बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक और इंटरमीडिएट सेंटअप परीक्षा 2025-26 की डेटशीट जारी कर दी है। 10वीं और 12वीं के सेंटअप एग्जाम 19 नवंबर से शुरू होंगे। बोर्ड ने साफ किया है कि इस परीक्षा में पास होने वाले छात्र ही फाइनल बोर्ड परीक्षा में शामिल हो सकेंगे, जबकि फेल छात्रों को एडमिट कार्ड जारी नहीं किया जाएगा।
Bihar Board 2025: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 10वीं और 12वीं सेंटअप परीक्षा 2025-26 का शेड्यूल जारी कर दिया है, जिसके अनुसार परीक्षाएं 19 नवंबर 2025 से शुरू होंगी। इंटरमीडिएट परीक्षाएं 26 नवंबर तक चलेंगी और मैट्रिक परीक्षा 22 नवंबर तक आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा सभी स्कूलों में बोर्ड की गाइडलाइन के तहत ली जाएगी और दो शिफ्ट में होगी। सेंटअप परीक्षा में पास होना अनिवार्य है, क्योंकि फेल छात्रों को फाइनल बोर्ड परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस परीक्षा का उद्देश्य छात्रों की तैयारी का आकलन करना है, ताकि योग्य छात्र ही वार्षिक परीक्षा में बैठ सकें।
सेंटअप परीक्षा की शुरुआत 19 नवंबर से
बिहार बोर्ड सेंटअप परीक्षा 19 नवंबर से शुरू होगी। इंटरमीडिएट की परीक्षा 19 से 26 नवंबर तक चलेगी, जबकि मैट्रिक की परीक्षा 19 से 22 नवंबर तक आयोजित की जाएगी। बोर्ड की गाइडलाइन के अनुसार यह परीक्षा दो शिफ्ट में आयोजित होगी। पहली पाली सुबह 9:30 बजे से 12:45 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक होगी। छात्रों को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय मिलेगा।
इंटरमीडिएट की प्रैक्टिकल परीक्षा 27 से 29 नवंबर के बीच होगी। वहीं मैट्रिक के प्रैक्टिकल एग्जाम 24 नवंबर को आयोजित किए जाएंगे। परीक्षा केंद्रों में सुरक्षा और अनुशासन को ध्यान में रखते हुए सभी स्कूलों को बोर्ड की गाइडलाइन का पालन करना होगा।

सेंटअप में पास होना क्यों जरूरी है?
Bihar Board Sent Up Exam 2025 छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। जो छात्र इस परीक्षा में शामिल नहीं होंगे या फेल हो जाएंगे, उन्हें फाइनल बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी। बोर्ड की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि सेंटअप में असफल छात्रों का एडमिट कार्ड जारी नहीं किया जाएगा।
इस परीक्षा का उद्देश्य छात्रों की तैयारी का आकलन करना है। इससे बोर्ड यह सुनिश्चित करता है कि छात्र फाइनल परीक्षा के लिए योग्य हैं। सेंटअप परीक्षा में सफल होने से छात्रों को बोर्ड परीक्षा से पहले आत्मविश्वास बढ़ाने का मौका मिलता है और वे अपनी तैयारी को और बेहतर कर सकते हैं।
स्कूलों को मिले निर्देश
बोर्ड ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि परीक्षा का आयोजन निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार कराया जाए। इसके साथ ही छात्रों की न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति आवश्यक है। जिन छात्रों की उपस्थिति पूरी नहीं होगी, उन्हें सेंटअप परीक्षा में भी बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी।
छात्रों को सलाह दी गई है कि किसी भी जानकारी या बदलाव के लिए अपने स्कूल प्रशासन से संपर्क बनाए रखें। बोर्ड ने परीक्षा व्यवस्था को सख्त करने का फैसला किया है ताकि छात्रों की परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष रहे।













