Pune

भारतीय मुक्केबाजी को मिला नया संबल: बीएफआई की अंतरिम समिति का कार्यकाल 31 अगस्त तक बढ़ा

भारतीय मुक्केबाजी को मिला नया संबल: बीएफआई की अंतरिम समिति का कार्यकाल 31 अगस्त तक बढ़ा

भारतीय मुक्केबाजी प्रशासन में पारदर्शिता और स्थिरता लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिल रही है। इसी क्रम में विश्व मुक्केबाजी संगठन ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (BFI) की अंतरिम समिति का कार्यकाल 31 अगस्त तक बढ़ा दिया है।

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (BFI) की अंतरिम समिति को वैश्विक मान्यता मिली है। विश्व मुक्केबाजी (World Boxing) ने समिति के कार्यों और ‘खिलाड़ी पहले’ दृष्टिकोण की सराहना करते हुए 31 अगस्त 2025 तक उसके कार्यकाल को विस्तार दे दिया है। यह निर्णय समिति की पारदर्शिता, स्थिरता और खिलाड़ियों की प्राथमिकताओं को केंद्र में रखकर किए गए प्रयासों की मान्यता के रूप में देखा जा रहा है।

अप्रैल में बनी थी समिति

विश्व मुक्केबाजी द्वारा अप्रैल 2025 में नियुक्त की गई इस अंतरिम समिति की अध्यक्षता पूर्व BFI प्रमुख अजय सिंह कर रहे हैं। समिति को 90 दिनों के लिए नियुक्त किया गया था ताकि वह भारतीय मुक्केबाजी के प्रशासनिक मामलों का संचालन कर सके। अभी तक समिति ने बेहतरीन संचालन क्षमता का परिचय दिया है। 

उसने राष्ट्रीय चैंपियनशिप, अंडर-15, अंडर-17, और एलीट वर्ग की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन किया, जिससे भारत के मुक्केबाजों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर निरंतर खेलने और पदक जीतने के अवसर मिले।

बोरिस वान डेर वोर्स्ट ने की खुले दिल से तारीफ

विश्व मुक्केबाजी के अध्यक्ष बोरिस वान डेर वोर्स्ट ने अजय सिंह को लिखे पत्र में समिति की भूमिका की खुलकर सराहना की। उन्होंने लिखा: हमें यह देखकर खुशी हो रही है कि अंतरिम समिति प्रभावी ढंग से काम कर रही है और राष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रशासन में पारदर्शिता और स्थिरता बहाल करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारतीय मुक्केबाजों की लगातार अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति और पदक जीतना, समिति के दूरदर्शी प्रयासों का परिणाम है।

पदक तालिका में भारत का प्रभावशाली प्रदर्शन

समिति के कार्यकाल के दौरान भारत ने कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन किया:

  • कजाकिस्तान के अस्ताना में आयोजित विश्व मुक्केबाजी कप में भारत ने 3 स्वर्ण, 5 रजत सहित कुल 11 पदक जीते।
  • ब्राजील में आयोजित पहले चरण में भारत ने 6 पदक अपने नाम किए।
  • थाईलैंड इंटरनेशनल ओपन में भी भारतीय मुक्केबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
  • इन उपलब्धियों से यह स्पष्ट है कि भारत के मुक्केबाज वैश्विक मंच पर लगातार अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।

पीटी उषा ने भी सराहे समिति के प्रयास

वान डेर वोर्स्ट ने अपने पत्र में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा के साथ हाल ही में हुई बातचीत का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने समिति द्वारा किए जा रहे प्रयासों की खुलकर तारीफ की। यह दर्शाता है कि भारतीय खेल प्रशासन के शीर्ष स्तर पर भी समिति के कार्यों को मान्यता दी जा रही है। इस अंतरिम समिति में भारतीय मुक्केबाजी और खेल प्रशासन से जुड़े अनुभवी चेहरों को शामिल किया गया है:

  • नरेंद्र कुमार निरवान – BFI के उपाध्यक्ष
  • अरुण मलिक – कार्यकारी निदेशक
  • एल सरिता देवी – ओलंपियन और पूर्व मुक्केबाज
  • आईओए का एक नामित सदस्य
  • फैरुज मोहम्मद – सिंगापुर मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष और विश्व मुक्केबाजी के प्रतिनिधि

इन सभी सदस्यों ने मिलकर एक सामूहिक प्रयास के तहत मुक्केबाजी के संचालन को पारदर्शी और खिलाड़ियों के अनुकूल बनाया है।

Leave a comment