पंजाब में नशा माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने होशियारपुर में 9 परिवारों के कब्जे से पंचायत भूमि पर बने अवैध मकानों को ध्वस्त किया। वहीं, जालंधर में मादक पदार्थ और हथियार तस्करी गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार कर 1.50 किलो हेरोइन और सात अवैध हथियार बरामद किए गए।
Punjab: होशियारपुर जिले के देनोवाल खुर्द गांव में बुधवार को प्रशासन ने मादक पदार्थ तस्करी में लिप्त 9 परिवारों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया। जांच में सामने आया कि इन परिवारों ने 13 मरला पंचायत भूमि पर कब्जा कर पांच मकान बना रखे थे। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कार्रवाई कर इन्हें ध्वस्त किया गया। पुलिस ने बताया कि इन परिवारों के खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज हैं, ज्यादातर एनडीपीएस अधिनियम के तहत। इसी दिन जालंधर में पुलिस ने नशा और हथियार तस्करी गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में हेरोइन और हथियार जब्त किए।
पंजाब में नशा माफिया पर बड़ा वार
पंजाब में नशा विरोधी अभियान तेज करते हुए होशियारपुर प्रशासन ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। देनोवाल खुर्द गांव में नशा तस्करी में लिप्त 9 परिवारों के पांच अवैध मकानों को बुलडोजर से ढहा दिया गया। ये मकान पंचायत की 13 मरला जमीन पर अवैध कब्जे में बनाए गए थे। प्रशासन का यह कदम नशे के कारोबारियों के खिलाफ सख्त संदेश माना जा रहा है।
होशियारपुर के एसएसपी संदीप कुमार मलिक ने बताया कि यह गांव मादक पदार्थ तस्करी का गढ़ बन चुका था और आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड भी लंबा है। अब तक इन परिवारों के खिलाफ 100 से ज्यादा FIR दर्ज हो चुकी हैं, जिनमें अधिकतर मामले एनडीपीएस एक्ट के तहत हैं।
जालंधर में मादक पदार्थ और हथियार तस्करी गिरोह का भंडाफोड़
नशे और अवैध हथियारों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पंजाब पुलिस ने जालंधर में एक बहुस्तरीय गिरोह का पर्दाफाश किया। डीजीपी गौरव यादव के मुताबिक, पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 1.50 किलो हेरोइन व सात अवैध हथियार बरामद किए।
डीजीपी ने सोशल मीडिया मंच X पर बताया कि इस कार्रवाई से इलाके में सक्रिय मादक पदार्थ और हथियार तस्करों को करारा झटका लगा है। उन्होंने इसे पंजाब में चल रहे नशा विरोधी और अपराध नियंत्रण अभियान की बड़ी सफलता बताया।
प्रशासन का सख्त संदेश और आगे की रणनीति
दोनों कार्रवाइयों ने स्पष्ट कर दिया है कि पंजाब सरकार नशा माफिया के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। अवैध संपत्तियों को जमींदोज करना और गिरोहों का भंडाफोड़ करना इस रणनीति के अहम हिस्से हैं।
अधिकारियों का कहना है कि आगे भी नशा तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ ऐसे ही ऑपरेशन जारी रहेंगे। इस अभियान में पुलिस और प्रशासन के साथ स्थानीय समुदाय को भी जागरूक और सहयोगी भूमिका निभाने की अपील की गई है।