सपा सांसद इकरा हसन का जन्मदिन लखनऊ के होटल ताज में धूमधाम से मनाया गया। अखिलेश यादव ने परंपरा के अनुसार 100 रुपये का शगुन दिया। डिंपल यादव समेत कई सांसद मौजूद रहे। सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल।
Iqra Hasan Birthday: लखनऊ के होटल ताज में मंगलवार को समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन का जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, डिंपल यादव और कई सांसद मौजूद रहे। खास बात यह रही कि अखिलेश यादव ने इकरा हसन को परंपरा के अनुसार शगुन के तौर पर 100 रुपये का नोट भेंट किया।
होटल ताज में हुआ खास आयोजन
मंगलवार 26 अगस्त को लखनऊ के होटल ताज में पार्टी नेताओं की बैठक चल रही थी। इस बीच जानकारी मिली कि कैराना से सांसद इकरा हसन का जन्मदिन है। बैठक के बाद पार्टी सांसद प्रिया सरोज ने फौरन केक ऑर्डर किया ताकि इस खास मौके को यादगार बनाया जा सके।
अखिलेश यादव ने किया सरप्राइज
बैठक खत्म होने के बाद जैसे ही वेटर केक लेकर आया, सभी सांसदों ने मिलकर इकरा हसन को हैप्पी बर्थडे विश किया। इकरा हसन के लिए यह सरप्राइज किसी खास तोहफे से कम नहीं था। अखिलेश यादव और डिंपल यादव ने इकरा के साथ मिलकर केक काटा। इस दौरान मौजूद सभी सांसदों ने तालियां बजाकर माहौल को खुशगवार बना दिया।
शगुन की परंपरा
अखिलेश यादव ने इस मौके पर 100 रुपये का नोट निकालकर इकरा हसन को भेंट किया। सपा सांसद आनंद भदौरिया के मुताबिक, यह परंपरा समाजवादी पार्टी में सालों से चली आ रही है। जब भी कोई सांसद या विधायक अखिलेश यादव की मौजूदगी में जन्मदिन मनाता है, वह शगुन के तौर पर 100 रुपये का नोट देते हैं।
सांसदों का जमावड़ा और खुशी का माहौल
इस मौके पर जया बच्चन, प्रिया सरोज, जियाउर्रहमान बर्क समेत कई दिग्गज सांसद मौजूद थे। सभी ने एक स्वर में इकरा हसन को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। होटल ताज में केक काटने का यह सरप्राइज न केवल इकरा के लिए बल्कि सभी सांसदों के लिए यादगार लम्हा बन गया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरें
अखिलेश यादव और डिंपल यादव के साथ इकरा हसन के केक काटते हुए फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गईं। पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने इन तस्वीरों को शेयर करते हुए इकरा को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।
अखिलेश की सादगी और परंपरा
अखिलेश यादव का यह अंदाज एक बार फिर चर्चा में आ गया है। उनकी सादगी और पार्टी की यह परंपरा बताती है कि समाजवादी पार्टी अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच रिश्तों को कितना महत्व देती है। 100 रुपये के इस शगुन के पीछे सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि अपनापन और जुड़ाव का संदेश भी छिपा है।