इमरान हाशमी की मोस्ट अवेटेड फिल्म 'ग्राउंड जीरो' आखिरकार 26 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई, लेकिन रिलीज के पहले दिन ही फिल्म ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया। जहां एक ओर 'केसरी 2' और 'जाट' जैसी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अपनी मजबूत पकड़ बना रखी है।
Ground Zero Box Office Collection Day 1: इमरान हाशमी की वॉर ड्रामा फिल्म ‘ग्राउंड जीरो’ ने 26 अप्रैल को सिनेमाघरों में दस्तक दी, लेकिन फिल्म को न तो रिलीज से पहले खास बज मिला और न ही सिनेमाघरों में दर्शकों का जोरदार रिस्पॉन्स। ‘ग्राउंड जीरो’ को मिक्स्ड रिव्यू मिले हैं और वर्ड-ऑफ-माउथ भी कमजोर रहा, जिसकी वजह से फिल्म की ओपनिंग बेहद फीकी रही।
शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘ग्राउंड जीरो’ ने पहले दिन महज करीब 70 लाख से 90 लाख रुपये का कलेक्शन किया है। यह आंकड़ा इमरान हाशमी की पिछली फ्लॉप फिल्म ‘सेल्फी’ के पहले दिन के कलेक्शन से भी कम है। ऐसे में अब फिल्म के वीकेंड पर प्रदर्शन से ही इसकी भविष्य की उम्मीदें जुड़ी हैं।
पहले दिन का कलेक्शन रहा बेहद कमजोर
सैकनिल्क की शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, 'ग्राउंड जीरो' ने अपने पहले दिन केवल 1 करोड़ रुपये का कारोबार किया। यह आंकड़ा इमरान हाशमी के करियर के लिहाज से भी काफी निराशाजनक है। खासतौर पर जब तुलना उनकी पिछली असफल फिल्म 'सेल्फी' से की जाए, जिसने रिलीज के पहले दिन 2.55 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था। यानी 'ग्राउंड जीरो' अपनी पूर्ववर्ती फ्लॉप फिल्मों से भी पीछे रह गई है।
सनी देओल और अक्षय कुमार से जबरदस्त टक्कर
'ग्राउंड जीरो' को बॉक्स ऑफिस पर 'जाट' और 'केसरी 2' जैसी बड़ी फिल्मों से सीधी टक्कर मिल रही है। सनी देओल की 'जाट' और अक्षय कुमार की 'केसरी 2' पहले से ही दर्शकों के बीच लोकप्रियता हासिल कर चुकी हैं। इन फिल्मों के सामने 'ग्राउंड जीरो' को न सिर्फ स्क्रीन स्पेस कम मिला, बल्कि दर्शकों का ध्यान आकर्षित करना भी मुश्किल हो गया।
'ग्राउंड जीरो' एक वॉर ड्रामा है, जो बीएसएफ अधिकारी नरेंद्र नाथ धर दुबे के जीवन पर आधारित है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे उन्होंने 2003 में कुख्यात आतंकवादी गाजी बाबा (राणा ताहिर नदीम) के खिलाफ सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया। हालांकि, एक गंभीर और सशक्त कहानी होने के बावजूद, फिल्म का स्क्रीनप्ले और नैरेटिव दर्शकों को बांधने में असफल रहा। यही वजह है कि फिल्म को मिक्स्ड रिव्यूज मिले और वर्ड-ऑफ-माउथ भी बहुत पॉजिटिव नहीं बन सका।
डायरेक्शन और परफॉर्मेंस
तेजस प्रभा विजय देओस्कर द्वारा निर्देशित 'ग्राउंड जीरो' में इमरान हाशमी ने एक बीएसएफ अधिकारी की भूमिका निभाई है। फिल्म में उनके साथ साईं ताम्हणकर और ज़ोया हुसैन भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आ रही हैं। इमरान का प्रदर्शन जहां दमदार रहा, वहीं स्क्रिप्ट और निर्देशन की कमजोरियां फिल्म को ऊंचाई पर पहुंचाने में बाधा बनीं।
ट्रेड एनालिस्ट्स के अनुसार, 'ग्राउंड जीरो' का वीकेंड कलेक्शन भी बहुत बेहतर होने की उम्मीद नहीं है। कयास लगाए जा रहे हैं कि फिल्म वीकेंड तक कुल 5-6 करोड़ रुपये के बीच का कारोबार कर सकती है। अगर ऐसा होता है, तो 'ग्राउंड जीरो' इमरान हाशमी के करियर की एक और फ्लॉप फिल्म साबित हो सकती है।
क्यों नहीं चला जादू?
'ग्राउंड जीरो' के कमजोर प्रदर्शन के पीछे कई वजहें हैं - फिल्म का प्रचार प्रसार सीमित रहा, ट्रेलर ने भी खासा इम्पैक्ट नहीं छोड़ा, और प्रतिस्पर्धा बेहद तगड़ी थी। इसके अलावा, आज के दर्शक कंटेंट में नयापन और भावनात्मक गहराई की तलाश करते हैं, जो शायद 'ग्राउंड जीरो' में पूरी तरह से दिखाई नहीं दी। अब 'ग्राउंड जीरो' के लिए आगे की राह आसान नहीं है।
अगर फिल्म को अपने नुकसान की भरपाई करनी है, तो उसे माउथ-ऑफ-माउथ पब्लिसिटी पर निर्भर रहना पड़ेगा, जो फिलहाल कमजोर नजर आ रही है। साथ ही, डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज के बाद ही फिल्म को कुछ राहत मिल सकती है।