सिंधु जल संधि विवाद पर बिलावल भुट्टो की धमकी के बाद मिथुन चक्रवर्ती ने तीखा जवाब दिया। बोले, अगर खोपड़ी सनकी तो एक के बाद एक ब्रह्मोस मिसाइल पाकिस्तान की ओर दागी जाएगी।
कोलकाता: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो द्वारा सिंधु जल संधि पर भारत को दी गई धमकी पर बॉलीवुड अभिनेता और बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्ती ने तीखा जवाब दिया है। मंगलवार को कोलकाता में पत्रकारों से बात करते हुए मिथुन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर पाकिस्तान इस तरह की बयानबाज़ी करता रहा और "खोपड़ी सनक गई", तो एक के बाद एक ब्रह्मोस मिसाइल चलेगी।
मिथुन चक्रवर्ती का व्यंग्यात्मक जवाब
मिथुन ने व्यंग्य करते हुए कहा कि भारत ने एक ऐसी योजना पर भी विचार किया है जिसमें 140 करोड़ लोग एक बांध में पेशाब करेंगे और फिर उस बांध को खोल देंगे, जिससे सुनामी आ जाएगी। उन्होंने साफ किया कि उनका यह बयान पाकिस्तान के आम लोगों के लिए नहीं बल्कि सीधे तौर पर बिलावल भुट्टो के लिए है। मिथुन ने कहा, "मुझे पाकिस्तान के लोगों से कोई शिकायत नहीं है। मैंने यह सब उनके (बिलावल) लिए कहा है।"
बिलावल भुट्टो की धमकी
इससे पहले मंगलवार को बिलावल भुट्टो ने दावा किया था कि सिंधु जल संधि का निलंबन पाकिस्तान, खासकर सिंध प्रांत के "इतिहास, संस्कृति और सभ्यता पर हमला" है। उन्होंने कहा, "अगर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंधु नदी पर हमले की घोषणा करते हैं, तो वे हमारे इतिहास, हमारी संस्कृति और हमारी सभ्यता पर हमला करते हैं।" भुट्टो ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के लोगों में युद्ध की स्थिति में मोदी का सामना करने की ताकत है।
सेना प्रमुख की परमाणु धमकी के बाद बयान
बिलावल का यह बयान ऐसे समय आया है जब पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने अमेरिकी धरती से भारत को परमाणु धमकी दी थी। मुनीर ने कहा था कि अगर पाकिस्तान के अस्तित्व को खतरा हुआ, तो वह अपने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर "आधी दुनिया" को नष्ट कर सकता है।
सिंधु जल संधि विवाद की पृष्ठभूमि
1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर हुए थे, जो सिंधु और उसकी सहायक नदियों के जल बंटवारे का समझौता है। लेकिन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने अप्रैल 2024 में इस संधि को निलंबित कर दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कहा कि यह समझौता अब बहाल नहीं किया जाएगा।
भारत की आधिकारिक प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान की बार-बार की परमाणु धमकियां उसके परमाणु कमान और नियंत्रण प्रणाली की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाती हैं। मंत्रालय ने दोहराया कि भारत "परमाणु ब्लैकमेल" के आगे नहीं झुकेगा और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगा।