भाजपा ने मणिशंकर अय्यर की पहलगाम हमले पर टिप्पणी को लेकर कांग्रेस पर हमला किया, इसे निंदनीय टिप्पणियों का हिस्सा बताया। कांग्रेस से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
Pahalgam Attack: भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के बीच हमेशा तनाव रहता है, और इस बार भाजपा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर के बयान पर तीखा हमला किया है। मणिशंकर अय्यर ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एक समारोह में सवाल उठाया था कि क्या यह हमला विभाजन के अनसुलझे सवालों का नतीजा था। उनके इस बयान को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा और पाकिस्तान प्रेम का आरोप लगाया। भाजपा ने इसे निंदनीय और अपमानजनक टिप्पणियों की कड़ी में जोड़ते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी।
भाजपा ने कांग्रेस पर लगाया आरोप
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "कांग्रेस अभी भी आतंकवादी पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा कर रही है और पाकिस्तान के प्रति अपने प्रेम को छिपा नहीं पा रही है।" उन्होंने यह भी कहा कि अय्यर की टिप्पणियों से साबित होता है कि कांग्रेस आज भी आतंकवादियों को दोषी ठहराने से इनकार कर रही है, जैसा कि पहले कांग्रेस नेता रॉबर्ट वाड्रा और सिद्धारमैया ने कहा था।
कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई
भाजपा के आरोपों के बाद कांग्रेस की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। मणिशंकर अय्यर के बयान पर भाजपा ने उनका विरोध करते हुए इसे आतंकवादियों और पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति दिखाने जैसा बताया। भाजपा ने इस बयान को कांग्रेस की राजनीतिक धारणा का हिस्सा बताया और कहा कि पार्टी अभी भी आतंकवादियों के प्रति नरमी दिखा रही है।
प्रदीप भंडारी ने की लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिवार से मुलाकात
इस बीच, भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने शुक्रवार को हरियाणा का दौरा किया और पहलगाम हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिवार से मुलाकात की। भंडारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि पाकिस्तान को इस हमले के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा, "हम शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिवार के दर्द को कम नहीं कर सकते, लेकिन पाकिस्तान को इसका जवाब देना होगा।"
क्या है मणिशंकर अय्यर का बयान?
मणिशंकर अय्यर ने शनिवार को एक पुस्तक विमोचन समारोह में कहा था, "क्या हम विभाजन के अनसुलझे सवालों के परिणामों को आज तक भुगत रहे हैं?" उन्होंने इस संदर्भ में पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए सवाल उठाया कि क्या यह घटना उसी विभाजन के परिणामस्वरूप थी।