शाहपुर में जन सुराज पार्टी नया राजनीतिक विकल्प बनकर उभर रही है। हाशिए पर रहे समाज और नए नेताओं के जरिए जनता में पहुंच बढ़ा रही है।
Bihar Election: शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में जन सुराज एक नई राजनीतिक शक्ति के रूप में उभर रही है। यह पार्टी उन समाजिक वर्गों में अपनी पैठ बना रही है जो वर्षों से हाशिए पर रहे हैं। यहां लोग लंबे समय से दो ध्रुवीय राजनीति से तंग हैं और वे किसी नए विकल्प की तलाश में हैं। जन सुराज इन्हें यह विकल्प प्रदान कर रही है। पार्टी नए और स्वच्छ चेहरों के जरिए अपने अभियान को चलाकर जनता के बीच अपनी पहचान बना रही है।
हाशिए पर रहे समाज में पार्टी की पकड़
जन सुराज का ध्यान विशेष रूप से उन समुदायों और लोगों पर केंद्रित है जो राजनीतिक रूप से हमेशा पीछे रहे हैं। पार्टी ने अपने अभियान में स्थानीय नेताओं को शामिल किया है ताकि जनता के बीच विश्वास और नजदीकी बनी रहे। नए चेहरे जैसे आईआईटी से पढ़े विनय कृष्ण मिश्र और चिकित्सकीय पृष्ठभूमि वाली अनुरानी झा जनता के लिए पार्टी को आकर्षक विकल्प बना रहे हैं। इस तरह पार्टी का प्रयास है कि जनता को परिवारवाद और पुराने राजनीतिक कट्टरता से बाहर निकालकर नया विकल्प मिले।
जनता की तलाश: नयापन और भरोसा
वर्षों से चले आ रहे परिवारवाद और राजनीतिक ध्रुवीकरण ने आम जनता में निराशा पैदा कर दी है। ऐसे में लोग नए चेहरों और नई सोच वाले विकल्प की तलाश में हैं। जन सुराज के छोटे नुक्कड़ सभाओं से लेकर बड़ी सभाओं तक का प्रचार अभियान इसी उद्देश्य से संचालित है। पार्टी के सदस्य स्थानीय समाज से जुड़े हैं और आम जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता स्थापित कर रहे हैं।
पार्टी की रणनीति और स्थानीय जुड़ाव
जन सुराज ने प्रचार के लिए स्थानीय लोगों पर ध्यान केंद्रित किया है। यह रणनीति पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। स्थानीय नेतृत्व और पारिवारिक पृष्ठभूमि वाले नेताओं की मौजूदगी जनता को विश्वास देती है। उदाहरण के लिए, पूर्व सिविल सर्जन डॉ. ललितेश्वर झा की पत्नी अनुरानी झा और शिक्षाविद पद्दमा ओझा स्थानीय विरासत और शिक्षा पृष्ठभूमि के साथ जनता के बीच जुड़ाव बढ़ा रही हैं।
शाहपुर में प्रशांत किशोर की भूमिका
पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर का शाहपुर से पुराना नाता रहा है। उनका बचपन और प्रारंभिक शिक्षा भी शाहपुर में हुई थी। उनके पिता स्थानीय प्रतिष्ठित चिकित्सक थे और पारिवारिक मित्रों का नेटवर्क बहुत बड़ा था। इस वजह से पार्टी को शाहपुर में शुरुआत से ही मजबूत समर्थन प्राप्त हुआ। प्रशांत किशोर का दृष्टिकोण है कि जनता के बीच सक्रिय रूप से पहुंच बनाने और संदेश साझा करने से ही पार्टी अपनी पहचान मजबूत कर सकती है।