IPL 2026 से पहले पंजाब किंग्स (Punjab Kings) फ्रेंचाइजी को बड़ा झटका लगा है। टीम के स्पिन गेंदबाजी कोच सुनील जोशी ने अगले सीजन से पहले टीम छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने अपने इस फैसले की जानकारी फ्रेंचाइजी की मालिक प्रीति जिंटा को 5 अक्टूबर को दे दी।
स्पोर्ट्स न्यूज़: IPL 2026 से पहले पंजाब किंग्स फ्रेंचाइजी को बड़ा झटका लगा है। पिछले सीजन टीम की सफलता में अहम भूमिका निभाने वाले स्पिन बॉलिंग कोच सुनील जोशी ने अब टीम छोड़ने का फैसला किया है। आपको बता दें कि पंजाब किंग्स ने 14 साल के लंबे इंतजार के बाद आईपीएल फाइनल में जगह बनाई थी।
टीम को फाइनल तक पहुँचाने में हेड कोच रिकी पोंटिंग और उनके कोचिंग स्टाफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसमें सुनील जोशी भी शामिल थे। लेकिन अगले सीजन से पहले उनके टीम छोड़ने का निर्णय फ्रेंचाइजी के लिए निश्चित ही एक बड़ा झटका है।
पंजाब किंग्स के फाइनल सफर में सुनील जोशी की भूमिका
पंजाब किंग्स पिछले सीजन 14 साल बाद IPL फाइनल में पहुंचे थे। टीम को फाइनल तक पहुंचाने में हेड कोच रिकी पोंटिंग और उनके कोचिंग स्टाफ ने अहम भूमिका निभाई थी। सुनील जोशी इस कोचिंग स्टाफ का हिस्सा थे और स्पिन गेंदबाजों को सुधारने और रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी कोचिंग में गेंदबाजों की तकनीक और खेल की समझ दोनों में सुधार हुआ। टीम मैनेजमेंट का कहना है कि जोशी के योगदान से ही पंजाब किंग्स ने पिछले सीजन शानदार प्रदर्शन किया और युवा गेंदबाजों को सिखाने में मदद मिली।
रिपोर्ट के अनुसार, सुनील जोशी अब BCCI के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में शामिल हो सकते हैं। हालांकि अभी उनकी भूमिका को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में वह युवा गेंदबाजों का प्रशिक्षण और टीम इंडिया के भविष्य के लिए रणनीति बनाने में मदद कर सकते हैं। सुनील जोशी का यह फैसला उनके करियर के लिए सकारात्मक माना जा रहा है।
पंजाब किंग्स फ्रेंचाइजी के एक सदस्य ने कहा, सुनील एक बहुत अच्छे इंसान हैं और फ्रेंचाइजी के साथ उनका सफर शानदार रहा। हम उनके करियर में अड़चन नहीं बनना चाहते। उनका भविष्य उज्ज्वल है और हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।
आईपीएल में सुनील जोशी का अनुभव
सुनील जोशी पहले भी IPL 2020 से 2022 तक पंजाब किंग्स का हिस्सा रह चुके हैं। IPL 2025 से पहले जब रिकी पोंटिंग टीम के हेड कोच बने, तब फ्रेंचाइजी ने उन्हें दोबारा टीम में शामिल करने का ऑफर दिया था। इस बार उनका टीम छोड़ना निश्चित रूप से पंजाब किंग्स के लिए रणनीतिक चुनौती बन सकता है।उनका अनुभव विशेष रूप से स्पिन गेंदबाजों के विकास और मैच की रणनीति में बेहद महत्वपूर्ण रहा है। टीम के कई युवा खिलाड़ी सुनील जोशी की कोचिंग से सीधे लाभ उठाते रहे हैं।
सुनील जोशी ने भारत के लिए 1996 से 2001 तक खेला। उन्होंने 15 टेस्ट और 69 वनडे मैचों में कुल 110 विकेट हासिल किए। उनके टेस्ट रिकॉर्ड में 41 विकेट और वनडे में 69 विकेट शामिल हैं।