दाऊदी बोहरा समुदाय ने पीएम मोदी से मुलाकात कर वक्फ संशोधन कानून का स्वागत किया। पीएम मोदी ने कहा, यह कानून रातोंरात नहीं आया, इसे लाने में पांच साल की मेहनत और तैयारी लगी है।
Waqf Amendment Act: गुरुवार को दाऊदी बोहरा (Daudi Bohra) समुदाय के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात में समुदाय ने हाल ही में संसद में पास हुए Waqf Amendment Act का स्वागत किया और इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया। समुदाय के सदस्यों ने कहा कि यह कानून मुस्लिम समाज के अंदर भी उन लोगों को न्याय दिलाएगा जो अब तक अनदेखे रहे हैं।
5 साल की मेहनत है इसमें': PM Modi
PM मोदी ने बातचीत में कहा, “Waqf कोई अचानक लाया गया कानून नहीं है। इस पर हमने पिछले पांच सालों तक गहराई से काम किया। विशेष रूप से मुस्लिम महिलाओं की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए यह Act तैयार किया गया।” उन्होंने बताया कि 2019 के बाद से 1700 से ज़्यादा शिकायतें सामने आईं, जिनमें अधिकतर शिकायतें मुस्लिम विधवा महिलाओं की थीं, जिन्हें संपत्तियों को जबरन वक्फ में बदलने की वजह से नुकसान झेलना पड़ा।
‘Bohra और Shia समुदाय को खास सुरक्षा की ज़रूरत’: प्रधानमंत्री
PM Modi ने आगे कहा, “Bohra समाज और Shia मुस्लिम समुदाय लंबे समय से परेशान रहे हैं। इन समुदायों को विशेष सुरक्षा और न्याय की जरूरत थी। इसलिए हमने सोच-समझकर इस कानून को develop किया है।”
सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन से ली गई सलाह
प्रधानमंत्री मोदी ने खुलासा किया कि वक्फ संशोधन विधेयक (Waqf Bill) पर काम शुरू करने से पहले उन्होंने Bohra समुदाय के धार्मिक गुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन से सलाह ली थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने सैयदना साहब के साथ मिलकर लगभग 3 साल तक मसौदे और कानूनी सलाह पर काम किया।
'सबका साथ, सबका विकास' में समुदाय का भरोसा
बैठक में मौजूद अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री Kiren Rijiju ने भी इस कदम को मजबूत करने की बात कही। बोहरा प्रतिनिधिमंडल ने पीएम मोदी की “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास” की सोच पर पूरा भरोसा जताया और कहा कि नए वक्फ कानून से अल्पसंख्यकों के भीतर के अल्पसंख्यकों को भी न्याय मिलेगा।
PM Modi ने X पर साझा किया Meeting Moment
बैठक के बाद PM Modi ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा – “Daudi Bohra community के साथ शानदार बातचीत हुई। कई जरूरी मुद्दों पर चर्चा हुई, जो समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाएंगे।”
1923 से चल रही थी वक्फ नियमों से छूट की मांग
बोहरा समुदाय के एक सदस्य ने बातचीत के दौरान बताया कि वे 1923 से ही वक्फ नियमों में सुधार की मांग कर रहे थे। उन्होंने नए कानून के जरिए पीएम मोदी द्वारा अल्पसंख्यकों के भीतर अल्पसंख्यकों की चिंता करने और उन्हें न्याय देने के प्रयासों की सराहना की।