अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने भ्रष्टाचार के मामलों पर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति को एक बार फिर सख्ती से लागू करते हुए बड़ा कदम उठाया है। श्रीलंका के पूर्व घरेलू क्रिकेटर सालिया समन को पांच साल के लिए सभी तरह के क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: श्रीलंका के पूर्व घरेलू क्रिकेटर सालिया समन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने गंभीर सज़ा सुनाई है। ICC भ्रष्टाचार निरोधक न्यायाधिकरण ने समन को एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) की एंटी करप्शन कोड का उल्लंघन करने का दोषी पाया, जिसके बाद उन पर सभी प्रकार के क्रिकेट से 5 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया। 39 वर्षीय समन उन आठ खिलाड़ियों में शामिल थे जिन पर 2021 अबू धाबी टी10 क्रिकेट लीग से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों में सितंबर 2023 में आरोप लगाए गए थे।
जांच में यह साबित हुआ कि उन्होंने मैचों में हेरफेर की कोशिश की थी, लेकिन आईसीसी और भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारियों के समय रहते हस्तक्षेप करने से बड़े उल्लंघनों को रोका जा सका। समन का निलंबन 13 सितंबर 2023 से लागू हुआ था, यानी वह पहले ही 2 साल का बैन झेल चुके हैं और अब उन्हें अगले 3 साल तक क्रिकेट से दूर रहना होगा। अपने करियर में समन ने 101 प्रथम श्रेणी और 77 लिस्ट ए मैच खेले हैं।
क्या है पूरा मामला?
39 वर्षीय सालिया समन उन आठ लोगों में शामिल थे, जिन पर सितंबर 2023 में अबू धाबी टी10 लीग 2021 से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे। ICC भ्रष्टाचार निरोधक न्यायाधिकरण ने जांच के बाद पाया कि समन ने टूर्नामेंट के कुछ मैचों में फिक्सिंग का प्रयास किया था। हालांकि, आईसीसी और नामित भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारी (DACO) के समय पर हस्तक्षेप के कारण यह साजिश नाकाम हो गई।
समन को पहले ही 13 सितंबर 2023 को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था और यह निलंबन उसी दिन से लागू माना जाएगा। यानी वे अब तक दो साल का समय निलंबन के तहत बिता चुके हैं और अब उन्हें अगले तीन साल तक क्रिकेट से दूर रहना होगा।
किन धाराओं में दोषी पाए गए?
- सालिया समन पर ECB एंटी-करप्शन कोड की धारा 2.1.1, 2.1.3 और 2.1.4 के तहत आरोप साबित हुए हैं।
- अनुच्छेद 2.1.1: अबू धाबी टी10 2021 के मैचों या मैचों के पहलुओं को अनुचित तरीके से फिक्स करने, षड्यंत्र रचने या प्रभावित करने का प्रयास।
- अनुच्छेद 2.1.3: किसी अन्य खिलाड़ी या प्रतिभागी को भ्रष्ट आचरण के बदले इनाम की पेशकश करना।
- अनुच्छेद 2.1.4: किसी अन्य प्रतिभागी को भ्रष्ट आचरण करने के लिए उकसाना, प्रेरित करना या प्रोत्साहित करना।
ये आरोप क्रिकेट में सबसे गंभीर अपराधों में गिने जाते हैं, जिनके लिए आईसीसी पहले भी कई खिलाड़ियों को लंबे समय तक बैन कर चुकी है।
घरेलू करियर में शानदार प्रदर्शन
भ्रष्टाचार के आरोपों से पहले सालिया समन श्रीलंका के घरेलू क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी माने जाते थे। उन्होंने अपने करियर में कई उल्लेखनीय प्रदर्शन किए।
- प्रथम श्रेणी क्रिकेट: 101 मैच, 3662 रन, औसत 27.95, 2 शतक और 22 अर्धशतक। उनका सर्वोच्च स्कोर 129 रन रहा।
- लिस्ट ए क्रिकेट: 77 मैच, 898 रन, सर्वश्रेष्ठ स्कोर 65।
- टी20 क्रिकेट: 673 रन, स्ट्राइक रेट 129.92।
इन आंकड़ों से यह साफ है कि समन एक उपयोगी बल्लेबाज थे और घरेलू स्तर पर उन्होंने अच्छा योगदान दिया। लेकिन फिक्सिंग से जुड़ने के कारण उनका करियर विवादों में आ गया और अब पूरी तरह खत्म हो गया है।
ICC की ज़ीरो टॉलरेंस नीति
क्रिकेट की वैश्विक संस्था आईसीसी लंबे समय से भ्रष्टाचार और फिक्सिंग जैसे अपराधों पर सख्त रवैया अपनाती आई है। हाल के वर्षों में कई खिलाड़ी – चाहे वह बड़े नाम हों या घरेलू क्रिकेटर – भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी पाए जाने पर बैन झेल चुके हैं। सालिया समन पर लगाया गया प्रतिबंध इस बात का उदाहरण है कि आईसीसी क्रिकेट की पवित्रता और पारदर्शिता को लेकर कोई समझौता नहीं करना चाहती।
समन ने श्रीलंका की राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व तो नहीं किया, लेकिन घरेलू स्तर पर उनकी गिनती भरोसेमंद खिलाड़ियों में होती थी। अब पांच साल का बैन उनके क्रिकेट करियर का लगभग अंत कर देगा।