महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के ‘जय गुजरात’ नारे पर मचा सियासी घमासान अभी थमा भी नहीं था कि उनकी पार्टी के सांसद प्रताप जाधव के एक और बयान ने विवाद को और हवा दे दी है। जाधव ने दावा किया कि मुंबई कभी गुजरात की राजधानी थी, जिसके बाद विपक्षी दलों ने उन पर तीखा हमला बोला और इसे न केवल ऐतिहासिक भूल बताया, बल्कि महाराष्ट्र के सम्मान पर चोट भी करार दिया।
उल्लेखनीय है कि डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने बीते सप्ताह पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सराहना करते हुए भाषण समाप्त किया था। उन्होंने कहा था, जय हिंद, जय महाराष्ट्र, जय गुजरात। इसी एक नारे को लेकर विपक्ष ने शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि वे गुजरात के नेताओं को खुश करने के लिए ऐसा कर रहे हैं, क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह गुजरात से आते हैं।
प्रताप जाधव की सफाई
रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री और शिवसेना (शिंदे गुट) के सांसद प्रताप जाधव ने एकनाथ शिंदे को लेकर छिड़े विवाद पर सफाई देने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “गुजरात हमारा पड़ोसी राज्य है, यह पाकिस्तान नहीं है, और ऐसे मुद्दों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।” लेकिन इसके बाद उन्होंने यह कहकर नया विवाद छेड़ दिया कि, संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के दौरान मुंबई, गुजरात की राजधानी भी थी।
उनके इस बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। विपक्ष का कहना है कि एक सांसद को महाराष्ट्र और पड़ोसी राज्यों की ऐतिहासिक और भौगोलिक जानकारी होनी चाहिए। मुंबई, जो हमेशा से महाराष्ट्र की राजधानी रही है, उसे गुजरात की राजधानी बताना, राजनीतिक असंवेदनशीलता और अज्ञानता का प्रतीक बताया जा रहा है।
प्रियंका चतुर्वेदी और आदित्य ठाकरे ने बोला हमला
शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने जाधव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, यह वही व्यक्ति है जिसने अपनी ही पार्टी के नेतृत्व को 50 बक्सों के लिए धोखा दिया और अब ‘जय गुजरात पार्टी’ का हिस्सा बनकर इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जाधव ने सत्ता के लालच में मतिभ्रम की स्थिति में बयान देना शुरू कर दिया है।
वहीं, शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने भी बयान को महाराष्ट्र के खिलाफ नफरत फैलाने वाला करार दिया। उन्होंने कहा कि यह बयान न सिर्फ अस्वीकार्य है बल्कि राज्य के स्वाभिमान को चोट पहुंचाने वाला है।
फडणवीस का बचाव
बढ़ते विवाद के बीच डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस शिंदे के समर्थन में सामने आए। उन्होंने कहा कि महज ‘जय गुजरात’ कहने से किसी की राज्यभक्ति पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए। फडणवीस ने कहा कि विभिन्न राज्यों के लिए सम्मान प्रकट करना स्वाभाविक है और इसे राजनीतिक रंग देना ठीक नहीं।