फिरोजाबाद के शिकोहाबाद में किसानों ने नकली डीएपी खाद पकड़ ली। मौके पर पुलिस और कृषि विभाग की टीम ने 55 बोरियों और एक मैक्स लोडर गाड़ी जब्त की। आरोपी वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया गया।
फिरोजाबाद: उत्तरप्रदेश में फिरोजाबाद के शिकोहाबाद थाना क्षेत्र में किसानों की सतर्कता से नकली डीएपी खाद का खुलासा हुआ है। सोमवार शाम को डीएपी से भरी गाड़ी किसानों के पास पहुंची, लेकिन जैसे ही बोरियां उतरीं, किसानों ने उन्हें देखकर नकली होने का दावा किया और हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर तहसील प्रशासन, पुलिस और जिला कृषि अधिकारी सुमित चौहान की टीम मौके पर पहुंची और नकली डीएपी की 55 बोरियां बरामद कर गाड़ी जब्त कर ली। आरोपी वाहन चालक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
किसानों ने डीएपी के लिए भुगतान किया था
जिला कृषि अधिकारी सुमित चौहान ने बताया कि किसानों से सूचना मिली थी कि नकली डीएपी शिकोहाबाद क्षेत्र के मैनपुरी रोड स्थित सूरजपुर रूधैनी पर उतारी जा रही है। डीएपी की कमी के कारण गांव के कुछ किसान नगला इंची के रहने वाले रजनीश यादव के बहकावे में आकर अग्रिम भुगतान कर चुके थे।
गांव सूरजपुर रूधैनी के लगभग छह किसानों ने मिलकर रजनीश यादव से 1500 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से डीएपी खरीदी थी। सभी किसानों ने मिलकर 90 हजार रुपये अग्रिम भुगतान भी कर दिए थे।
किसानों के हंगामे के बाद प्रशासन ने की कार्रवाई

जैसे ही गाड़ी से बोरियां उतरीं, किसानों ने नकली डीएपी को पहचान लिया और हंगामा शुरू कर दिया। डीएपी सप्लायर रजनीश यादव मौके से फरार हो गया। सूचना मिलने के बाद जिला कृषि अधिकारी, तहसील प्रशासन और पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची।
अधिकारियों ने नकली डीएपी की जांच के लिए दो अलग-अलग ब्रांड की बोरियों के सैंपल लिए। इसके बाद कुल 55 बोरी नकली डीएपी और एक मैक्स लीडर गाड़ी को जब्त कर लिया गया।
डीएपी घोटाले में आरोपी चालक गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही आरोपियों के खिलाफ थाना शिकोहाबाद में प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज कर दी गई है। कृषि विभाग की टीम नकली डीएपी के सैंपल लेकर उनकी जांच कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि खाद वास्तव में नकली है या नहीं।
जिला कृषि अधिकारी सुमित चौहान ने किसानों से अपील की है कि वह केवल मान्यता प्राप्त विक्रेताओं से ही खाद खरीदें और किसी भी तरह की शंका होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें। इस कार्रवाई से यह संदेश गया कि किसान सतर्क रहें तो किसी भी तरह की ठगी को रोका जा सकता है।













