डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड ने यूरोपीय महिला फुटबॉल में अपना वर्चस्व कायम रखते हुए UEFA Women's Euro 2025 का खिताब एक बार फिर अपने नाम कर लिया है। फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड ने मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन स्पेन को रोमांचक अंदाज़ में पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से मात दी।
UEFA Women's Euro 2025: इंग्लैंड की महिला फुटबॉल टीम ने एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए UEFA यूरो 2025 का खिताब जीत लिया है। फाइनल मुकाबले में वर्ल्ड चैंपियन स्पेन को पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से हराकर इंग्लैंड ने लगातार दूसरी बार यूरोपियन चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। यह जीत केवल खिताब तक सीमित नहीं रही, बल्कि फीफा वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में स्पेन से मिली हार का बदला भी था।
स्पेन की खिताबी हैट्रिक का सपना टूटा
स्पेन की टीम UEFA यूरो 2025 में तीसरा बड़ा खिताब जीतने के इरादे से मैदान में उतरी थी। इससे पहले वह फीफा महिला विश्व कप 2023 और UEFA नेशंस लीग 2024 की विजेता रह चुकी थी। लेकिन इंग्लैंड की संगठित रणनीति, दमदार डिफेंस और गोलकीपर हन्ना हैम्पटन के शानदार प्रदर्शन ने स्पेन के खिताबी हैट्रिक के सपने को चकनाचूर कर दिया।
फाइनल मुकाबले की शुरुआत से ही स्पेन ने आक्रामक रुख अपनाया और 25वें मिनट में मैरियोना काल्डेन्ते ने हेडर से गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। पहला हाफ स्पेन के नियंत्रण में रहा। हालांकि, दूसरे हाफ में इंग्लैंड ने वापसी करते हुए 57वें मिनट में एलेसिया रुस्सो के हेडर की मदद से स्कोर बराबर कर दिया।
इसके बाद दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली, लेकिन निर्धारित 90 मिनट और फिर अतिरिक्त 30 मिनट में कोई और गोल नहीं हुआ। मुकाबला पेनल्टी शूटआउट तक पहुंचा, जहां इंग्लैंड ने अपनी असाधारण गोलकीपिंग और सटीक शूटिंग के दम पर बाजी मार ली।
पेनल्टी शूटआउट में हन्ना हैम्पटन बनीं नायक
पेनल्टी शूटआउट में इंग्लैंड की ओर से गोलकीपर हन्ना हैम्पटन ने निर्णायक भूमिका निभाई। उन्होंने स्पेन की दो महत्वपूर्ण पेनल्टी को रोककर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की। खास बात यह रही कि उन्होंने टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी ऐताना बोनमाटी की पेनल्टी को शानदार ढंग से बचाया। इसके साथ ही, उन्होंने पहले हाफ में गोल करने वाली काल्डेन्ते की भी पेनल्टी रोक कर मैच का रुख पलट दिया।
हैम्पटन के बेहतरीन प्रदर्शन ने उन्हें फाइनल की स्टार परफॉर्मर बना दिया। इंग्लैंड की तीन पेनल्टी किक्स गोल में तब्दील हुईं, जबकि स्पेन केवल एक बार नेट चीर सकी।
स्पेन की कप्तान ऐताना बोनमाटी ने माना इंग्लैंड का लोहा
स्पेन की कप्तान और मिडफील्डर ऐताना बोनमाटी, जिन्हें टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी (Player of the Tournament) चुना गया, ने हार के बाद कहा: हमने पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया, लेकिन कभी-कभी सिर्फ बेहतर खेल ही जीत की गारंटी नहीं होता। इंग्लैंड ने महत्वपूर्ण मौकों पर बेहतर निर्णय लिए और जीत हासिल की। अब हमारी नजरें 2027 के ब्राजील वर्ल्ड कप पर हैं।
यह जीत इंग्लैंड महिला टीम के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने 2022 के यूरोपीय खिताब के बाद 2025 में भी जीत हासिल कर यह साबित कर दिया है कि वे अब केवल एक उभरती शक्ति नहीं, बल्कि फुटबॉल की नई महाशक्ति बन चुकी हैं।