8 घंटा पहलेबॉलीवुड के दिग्गज धर्मेंद्र ICU में भर्ती, बेटियों को अमेरिका से बुलाया
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बॉलीवुड के शहंशाह कहे जाने वाले अभिनेता धर्मेंद्र (Dharmendra) की तबियत इस समय नाजुक बताई जा रही है। उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और फिलहाल उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।
एंटरटेनमेंट न्यूज़: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र की सेहत एक बार फिर चिंता का विषय बन गई है। उन्हें हाल ही में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने के बाद अस्पताल लाया गया था, और अब उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।
भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टरों की टीम लगातार एक्टर पर नजर रखे हुए है और उनकी हालत पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। फिलहाल अस्पताल या परिवार की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
धर्मेंद्र की कैसी है हालत?
धर्मेंद्र की सेहत को लेकर शुरुआती रिपोर्ट्स में कहा गया था कि उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही थी, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब उनकी स्थिति और गंभीर हो गई है, इसलिए डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा। रिपोर्ट्स के अनुसार, अस्पताल की डॉक्टरों की टीम लगातार धर्मेंद्र की निगरानी कर रही है। हालांकि, अभी तक अस्पताल या परिवार की ओर से कोई ऑफिशियल बयान जारी नहीं किया गया है।
उनकी हालत को देखते हुए परिवार ने उनकी बेटियों को अमेरिका से बुलाया है, ताकि वे अस्पताल में उनके पास मौजूद रह सकें। धर्मेंद्र को 31 अक्टूबर 2025 को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय उनकी हालत के बारे में जानकारी देते हुए अस्पताल के स्टाफ ने कहा था कि "अभी कोई चिंता की बात नहीं है। उनकी हालत स्थिर है। हार्टबीट 70 है, ब्लड प्रेशर 140/80 है और पैरामीटर सामान्य हैं।
धर्मेंद्र पिछले कुछ वर्षों से स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। अप्रैल 2025 में उन्होंने मोतियाबिंद (Cataract) की सर्जरी करवाई थी और स्वस्थ होकर वापस लौटे थे। धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को हुआ था, और दिसंबर में वह अपना 90वां जन्मदिन मनाएंगे। उम्र के बावजूद वह व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में सक्रिय हैं और फिल्मों में काम जारी रखते हैं।
16 घंटा पहलेक्या मेहुल चौकसी की संपत्ति अब होगी नीलाम? PMLA कोर्ट ने दी हरी झंडी
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मुंबई PMLA कोर्ट ने मेहुल चौकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स से जुड़ी 46 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों और चांदी की ईंटों की नीलामी की मंजूरी दी। राशि मनी लॉन्ड्रिंग जांच पूरी होने तक फिक्स्ड डिपॉजिट में सुरक्षित रहेगी।
PNB Scam: मुंबई के पीएमएलए कोर्ट ने पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले से जुड़े भगोड़े कारोबारी मेहुल चौकसी की संपत्तियों की नीलामी को मंजूरी दे दी है। अदालत ने मेहुल चौकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड से जुड़ी लगभग 46 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति और चांदी की ईंटों की नीलामी करने की अनुमति दी है। यह कदम PNB घोटाले में हुई धनराशि की वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों को आगे बढ़ाने के लिए उठाया गया है।
नीलामी के लिए कौन-कौन सी संपत्तियां शामिल
नीलामी में मेहुल चौकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स की कुल 13 असुरक्षित संपत्तियां शामिल होंगी। इनमें मुंबई के बोरीवली में चार आवासीय फ्लैट, बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में भारत डायमंड बोर्स में कार्यालय परिसर, गोरेगांव पूर्व के विरवानी औद्योगिक एस्टेट में चार औद्योगिक इकाइयां, और जयपुर विशेष आर्थिक क्षेत्र में चांदी की ईंटें, अर्ध-कीमती पत्थर और आभूषण बनाने वाली मशीनें शामिल हैं।
परिसमापक को दी गई अनुमति
अदालत ने इस नीलामी के लिए गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के परिसमापक शांतनु रे को अधिकार दिए हैं। शांतनु रे ने अदालत से अनुमति मांगी थी कि वे कुर्क की गई असुरक्षित संपत्तियों का मूल्यांकन और बिक्री कर सकें। अदालत ने निर्देश दिया है कि नीलामी से प्राप्त राशि को धन शोधन मामले के समाप्त होने तक फिक्स डिपॉजिट (FD) के रूप में अदालत के नाम पर रखा जाएगा।
PMLA कोर्ट का आदेश
विशेष न्यायाधीश एवी गुजराती ने 4 नवंबर के आदेश में स्पष्ट किया कि केवल असुरक्षित संपत्तियों की ही नीलामी की जा सकती है, जिन पर सुरक्षित लेनदारों का दावा नहीं है। अदालत ने यह भी कहा कि ईडी (Enforcement Directorate) द्वारा संपत्तियों की कुर्की बरकरार रहेगी और आय का स्वामित्व और जब्ती मुकदमे के बाद ही तय की जाएगी। आदेश में कहा गया, "खर्चों में कटौती के बाद बिक्री से प्राप्त राशि को इस न्यायालय के नाम ICICI बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में जमा किया जाएगा।" यह धनराशि PMLA की धारा 8(7) और 8(8) के तहत न्यायिक हिरासत में रहेगी।
क्या है PNB घोटाला
गीतांजलि जेम्स लिमिटेड PNB धोखाधड़ी मामले में केंद्रीय संस्थाओं में से एक है। इस मामले में कुल 23,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी सामने आई थी, जिसमें मेहुल चौकसी को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया गया। इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) कर रहा है और कोर्ट के आदेश से अब कुछ संपत्तियों का मुद्रीकरण संभव होगा।
एफडी के रूप में रखा जाएगा पैसा
नीलामी से जो राशि प्राप्त होगी, उसे मामले के अंत तक सुरक्षित रखने के लिए अदालत ने फिक्स डिपॉजिट के रूप में जमा करने का आदेश दिया है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि मनी लॉन्ड्रिंग की जांच पूरी होने तक प्राप्त धन का उपयोग किसी अन्य स्थान पर न हो। यह कदम न्यायिक प्रक्रिया की पारदर्शिता और वित्तीय नियंत्रण बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
1 दिन पहलेElon Musk का नया ऐलान! फोटो को वीडियो में बदलना हुआ आसान, जानें कैसे
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Elon Musk ने xAI के Grok में नया फीचर पेश किया, जिससे कोई भी फोटो लॉन्ग प्रेस करके आसानी से वीडियो में कन्वर्ट कर सकता है। यह सुविधा फ्री उपलब्ध है और क्रिएटिव कंटेंट बनाने वाले यूजर्स के लिए बेहद उपयोगी है।
Tech News: दुनिया के सबसे अमीर शख्स Elon Musk ने हाल ही में एक ऐसा अपडेट शेयर किया है जिसने सोशल मीडिया पर तेजी से ध्यान खींचा। Elon Musk ने अपने पोस्ट में बताया कि अब सिर्फ फोटो पर लॉन्ग प्रेस करने की मदद से उसे सीधे वीडियो में कन्वर्ट किया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने एक छोटा वीडियो क्लिप भी शेयर किया, जो इस नई तकनीक की शक्ति को दिखाता है। यह सुविधा उनकी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कंपनी xAI के प्रोडक्ट Grok का हिस्सा है।
फोटो से वीडियो बनाना अब आसान
Elon Musk के अनुसार, अब किसी भी फोटो को वीडियो में बदलना बेहद आसान हो गया है। बस फोटो पर लॉन्ग प्रेस करें और प्रोसेस पूरा हो जाएगा। Musk ने अपनी पोस्ट में लिखा कि इसके बाद आप वीडियो को अपनी पसंद के हिसाब से कस्टमाइज कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि उनका खुद का प्रॉम्प्ट था कि एक कपल को मपेट्स में कंवर्ट कर दें। यह तरीका क्रिएटिविटी को बढ़ाने और मनोरंजन के नए तरीके पेश करने के लिए बहुत उपयोगी है।
छोटा वीडियो क्लिप भी शेयर किया
Elon Musk ने अपने पोस्ट में एक छोटा वीडियो क्लिप भी साझा किया। इस वीडियो को xAI की Grok तकनीक का उपयोग करके बनाया गया है। वीडियो में फोटो को एनिमेशन में बदलने की क्षमता दिखाई गई है। यह नई सुविधा यूजर्स को अपने इमेजेज को वीडियो में बदलने, एनिमेशन जोड़ने और नए क्रिएटिव कंटेंट बनाने की अनुमति देती है।
Grok की नई फीचर घोषणा
Elon Musk ने Grok के एक्सपेंडिंग क्रिएटिव टूलकिट के हिस्से के रूप में इस नई सुविधा की घोषणा की। इस टूलकिट में राइटिंग, इमेज जनरेशन और रियल-टाइम डेटा एक्सेस जैसी कई सुविधाएँ शामिल हैं। अब यूजर्स अपनी फोटो को वीडियो में बदल सकते हैं और उसे अपनी पसंद के अनुसार कस्टमाइज कर सकते हैं। Musk के पोस्ट के बाद यूजर्स तेजी से इमेज टू वीडियो जनरेशन टूल्स का इस्तेमाल करना शुरू कर चुके हैं।
Grok 4 अब फ्री
Elon Musk की कंपनी xAI ने Grok 4 को दुनियाभर के यूजर्स के लिए मुफ्त में उपलब्ध कर दिया है। यह AI चैटबोट X प्लेटफॉर्म और अलग ऐप के माध्यम से इस्तेमाल किया जा सकता है। Grok 4 iOS और Android दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है और इसे भारत में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। Grok 4 के मुफ्त ऐलान ने तकनीकी दुनिया में उत्सुकता बढ़ा दी है और यूजर्स इस सुविधा का लाभ उठाकर अपने क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स को विकसित कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
Elon Musk का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। कई यूजर्स ने अपनी खुद की फोटो और वीडियो बनाने के अनुभव साझा किए। लोगों ने Grok की इस सुविधा की तारीफ की और इसे क्रिएटिव कंटेंट बनाने के लिए एक नया टूल बताया। यह नई सुविधा सोशल मीडिया क्रिएटर्स और डिजिटल आर्टिस्ट्स के लिए काफी उपयोगी साबित हो रही है।
AI और क्रिएटिविटी का संगम
Elon Musk के इस नए फीचर से यह स्पष्ट हो गया है कि AI अब सिर्फ टेक्नोलॉजी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह क्रिएटिविटी और मनोरंजन के क्षेत्र में भी नए अवसर खोल रहा है। Grok 4 की मदद से फोटो से वीडियो बनाना, एनिमेशन जोड़ना और इमेज को कस्टमाइज करना अब बहुत आसान हो गया है।
यूजर्स के लिए टिप्स
यूजर्स को बस फोटो पर लॉन्ग प्रेस करना है, उसके बाद प्रोम्प्ट के जरिए वीडियो को कस्टमाइज किया जा सकता है। इसमें आप किसी भी थीम, एनिमेशन या क्रिएटिव आइडिया को लागू कर सकते हैं। Elon Musk ने भी अपने उदाहरण में बताया कि उन्होंने कपल को मपेट्स में बदलने का प्रॉम्प्ट इस्तेमाल किया।
1 दिन पहलेउत्तराखंड की रजत जयंती पर PM मोदी का दौरा, 8,000 करोड़ के विकास प्रस्ताव को दी मंजूरी
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उत्तराखंड की 25वीं रजत जयंती पर पीएम मोदी देहरादून पहुंचे। उन्होंने राज्य के विकास के लिए 8,000 करोड़ रुपये की सौगात दी, बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी और आत्मनिर्भर भारत व वोकल फॉर लोकल के महत्व पर जोर दिया।
Uttarakhand: उत्तराखंड की स्थापना की 25वीं वर्षगांठ यानी रजत जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देहरादून पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने राज्य के विकास और प्रगति के लिए 8 हजार करोड़ रुपये से अधिक की सौगात दी। प्रधानमंत्री मोदी ने रजत जयंती समारोह में हिस्सा लिया और उत्तराखंड के आंदोलन में अपनी जान गंवाने वाले बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने उत्तराखंड की स्थापना दिवस की सभी नागरिकों को बधाई दी और राज्य के विकास में आए सुधारों पर प्रकाश डाला।
आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश ने आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लिया है और इसका रास्ता वोकल फॉर लोकल से तय होगा। उत्तराखंड हमेशा इस विजन को जीता आया है। उन्होंने बताया कि राज्य में स्थानीय उत्पादों का महत्व और उनके उपयोग की परंपरा गहरी है। पीएम मोदी ने कहा कि स्थानीय उत्पादों को अपनाना और उन्हें जीवन का हिस्सा बनाना उत्तराखंड की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है।
उत्तराखंड की आध्यात्मिक शक्ति
पीएम मोदी ने उत्तराखंड की आध्यात्मिक शक्ति पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड अगर ठान ले तो आने वाले कुछ सालों में खुद को Spiritual Capital of the World के रूप में स्थापित कर सकता है। मंदिर, आश्रम और योग सेंटरों को ग्लोबल सेंटर से जोड़कर उत्तराखंड को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई जा सकती है। पीएम मोदी के अनुसार देवभूमि उत्तराखंड भारत के आध्यात्मिक जीवन की धड़कन है। गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ, जागेश्वर और आदि कैलाश जैसे तीर्थ राज्य की आस्था और विश्वास का प्रतीक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर साल लाखों श्रद्धालु उत्तराखंड के पवित्र धामों की यात्रा पर आते हैं। उनकी यह यात्रा न केवल भक्ति का मार्ग खोलती है, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था में भी नई ऊर्जा भरती है। पीएम मोदी ने बताया कि पिछले 25 सालों में राज्य में पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व सुधार हुआ है।
शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 25 वर्षों में इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या दस गुना से अधिक बढ़ गई है। पहले केवल एक मेडिकल कॉलेज था, जबकि आज उत्तराखंड में 10 मेडिकल कॉलेज हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में यह सुधार राज्य की युवा पीढ़ी के लिए नए अवसर लाए हैं।
आर्थिक विकास की तस्वीर
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि 25 साल पहले उत्तराखंड का बजट केवल 4 हजार करोड़ रुपये था, जो आज बढ़कर 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर चुका है। राज्य में बिजली उत्पादन चार गुना बढ़ा है। सड़कों की लंबाई दोगुनी हो चुकी है। पहले यहां हर छह महीने में लगभग 4 हजार यात्री हवाई जहाज से आते थे, जबकि अब एक दिन में 4,000 से ज्यादा यात्री हवाई यात्रा का उपयोग कर रहे हैं।
डबल इंजन की सरकार
पीएम मोदी ने कहा कि आज उत्तराखंड 25 साल पूरा कर रहा है और यह राज्य के उत्कर्ष का कालखंड है। 25 साल पहले चुनौतियां कम नहीं थीं। संसाधन सीमित थे, बजट छोटा था और आय के स्रोत कम थे। ज्यादातर जरूरतें केंद्र की सहायता से पूरी होती थीं। आज तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार उत्तराखंड के सामर्थ्य को नई ऊंचाई पर ले जा रही है।
बलिदानियों को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तराखंड के गठन के दौरान अपने प्राण न्यौछावर करने वाले बलिदानियों को श्रद्धांजलि देना हमारा फर्ज है। उन्होंने उन सभी आंदोलनकारियों का वंदन और अभिनंदन किया, जिन्होंने राज्य के लिए संघर्ष किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन गर्व और खुशी का है। उत्तराखंड की जनता ने जो सपना देखा, वह अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में पूरा हुआ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का संदेश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "उत्तराखंड के गठन की सिल्वर जुबली समारोह पर मैं सभी को बधाई देता हूं। मैं ईश्वर से पीएम मोदी के अच्छे स्वास्थ्य और देश की प्रगति की कामना करता हूं।" उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के विकास में पीएम मोदी की पहल अहम भूमिका निभा रही है।
1 दिन पहलेसंसद के शीतकालीन सत्र की अवधि पर विवाद तेज, विपक्ष ने सरकार पर बहस से बचने का लगाया आरोप
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संसद का शीतकालीन सत्र 1 से 19 दिसंबर तक निर्धारित है। विपक्ष का कहना है कि छोटी अवधि होने से महंगाई, बेरोज़गारी और किसानों की समस्याओं जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर पर्याप्त चर्चा नहीं हो पाएगी। सरकार ने आरोपों को राजनीतिक बताया।
New Delhi: संसद का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से 19 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। इसकी घोषणा संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने की। इस अवधि में लोकसभा और राज्यसभा में कई विधेयकों, राष्ट्रीय नीतियों और देश से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। हालांकि सत्र के शुरू होने से पहले ही इसकी अवधि को लेकर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है। विपक्ष का कहना है कि सत्र की अवधि बहुत कम रखी गई है, जिससे जनता से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन चर्चा संभव नहीं होगी।
विपक्ष की नाराजगी
शीतकालीन सत्र के ऐलान के तुरंत बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हर साल शीतकालीन सत्र आमतौर पर नवंबर के तीसरे सप्ताह से शुरू होता है और करीब तीन से चार सप्ताह तक चलता है। लेकिन इस बार 1 दिसंबर से शुरू होने वाला यह सत्र केवल 15 बैठकों तक सीमित है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर सत्र को छोटा कर रही है ताकि असल मुद्दों पर बहस न हो सके।
क्या बहस के लिए विषय नहीं
जयराम रमेश ने सरकार से पूछा कि क्या आज देश में बहस के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि देश आर्थिक चुनौतियों, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं और पर्यावरण प्रदूषण जैसी गंभीर समस्याओं का सामना कर रहा है। इन विषयों पर चर्चा होना बेहद आवश्यक है। लेकिन सत्र छोटा होने से संसद इन मुद्दों पर गंभीर चर्चा नहीं कर पाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह पहली बार नहीं है जब चुनाव से पहले सत्र छोटा किया गया हो।
सरकार पर लगे आरोप
कांग्रेस का कहना है कि सरकार संसद को केवल औपचारिकता के तौर पर चला रही है, बहस और संवाद की भावना कमजोर होती जा रही है। विपक्ष ने यह आरोप भी लगाया है कि सरकार अक्सर महत्वपूर्ण विधेयकों को बिना चर्चा पारित करवा देती है। इससे लोकतंत्र कमजोर होता है, क्योंकि संसद का असली उद्देश्य नीतियों पर विचार-विमर्श करना और जनता की आवाज को संसद में प्रस्तुत करना है।
सरकार की प्रतिक्रिया
कांग्रेस के सवालों पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल राजनीति कर रहा है और संसद की गतिविधियों को बाधित करने की कोशिश करता है। रिजिजू ने कहा कि सत्र की अवधि सरकार की कार्य आवश्यकताओं और संसदीय कार्यक्रमों के अनुसार तय की जाती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को संसद की बहसों में भाग लेना चाहिए, न कि बाधा उत्पन्न करनी चाहिए। उनका कहना था कि सरकार रचनात्मक और सार्थक चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है।
संसद में गतिरोध का इतिहास
पिछले कुछ वर्षों में संसद में गतिरोध की स्थिति बढ़ती देखी गई है। कई बार पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ जाता है। विपक्ष आरोप लगाता है कि सरकार सुनने के लिए तैयार नहीं होती, वहीं सरकार कहती है कि विपक्ष संसद को चलने नहीं देता। इस विवाद का नुकसान सीधे जनता को होता है, क्योंकि जनता के मुद्दे अनसुलझे रह जाते हैं और जरूरी विधेयक लंबित रहते हैं।
1 दिन पहलेपाकिस्तान में बड़ा संवैधानिक बदलाव, आसिम मुनीर बनेंगे Chief of Defense Forces
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पाकिस्तान में सरकार ने संविधान संशोधन के जरिए Chief of Defense Forces का नया पद बनाने का प्रस्ताव रखा है। यह पद जनरल आसिम मुनीर के पास होगा, जिससे तीनों सेनाओं को एकीकृत कमान के तहत संचालित किया जाएगा।
Pakistan: पाकिस्तान की राजनीति और सैन्य ढांचे में एक बड़ा बदलाव किया गया है। सरकार ने संविधान में संशोधन के लिए एक महत्वपूर्ण बिल पेश किया है, जिसके तहत देश में रक्षा बलों के प्रमुख (Chief of Defense Forces) का एक नया पद बनाया जाएगा। यह पद पाकिस्तानी सेना के मौजूदा आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर को सौंपा जाएगा। इस बदलाव को रातोंरात तेज़ी से आगे बढ़ाया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार और सेना इस निर्णय को लेकर पूरी तरह सहमत और तैयार हैं।
संविधान के अनुच्छेद 243 में संशोधन
पाकिस्तान सरकार ने संसद में 27वां संशोधन बिल पेश किया है। इस बिल के तहत संविधान के अनुच्छेद 243 में बदलाव किया जाएगा। इसी अनुच्छेद के अंतर्गत रक्षा बलों की कमान और नियुक्ति से जुड़े नियम निर्धारित होते हैं। प्रस्तावित संशोधन के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सिफारिश पर आसिम मुनीर को इस नए पद पर नियुक्त करेंगे।
सरकार का तर्क है कि पाकिस्तान में तीनों सेनाओं, यानी थल सेना (Army), वायु सेना (Air Force) और नौसेना (Navy) के बीच बेहतर सामंजस्य और समन्वय की आवश्यकता है। एक सिंगल कमांड सिस्टम के जरिए रक्षा नीतियों और संचालन को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।
नया पद क्यों बनाया गया
सरकार के अनुसार तीनों सेनाओं के बीच संयुक्त संचालन में कई बार निर्णय लेने में समय लगता है। अलग-अलग सैन्य विभागों के अपने-अपने प्रमुख होने से रणनीतिक स्तर पर एकरूपता कम हो जाती है। इसलिए Chief of Defense Forces का पद वह उच्च स्तर का सैन्य नेतृत्व प्रदान करेगा, जिसके अंतर्गत तीनों बल एक कमान के तहत कार्य करेंगे।
कई देशों में यह मॉडल पहले से लागू है। उदाहरण के तौर पर भारत में CDS (Chief of Defense Staff) का पद इसी सिद्धांत पर काम करता है। पाकिस्तान अब इसी व्यवस्था की तरफ बढ़ रहा है।
चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज क्या होता है
Chief of Defense Forces सेना का सर्वोच्च सैन्य अधिकारी माना जाता है। यह पद सामान्यतः आर्मी चीफ को दिया जाता है, क्योंकि पाकिस्तान में आर्मी का प्रभाव और शक्ति पारंपरिक रूप से बाकी सेनाओं से अधिक है।
इस पद पर बैठे अधिकारी की जिम्मेदारियां होंगी।
- तीनों सेनाओं के बीच संयुक्त रणनीति तैयार करना
- युद्धकाल या सैन्य संकट में एकीकृत निर्णय लेने की क्षमता
- राष्ट्रीय सुरक्षा नीतियों पर सरकार को सलाह देना
- सामरिक और रणनीतिक अभियानों की निगरानी करना
राष्ट्रपति इस पद पर नियुक्ति जरूर करते हैं, लेकिन इसके पीछे वास्तविक निर्णय प्रधानमंत्री और सेना की सहमति पर आधारित होता है।
ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव
पाकिस्तान में इस बदलाव को हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर से भी जोड़कर देखा जा रहा है। पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि चार दिनों तक चले इस सैन्य संघर्ष में पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा। भारत की ओर से किए गए जवाबी हमलों में पाकिस्तान के कई लड़ाकू विमान, जिनमें F-16 भी शामिल थे, नष्ट हो गए।
1 दिन पहलेPM Modi Dehradun Visit: देहरादून में कड़ी सुरक्षा, पीएम मोदी के कार्यक्रम से पहले पुलिस हाई अलर्ट
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देहरादून में रजत जयंती समारोह के लिए प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को देखते हुए FRI परिसर में सुरक्षा व्यवस्थाएं कड़ी कर दी गई हैं। बैग और छाता लाने पर रोक लगाई गई है। पुलिस ने दो चरणों में जांच की व्यवस्था की है।
PM Modi Dehradun Visit: देहरादून यात्रा को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यह कार्यक्रम वन अनुसंधान संस्थान (FRI) परिसर में आयोजित होगा। प्रधानमंत्री के स्वागत, सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग पहुंचेंगे, जिसके लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
सुरक्षा इंतजाम कड़े
कार्यक्रम स्थल पर किसी भी प्रकार की सुरक्षा चूक न हो, इसके लिए पुलिस, एसपीजी और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मिलकर कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं। हर आने-जाने वाले व्यक्ति की सघन तलाशी होगी। सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि पूरे स्थल को हाई-सिक्योरिटी जोन में बदल दिया गया है।
कार्यक्रम स्थल पर बैग, झोला, पानी की बोतल, लाइटर, ज्वलनशील पदार्थ, छाता और किसी भी तरह की संदिग्ध वस्तु ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। यह निर्णय सुरक्षा कारणों से लिया गया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि ऐसे सामान लाने वाले किसी भी व्यक्ति को कार्यक्रम स्थल में प्रवेश नहीं मिलेगा।
बैग और छाता ले जाने पर रोक
पुलिस की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार कार्यक्रम में शामिल होने वाले किसी भी व्यक्ति को अपने साथ बैग या छाता लाने की अनुमति नहीं होगी। यह रोक इसलिए लगाई गई है क्योंकि ऐसे सामानों में किसी भी तरह की अवांछित वस्तु छिपाई जा सकती है। इसलिए प्रशासन ने जनता से आग्रह किया है कि वे कार्यक्रम स्थल पर केवल आवश्यक वस्तुएं ही ले जाएं और सुरक्षा में सहयोग करें।
पुलिस की अपील
पुलिस विभाग ने आम जनता से यह अपील की है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें और कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान संयम बनाए रखें। किसी भी प्रकार की प्रतिबंधित वस्तु कार्यक्रम स्थल के अंदर लाने का प्रयास न करें। यदि किसी व्यक्ति के पास ऐसी वस्तु मिली, तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
दो चरणों में तलाशी प्रक्रिया
कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए दो मुख्य गेट निर्धारित किए गए हैं। दोनों गेटों पर सुरक्षा जांच की अलग-अलग व्यवस्था होगी। पहले चरण में प्रारंभिक जांच की जाएगी और दूसरे चरण में मेटल डिटेक्टर के माध्यम से गहन तलाशी की जाएगी। इसका उद्देश्य है कि किसी भी तरह की संदिग्ध वस्तु या गतिविधि को पूरी तरह रोका जा सके।
सुबह चार बजे से पुलिस सतर्क
कार्यक्रम के दिन पुलिस सुबह चार बजे से ही ड्यूटी पर सक्रिय हो जाएगी। यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा क्योंकि गढ़वाल, रुड़की, हरिद्वार और विकासनगर समेत कई जगहों से बसों के माध्यम से लोग पहुंचेंगे। इसमें भीड़ अधिक होने की संभावना है। यातायात पुलिस ने रूट प्लान के लिए पहले से ही कई स्थानों पर दिशानिर्देश और संकेतक लगा दिए हैं।
इसके अलावा FRI और IMA के आस-पास तैनात पुलिसकर्मियों को कार्यक्रम शुरू होने से तीन घंटे पहले ही अपनी पोस्ट पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है।
प्रधानमंत्री का पूरा कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुबह 11:05 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से वायुसेना के विशेष हेलीकॉप्टर द्वारा 11:30 पर इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA) लाए जाएंगे। IMA से वे सड़क मार्ग के जरिए 11:45 बजे FRI कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगे।
कार्यक्रम के दौरान वे संबोधन देंगे और उद्योग विभाग द्वारा लगाई गई विभिन्न प्रदर्शनी को देखने के बाद 1:30 बजे कार्यक्रम से IMA वापस लौटेंगे। वहां से हेलीकॉप्टर द्वारा जौलीग्रांट एयरपोर्ट जाएंगे और लगभग 2:05 पर दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
120 लोक कलाकार करेंगे स्वागत
प्रधानमंत्री का स्वागत परंपरागत सांस्कृतिक अंदाज में होगा। IMA हेलीपैड से FRI समारोह स्थल तक के मार्ग में छह स्थानों पर गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी लोक कलाकारों के दल मौजूद रहेंगे। इन दलों में कुल 120 कलाकार शामिल होंगे।
ये कलाकार पारंपरिक परिधानों में सजे हुए ढोल-दमाऊ, रणसिंघा और छोलिया नृत्य की प्रस्तुति के साथ प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे। प्रधानमंत्री के आगमन पर पुष्पवर्षा भी की जाएगी। यह प्रस्तुति राज्य की विविध लोक परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत की सुंदर झलक दर्शाएगी।
1 दिन पहलेपश्चिम बंगाल में मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया पर सवाल, BLO को नोटिस जारी, जानिए पूरा मामला
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पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान घर-घर सर्वे के नियमों का पालन न होने पर चुनाव आयोग ने आठ BLO को नोटिस जारी किया। अधिकारी सार्वजनिक स्थानों पर फ़ॉर्म बांट रहे थे, जबकि व्यक्तिगत सत्यापन के लिए घर-घर संपर्क अनिवार्य है।
Bengal: पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया (Special Intensive Revision – SIR) के दौरान नियमों का सही पालन नहीं होने का मामला सामने आया है। निर्वाचन आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आठ बूथ स्तरीय अधिकारियों (BLO) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इन अधिकारियों पर आरोप है कि वे मतदाता सूची से जुड़ी गणना प्रक्रिया को घर-घर जाकर पूरा करने के बजाय चाय की दुकानों, स्थानीय क्लबों और अन्य सार्वजनिक स्थानों से फ़ॉर्म (Form) वितरित कर रहे थे।
घर-घर सर्वे की अनिवार्यता
मतदाता सूची संशोधन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर नागरिक का नाम सही है, जानकारी अद्यतन है और कोई पात्र मतदाता सूची से छूट न जाए। इसके लिए बूथ स्तरीय अधिकारी को घर-घर जाकर फ़ॉर्म वितरित करना और उन्हें वापस एकत्र करना अनिवार्य होता है। इस प्रक्रिया में व्यक्तिगत संपर्क आवश्यक माना गया है, ताकि प्रत्येक परिवार का रिकॉर्ड सीधे सत्यापित किया जा सके।
लेकिन हाल ही में पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में BLO इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर फ़ॉर्म वितरित करते पाए गए। अधिकारी ऐसा इसलिए कर रहे थे क्योंकि घर-घर सर्वे करना समय लेने वाला और अधिक मेहनत वाला कार्य है। पर निर्वाचन आयोग का स्पष्ट निर्देश है कि सुविधा या शॉर्टकट के नाम पर प्रक्रिया में बदलाव स्वीकार्य नहीं है।
बिहार मॉडल का पालन करने का निर्देश
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार आयोग ने राज्य प्रशासन को बिहार मॉडल लागू करने के निर्देश दिए हैं। इस मॉडल के तहत BLO को हर घर तक पहुँचना अनिवार्य है। फ़ॉर्म वहीं वितरित और संग्रहित किए जाते हैं, ताकि जानकारी की शुद्धता बनी रहे।
बिहार मॉडल में जिम्मेदारी की स्पष्ट परिभाषा होती है। यदि किसी क्षेत्र में मतदाता सूची में त्रुटि मिलती है तो संबंधित BLO से जवाबदेही तय करना आसान होता है। पश्चिम बंगाल में इसी मॉडल को सही रूप से लागू करने पर जोर दिया जा रहा है।
मोबाइल नंबर और ईमेल लिंक की आवश्यकता
विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत यदि कोई मतदाता अपना प्रपत्र ऑनलाइन जमा करना चाहता है, तो उसके मतदाता परिचय पत्र (Voter ID) से मोबाइल नंबर या ईमेल ID लिंक होना जरूरी है। यदि यह लिंक नहीं है तो ऑनलाइन फ़ॉर्म स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य में किसी भी तरह की सूचना या सत्यापन सम्बंधित संदेश सीधे मतदाता तक पहुँच सके।
इस नियम की जानकारी कई लोगों को नहीं है। ऐसे में BLO की जिम्मेदारी यह भी है कि वे घर-घर जाकर मतदाताओं को इस प्रक्रिया के बारे में स्पष्ट रूप से समझाएँ। लेकिन जब BLO ही घर-घर जाने के बजाय फ़ॉर्म खुले स्थानों में बांटते हैं, तो सूचना सही तरीके से मतदाताओं तक नहीं पहुँच पाती।
आयोग की सख्ती
चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि नियमों का पालन न करने पर अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है। आठ BLO को जो कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, उसमें उनसे पूछा गया है कि उन्होंने निर्धारित प्रक्रिया का पालन क्यों नहीं किया। उन्हें अपने पक्ष में जवाब देना होगा। यदि उनका जवाब असंतोषजनक पाया गया तो आगे की कार्रवाई तय होगी।
1 दिन पहलेIND vs AUS T20 Series: सीरीज जीत के बाद भी सूर्या ने जताया अफसोस, मैच रद्द होने पर कही बड़ी बात
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IND vs AUS टी20 सीरीज का आखिरी मैच बारिश के कारण रद्द हो गया। भारत ने सीरीज 2-1 से जीती। सूर्यकुमार यादव ने जीत पर खुशी जताई लेकिन कहा कि मैच पूरा न होने से उनकी एक ख्वाहिश अधूरी रह गई।
IND vs AUS T20 Series: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई पांच मैचों की टी20I सीरीज का अंतिम मुकाबला बारिश की वजह से पूरा नहीं हो सका। कैनबरा में खेले जाने वाले इस मैच को सभी खिलाड़ी और फैंस बेसब्री से देखना चाहते थे, लेकिन मौसम ने इस रोमांच को बीच में रोक दिया। इसके साथ ही भारत ने सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया। यह जीत भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे की मजबूत जारी लय को दर्शाती है।
सीरीज जीतने के बाद भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने जीत पर खुशी जताई, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि उनकी एक इच्छा अधूरी रह गई। सूर्या ने टीम के प्रदर्शन, World Cup की तैयारी, गेंदबाज़ी संयोजन और महिला टीम की सफलता पर भी अपने विचार रखे।
बारिश से अधूरा रह गया आखिरी मुकाबला
पांचवें टी20I मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाज़ी का मौका दिया। भारत ने 4.5 ओवर में बिना विकेट खोए रन जोड़े ही थे कि तेज बारिश आ गई। मैदान गीला हो गया और मैच दोबारा शुरू नहीं हो सका। इस तरह मैच रद्द कर दिया गया।
इससे पहले भारत ने पिछड़ने के बावजूद दमदार वापसी की थी। सीरीज में 0-1 से पीछे रहने के बाद भारत ने संतुलित प्रदर्शन करते हुए मुकाबला बराबर किया और फिर चौथा मैच जीतकर बढ़त हासिल की। इस जीत का श्रेय गेंदबाज़ी, बल्लेबाज़ी और फील्डिंग — सभी विभागों को गया।
सूर्यकुमार यादव बोले – “हम जो चाहते थे, वो नहीं हुआ”
सीरीज जीत के बाद सूर्या ने अपनी अधूरी इच्छा का जिक्र किया। उन्होंने कहा:
“हम चाहते थे कि मैच पूरा हो जाए, क्योंकि खिलाड़ी खेलना चाहते हैं। लेकिन यह हमारे नियंत्रण में नहीं है। मौसम जैसा भी होता है, हमें उसी के हिसाब से चलना पड़ता है। टीम ने 0-1 से पिछड़ने के बाद जिस तरह से वापसी की, उसका श्रेय सभी को जाता है। बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी, फील्डिंग — हर विभाग में खिलाड़ियों ने योगदान दिया। यह एक अच्छी सीरीज रही।”
गेंदबाज़ी संयोजन पर सूर्या का भरोसा
सूर्यकुमार ने भारतीय गेंदबाज़ी को लेकर खास रूप से बात की। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के पास ऐसे गेंदबाज़ हैं जो अलग-अलग परिस्थितियों में प्रभाव छोड़ते हैं।
उन्होंने कहा:“बुमराह और अर्शदीप एक मजबूत जोड़ी हैं। उनकी तेजी और नियंत्रण बल्लेबाज़ों पर दबाव बनाता है। स्पिन विभाग में अक्षर और वरुण लगातार योजनाबद्ध गेंदबाज़ी कर रहे हैं। वे जानते हैं कि किस स्थिति में कैसी गेंद डालनी है। वाशी (वाशिंगटन सुंदर) ने भी पिछले मैच में बेहतरीन योगदान दिया। उन्होंने काफी टी20 क्रिकेट खेली है और अब उनकी गेंदबाज़ी बल्लेबाज़ों के लिए चुनौती बनती जा रही है।”
World Cup की तैयारी पर रणनीति
सूर्यकुमार यादव ने कहा कि भारत के सामने अब कुछ ऐसे मुकाबले हैं जिन्हें World Cup की तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा सकता है।
उन्होंने कहा “हम तीन मजबूत टीमों — ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और न्यूज़ीलैंड — के खिलाफ खेलेंगे। ऐसे मुकाबले World Cup से पहले टीम को सही संयोजन चुनने का मौका देंगे। इससे पता चलेगा कि दबाव वाली परिस्थितियों में कौन खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर सकता है।”







