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PCB का चौंकाने वाला फैसला: कायदे-आज़म ट्रॉफी की सफल टीमें बाहर, चैंपियंस कप भी रद्द

PCB का चौंकाने वाला फैसला: कायदे-आज़म ट्रॉफी की सफल टीमें बाहर, चैंपियंस कप भी रद्द

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) एक बार फिर अपने अजीबो-गरीब फैसले के चलते चर्चा में आ गया है। क्रिकेट जगत में पहले से ही अपने अस्थिर निर्णयों और अचानक बदलावों के लिए बदनाम पीसीबी ने इस बार ऐसा कदम उठाया है जिससे देश के घरेलू क्रिकेट ढांचे में बड़ा बदलाव हो गया है।

स्पोर्ट्स न्यूज़: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने एक बार फिर अपने ताजा फैसलों से खुद को आलोचनाओं के केंद्र में ला दिया है। PCB ने घरेलू क्रिकेट ढांचे में बड़ा फेरबदल करते हुए एक ओर जहां देश के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट कायदे-आजम ट्रॉफी की टीमों की संख्या घटाकर 18 से सीधे 8 कर दी है, वहीं 2024 में शुरू किए गए चैंपियंस कप को केवल एक सीज़न बाद ही बंद कर दिया गया है। इन फैसलों को लेकर पूर्व क्रिकेटर्स से लेकर फैंस तक में नाराजगी है, और PCB की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं।

कायदे-आजम ट्रॉफी में बड़ा झटका

पाकिस्तान की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित फर्स्ट क्लास प्रतियोगिता कायदे-आज़म ट्रॉफी को लेकर PCB ने जो बदलाव किया है, वह घरेलू क्रिकेट के इतिहास में शायद ही पहले कभी देखा गया हो। बोर्ड ने 18 टीमों वाले इस टूर्नामेंट को अब महज 8 टीमों का बना दिया है। इससे सबसे ज्यादा नुकसान कराची व्हाइट्स और कराची ब्लूज़ जैसी दिग्गज टीमों को हुआ है, जो इस टूर्नामेंट को 21 बार जीत चुकी हैं, लेकिन अब इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।

अब ये टीमें हनीफ मोहम्मद ट्रॉफी, जो कि एक गैर-प्रथम श्रेणी प्रतियोगिता है, उसमें हिस्सा लेंगी। इस टूर्नामेंट में कुल 12 टीमें खेलेंगी, जिसमें टॉप-2 टीमें ही कायदे-आजम ट्रॉफी के अगले सीजन में क्वालिफाई कर पाएंगी।

इन 6 टीमों को मिली सीधी एंट्री

PCB ने छह टीमों को बिना किसी क्वालिफिकेशन प्रक्रिया के सीधे कायदे-आजम ट्रॉफी 2025 में शामिल कर लिया है। ये टीमें हैं:

  • इस्लामाबाद
  • सियालकोट
  • बहावलपुर
  • लाहौर रीजन व्हाइट्स
  • पेशावर
  • एबटाबाद

बाकी दो टीमें हनीफ मोहम्मद ट्रॉफी की टॉप-2 होंगी। यह टूर्नामेंट 22 सितंबर 2025 से शुरू होगा और इसका फाइनल 3 से 7 नवंबर के बीच खेला जाएगा।

चैंपियंस कप को एक सीजन बाद ही किया बंद

सिर्फ टीमों की संख्या घटाना ही नहीं, PCB ने 2024 में शुरू किए गए चैंपियंस कप को भी एक ही सीज़न के बाद बंद करने का फैसला किया है। यह टूर्नामेंट काफी चर्चा में रहा था, क्योंकि इसमें पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी, घरेलू कोचिंग स्टाफ, और मौजूदा राष्ट्रीय टीम के सीनियर खिलाड़ियों को मेंटरशिप की भूमिका में जोड़ा गया था।

उम्मीद थी कि इससे युवा खिलाड़ियों को सीनियर क्रिकेटर्स से सीखने का मौका मिलेगा और पाकिस्तान क्रिकेट की ग्रासरूट स्तर पर मजबूती आएगी। लेकिन अब अचानक इसे बंद करना, PCB के "शुरू करो – बंद करो" वाले रवैये की नई मिसाल बन गया है।

जानकारों की राय: नीति से नहीं, प्रयोग से चल रहा है PCB

पाकिस्तान क्रिकेट के पूर्व खिलाड़ियों और खेल विशेषज्ञों का कहना है कि PCB का ये रवैया क्रिकेट के लिए नुकसानदेह है। वरिष्ठ क्रिकेट विश्लेषक फैज़ल मिर्ज़ा कहते हैं: पिछले चार सालों में PCB ने घरेलू क्रिकेट का ढांचा तीन बार बदल दिया है। इससे खिलाड़ी भ्रमित रहते हैं और स्थायित्व नहीं बन पाता। कायदे-आजम ट्रॉफी में कराची जैसी टीमों को बाहर करना समझ से परे है।

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