कन्हैया कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा पर आरोप लगाया कि पार्टी नीतीश कुमार का चुनाव तक इस्तेमाल कर रही है और चुनाव के बाद उन्हें हटाकर अपना मुख्यमंत्री बनने की योजना बना रही है। उन्होंने मतदाता सूची में गड़बड़ी और लोकतंत्र पर खतरे को भी उजागर किया।
Patna: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। मंगलवार को मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान कन्हैया कुमार ने कहा कि भाजपा नीतीश कुमार का चुनाव तक इस्तेमाल कर रही है और चुनाव के बाद उन्हें हटाकर अपने मुख्यमंत्री बनने की तैयारी कर रही है। उन्होंने मतदाता सूची में गड़बड़ी, चुनाव आयोग की निष्पक्षता और महागठबंधन की स्थिति पर भी सवाल उठाए। यात्रा के दौरान कांग्रेस नेताओं और विपक्षी दलों के नेताओं के साथ उन्होंने लोकतंत्र और मतदाता अधिकार की सुरक्षा को लेकर जनता का समर्थन मांगा।
NDA की स्थिति कमजोर
कन्हैया कुमार ने महागठबंधन और NDA के चुनावी आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि पिछली बार दोनों के बीच केवल 12,000 वोटों का अंतर था। उन्होंने कहा, “इसलिए यह कहना कि NDA की स्थिति मजबूत है, सही नहीं होगा। अमित शाह ने पहले कहा था कि नीतीश कुमार के लिए सभी रास्ते बंद हो गए हैं, लेकिन बाद में उन्होंने खुद नीतीश कुमार के साथ खड़े होने का संकेत दिया। भाजपा बखूबी जानती है कि वह अकेले बहुमत हासिल नहीं कर पाएगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन सिर्फ राजनीतिक गठजोड़ नहीं है, बल्कि लोकतंत्र और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए एक प्रयास है। “हम जनता के अधिकार और लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अन्य नेताओं की भूमिका इस कोशिश में उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी कि गठबंधन में शामिल सभी नेताओं की,” कन्हैया ने कहा।
मतदाता सूची और SIR प्रक्रिया पर सवाल
कन्हैया कुमार ने मतदाता सूची में गड़बड़ी और SIR प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को सबूत दिए, तब आयोग ने माना कि समस्या है और इसे सुधारने के लिए SIR प्रक्रिया शुरू की जा रही है। “लेकिन सवाल यह है कि आखिर किसके दबाव में चुनाव आयोग उन सबूतों पर कार्रवाई करने से बच रहा है?” उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि लोकतंत्र और मतदाता के अधिकारों के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मतदान केंद्रों का CCTV फुटेज और प्राइवेसी का मुद्दा
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस का जिक्र करते हुए कन्हैया कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग यह कहकर पल्ला झाड़ रहा है कि मतदान केंद्रों का CCTV फुटेज प्राइवेसी का मामला है। कन्हैया ने स्पष्ट किया कि यह कोई व्यक्तिगत डेटा नहीं है, केवल मतदान केंद्रों का रिकॉर्ड मांगा गया है, ताकि वोटिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
महागठबंधन की लोकतंत्र बचाने की कोशिश
कन्हैया कुमार ने सासाराम से अपनी यात्रा की शुरुआत करते हुए कहा, 'महागठबंधन सिर्फ राजनीतिक मंच नहीं है, बल्कि लोकतंत्र को बचाने की कोशिश है। इसमें राहुल गांधी की भूमिका उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी तेजस्वी यादव और अन्य नेताओं की।' उन्होंने महागठबंधन की जनता में बढ़ती स्वीकार्यता का हवाला देते हुए कहा कि जनता लोकतंत्र और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए इस गठबंधन का समर्थन कर रही है।
कन्हैया कुमार ने जनता से अपील की कि वे वोट का अधिकार सही तरीके से प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि महागठबंधन का लक्ष्य केवल सत्ता हासिल करना नहीं, बल्कि लोकतंत्र और जनता के अधिकारों की रक्षा करना है। उन्होंने यह भी कहा कि गठबंधन की कोशिशें सफल होंगी और बहुमत हासिल करके सरकार बनाएंगे।