भारतीय फुटबॉल टीम को 28 अगस्त से 8 सितंबर के बीच ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान में आयोजित होने वाले काफा नेशंस कप में खेलने का अवसर मिल सकता है।
CAFA Nations Cup: भारतीय फुटबॉल टीम को 28 अगस्त से 8 सितंबर 2025 के बीच आयोजित होने वाले CAFA Nations Cup (काफा नेशंस कप) में भाग लेने का न्योता मिला है। यह टूर्नामेंट ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान की संयुक्त मेज़बानी में होगा। भारत को मलेशिया के हटने के बाद इस टूर्नामेंट में खेलने का प्रस्ताव मिला है, जिसे अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिया है। हालांकि आयोजकों की ओर से अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
मलेशिया ने हटाया नाम, भारत बना संभावित प्रतिभागी
इस टूर्नामेंट में पहले मलेशिया को हिस्सा लेना था, लेकिन खिलाड़ियों की उपलब्धता और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी समस्याओं के कारण 15 जुलाई को मलेशिया ने नाम वापिस ले लिया। इसके बाद CAFA (Central Asian Football Association) ने भारत और ओमान को आमंत्रित किया। बताया जा रहा है कि अगर भारत इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेता है, तो यह नए मुख्य कोच के नेतृत्व में पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट होगा। AIFF ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय टीम के नए मुख्य कोच की घोषणा 1 अगस्त 2025 को की जाएगी।
क्या है काफा नेशंस कप?
CAFA Nations Cup की शुरुआत साल 2023 में हुई थी। यह टूर्नामेंट मध्य एशियाई देशों के बीच फुटबॉल के स्तर को बढ़ावा देने और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए मंच उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। पहले संस्करण में ईरान ने खिताब जीता था। 2025 संस्करण में निम्नलिखित देश भाग ले रहे हैं:
- ईरान
- अफगानिस्तान
- ताजिकिस्तान
- उजबेकिस्तान
- किर्गीस्तान
- तुर्कमेनिस्तान
- ओमान (न्योता मिला है)
- भारत (संभावित प्रतिभागी)
फीफा विंडो से बाहर, क्लब रिलीज़ बना सवाल
यह टूर्नामेंट फीफा की आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय विंडो (1-9 सितंबर) में नहीं आता, जिस कारण यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारतीय क्लब अपने खिलाड़ियों को रिलीज़ करेंगे। भारत में आई-लीग और इंडियन सुपर लीग (ISL) के कई क्लब खिलाड़ी रिलीज़ करने में संकोच कर सकते हैं, जिससे कोच को टीम चयन में दिक्कतें आ सकती हैं।
AIFF के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, हमें CAFA से आमंत्रण मिला है और हम इसे गंभीरता से विचार कर रहे हैं। हालांकि अंतिम पुष्टि आयोजकों की ओर से आनी बाकी है। भारतीय फुटबॉल टीम के लिए यह टूर्नामेंट कई मायनों में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। एक ओर जहां टीम नए कोच की रणनीति के तहत खेलने की शुरुआत करेगी, वहीं दूसरी ओर भारत को मध्य एशियाई टीमों के खिलाफ खेलने का बहुमूल्य अनुभव भी मिलेगा।