दुनिया के सबसे सफल स्पिन गेंदबाज़ माने जाने वाले मुथैया मुरलीधरन आज (17 अप्रैल) अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं। गेंदबाज़ी की दुनिया में उन्होंने जो मुकाम हासिल किया है, वो किसी भी गेंदबाज़ के लिए सपना हो सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रिकॉर्ड्स के अलावा मुरलीधरन संपत्ति के मामले में भी बेहद समृद्ध हैं? उनकी कुल संपत्ति करोड़ों में आंकी गई है, जो उन्हें खेल जगत के सबसे अमीर पूर्व क्रिकेटर्स की लिस्ट में भी लाकर खड़ा कर देती है।
क्रिकेट का बादशाह: 2235 विकेट का इतिहास
मुरलीधरन के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 800, वनडे में 534 और टी20 में 13 विकेट चटकाए — यानी कुल 1347 अंतरराष्ट्रीय विकेट। अगर घरेलू और लीग क्रिकेट को भी शामिल कर लें तो उनके कुल विकेट 2235 हो जाते हैं, जो कि किसी भी गेंदबाज़ के लिए अब तक का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। उन्होंने 849 पेशेवर मुकाबलों में ये कारनामा किया है।
मुथैया मुरलीधरन की नेट वर्थ: 9 मिलियन डॉलर
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी मुरलीधरन की कमाई जारी रही है। 2025 तक उनकी कुल संपत्ति लगभग $9 मिलियन (लगभग ₹75 करोड़) आंकी गई है। उन्होंने यह संपत्ति कई स्रोतों से अर्जित की:
• आईपीएल अनुबंधों से (2008-2014) लगभग ₹15.5 करोड़ की कमाई
• कोचिंग और मेंटरशिप, विशेष रूप से सनराइजर्स हैदराबाद के साथ
• ब्रांड एंडोर्समेंट: लाफार्ज, इंडियन ऑयल, केएफसी, पीटर इंग्लैंड और रॉयल स्टैग जैसे बड़े ब्रांड्स
• निजी व्यापार और निवेश
• श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड और बीसीसीआई से वेतन और पुरस्कार
सम्मान और पहचान
• आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में जगह
• विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड का खिताब दो बार
• श्रीलंकाई संसद द्वारा विशेष सम्मान
उनके जीवन पर आधारित बायोपिक 800 भी बनाई जा चुकी है, जिसने उनके संघर्ष और उपलब्धियों को नई पीढ़ी तक पहुंचाया।
भारतीय मूल और पारिवारिक जीवन
मुरलीधरन का जन्म 17 अप्रैल 1972 को श्रीलंका के कैंडी शहर में हुआ था। उनके पूर्वज भारत के तमिलनाडु राज्य से थे। उन्होंने 2005 में मधिमलार राममूर्ति से विवाह किया, जो तमिलनाडु की ही निवासी हैं। यह पारिवारिक जड़ें भारत और श्रीलंका के बीच की सांस्कृतिक कड़ी को भी दर्शाती हैं। मुथैया मुरलीधरन का सफर क्रिकेट के मैदान से करोड़ों की संपत्ति तक बेहद प्रेरणादायक रहा है। न केवल उन्होंने श्रीलंका के लिए ऐतिहासिक प्रदर्शन किया, बल्कि एक सफल ब्रांड एंबेसडर, कोच और उद्यमी के रूप में भी खुद को स्थापित किया। क्रिकेट इतिहास में उनका नाम सचिन तेंदुलकर की तरह अमर हो चुका है — एक बल्लेबाज का सम्राट और एक गेंदबाज़ का जादूगर।