनौती, लेकिन गाइडेंस स्थिर

कंपनी ने अपने गाइडेंस को स्थिर रखा है, हालांकि ऑपरेशंस में कुछ चुनौतियां बनी हुई हैं। इंफोसिस के लिए अगली तिमाही के प्रदर्शन को लेकर उत्साह और चिंताएं दोनों बनी हुई हैं, जबकि वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा और ग्राहक खर्च की कमाई में उतार-चढ़ाव जारी है।

Leave a comment