भारत की स्टार शूटर सिफत कौर सामरा ने एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया है। 23 साल की उम्र में सामरा ने टीम और इंडिविजुअल दोनों वर्गों में गोल्ड मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया।
Sift Kaur Golden Double: एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप में ओलंपियन सिफत कौर सामरा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए दोहरा स्वर्ण पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया। मंगलवार को सामरा ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में व्यक्तिगत वर्ग का स्वर्ण पदक जीता। फाइनल में उन्होंने 459.2 अंक बनाकर चीन की यांग यूजी (458.8) को पराजित किया।
इसी प्रतियोगिता में सामरा, अंजुम मुद्गिल और आशी चौकसे की तिकड़ी ने टीम वर्ग में भी स्वर्ण पदक हासिल किया। यह सामरा का एशियाई चैंपियनशिप में चौथा स्वर्ण है, जो उनके निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन और निशानेबाजी में भारत की बढ़ती ताकत का प्रतीक है।
टीम इवेंट में भारत का स्वर्ण
एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप में सिफत कौर सामरा, अंजुम मुद्गिल और आशी चौकसे की तिकड़ी ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। टीम ने कुल 1753 अंक हासिल किए, जिसमें सामरा ने 589, आशी ने 586 और अंजुम ने 578 अंक बनाए। टीम के साथ मुकाबले में जापान 1750 अंक लेकर दूसरे और दक्षिण कोरिया 1745 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रही। इस शानदार जीत के साथ भारत ने निशानेबाजी में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया और एशियाई चैंपियनशिप में शीर्ष स्थान हासिल किया।
टीम गोल्ड के बाद सामरा ने इंडिविजुअल वर्ग में भी शानदार प्रदर्शन किया। फाइनल में उन्होंने 459.2 स्कोर कर चीन की यांग यूजी (458.8) को हराया और व्यक्तिगत स्वर्ण पदक अपने नाम किया। सामरा ने फाइनल में नीलिंग में 151.0 और प्रोन में 156.2 स्कोर किया। स्टैंडिंग एलिमिनेशन दौर में उन्होंने चीनी प्रतिद्वंद्वी को केवल 0.4 अंक से पीछे छोड़ा। जापान की नोबाता मिसाकी 448.2 अंक लेकर कांस्य पदक जीतने में सफल रही। आशी चौकसे 402.8 अंक लेकर सातवें स्थान पर रही।
क्वालीफिकेशन राउंड में सामरा ने 589 अंक बनाए, जबकि आशी ने 586 और अंजुम ने 578 अंक हासिल किए। इस शानदार प्रदर्शन से सामरा ने चौथा एशियाई स्वर्ण अपने करियर में जोड़ा।
सिफत कौर सामरा: भारत की शूटरों की नई पहचान
सिफत कौर सामरा पहले से ही भारत की उभरती हुई निशानेबाजों में एक प्रमुख नाम हैं। उन्होंने 2022 एशियाई खेलों में भी महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इसके अलावा सामरा ने 2024 के पेरिस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उनकी यह उपलब्धि न केवल भारत के लिए गर्व का कारण है, बल्कि युवा शूटरों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन गई है। सामरा ने अपनी कड़ी मेहनत, मानसिक मजबूती और तकनीकी कौशल से अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का नाम रोशन किया है।
सिफत कौर के साथ अंजुम मुद्गिल और आशी चौकसे की टीम की जीत ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय महिला निशानेबाजी लगातार विश्व स्तर पर चमक रही है। अंजुम मुद्गिल, जो दो बार की ओलंपियन रह चुकी हैं, 41 निशानेबाजों में 22वें स्थान पर रही। वहीं, आशी चौकसे ने टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।