एशिया कप 2025 में भारतीय पुरुष हॉकी टीम फाइनल में जगह बनाने के करीब है। शनिवार को सुपर-4 चरण के आखिरी मैच में भारत को चीन के खिलाफ जीत दर्ज करनी होगी ताकि वह फाइनल में प्रवेश सुनिश्चित कर सके।
स्पोर्ट्स न्यूज़: एशिया कप में फाइनल में जगह बनाने से एक कदम दूर भारतीय पुरुष हॉकी टीम को शनिवार को सुपर 4 चरण के आखिरी मैच में आत्मविश्वास से भरे चीन के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा। पांच बार की चैंपियन दक्षिण कोरिया से 2-2 से ड्रॉ के बाद भारत ने अपने दूसरे सुपर 4 मैच में मलेशिया को 4-1 से हराया। इस जीत से हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम का मनोबल चीन के खिलाफ अहम मुकाबले से पहले काफी बढ़ा होगा।
वर्तमान में भारत दो मैचों में चार अंक लेकर तालिका में शीर्ष पर है, जबकि चीन और मलेशिया के तीन-तीन अंक हैं। कोरिया एक अंक लेकर फाइनल की दौड़ से बाहर हो गया है।
सुपर-4 में भारत का प्रदर्शन
पांच बार की चैम्पियन दक्षिण कोरिया के खिलाफ भारत ने 2-2 का ड्रॉ खेला। इसके बाद मलेशिया को 4-1 से हराकर टीम का मनोबल बढ़ा। सुपर-4 में अब तक भारत के खाते में दो मैचों में चार अंक हैं, जबकि चीन और मलेशिया के पास तीन-तीन अंक हैं। दक्षिण कोरिया एक अंक लेकर फाइनल की दौड़ से बाहर हो गया है। सुपर-4 चरण से शीर्ष दो टीमें फाइनल में प्रवेश करेंगी। भारत के लिए चीन के खिलाफ ड्रॉ भी काफी होगा, लेकिन जीत से टीम का आत्मविश्वास और बढ़ेगा।
भारत ने मलेशिया के खिलाफ खेल में शुरुआती गोल गंवा दिया, लेकिन इसके बाद शानदार वापसी की। मुख्य कोच क्रेग फुल्टोन ने कहा कि यह अभी भी टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि उनसे उम्मीदें बहुत ज्यादा हैं और उसे पूरा करने का तरीका बारीकियों पर ध्यान देना है।
मिडफील्ड में मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद और राजिंदर सिंह ने बेहतरीन खेल दिखाया। फॉरवर्ड पंक्ति और मिडफील्ड का तालमेल शानदार रहा। हार्दिक ने तेज ड्रिबलिंग और अकेले गेंद लेकर कई मौके बनाए। मनप्रीत सिंह ने न केवल मौके बनाए बल्कि गोल के कई अवसरों का सूत्रधार भी रहे। अभिषेक, सुखजीत सिंह और मनदीप सिंह ने आक्रमण का जिम्मा बखूबी संभाला।
भारत का चीन के खिलाफ मुकाबला
भारत को सर्कल के भीतर मिले हर मौके का लाभ उठाना होगा और हड़बड़ाने से बचना जरूरी है। पेनल्टी कॉर्नर में सुधार की आवश्यकता है। मलेशिया के खिलाफ छह में से केवल एक पेनल्टी कॉर्नर गोल में बदल पाया। कप्तान हरमनप्रीत और अन्य खिलाड़ियों जैसे जुगराज सिंह, संजय और अमित रोहिदास को इस क्षेत्र में सुधार करना होगा।
चीन ने पूल चरण में भारत को 3-4 से हराया था, लेकिन उसके बाद टीम ने प्रदर्शन में सुधार किया है। इसलिए भारत को चीन के खिलाफ मैच में सतर्कता बरतनी होगी। किसी भी छोटी गलती से भारत की विश्व कप 2026 के लिए क्वालीफाई करने की संभावनाओं पर असर पड़ सकता है।