एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत को भले ही पांच साल बीत चुके हों, लेकिन उनके फैंस का दर्द और सवाल आज भी जस का तस है। आज भी लाखों लोग यही मानते हैं कि सुशांत की मौत आत्महत्या नहीं, बल्कि एक गहरी साजिश का नतीजा थी।
एंटरटेनमेंट: बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के पांच साल बाद एक बार फिर यह मामला कानूनी सुर्खियों में आ गया है। मुंबई की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को नोटिस जारी किया है। यह नोटिस केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की ओर से दायर की गई क्लोजर रिपोर्ट के संदर्भ में भेजा गया है, जिसमें रिया को 12 अगस्त 2025 तक अपना जवाब दाखिल करने का आदेश दिया गया है।
क्या है मामला?
14 जून 2020 को 34 वर्षीय अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मुंबई के बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। इस घटना ने पूरे देश को हिला दिया था और इसके बाद कई जांच एजेंसियां इस केस में शामिल हुईं। बिहार पुलिस, मुंबई पुलिस, प्रवर्तन निदेशालय (ED), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और अंत में सीबीआई ने इस मामले की विस्तृत जांच की।
2025 में सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की, जिसमें कहा गया कि सुशांत की मौत के मामले में किसी के खिलाफ कोई ठोस आपराधिक सबूत नहीं मिले हैं। अब इसी रिपोर्ट के आधार पर अदालत ने मामले की अगली प्रक्रिया शुरू की है।
रिया चक्रवर्ती पर कोर्ट का नोटिस क्यों?
सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट पर रिया चक्रवर्ती को नोटिस जारी किया गया है, क्योंकि उन्होंने 2020 में सुशांत की बहनों प्रियंका सिंह और मीतू सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। रिया ने दावा किया था कि उन्होंने बिना डॉक्टर की देखरेख और वैध मेडिकल प्रक्रिया के, सुशांत के लिए मनोवैज्ञानिक दवाएं लिखी थीं।रिया ने यह भी आरोप लगाया था कि सुशांत बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित थे और उन्होंने अपनी दवाएं लेना बंद कर दिया था, लेकिन बहनों द्वारा भेजी गई एक नकली पर्ची पर आधारित दवाओं का सेवन शुरू करवा दिया गया। उन्होंने इस मामले में FIR दर्ज कराई थी जिसमें आईपीसी और एनडीपीएस एक्ट की धाराएं लगाई गई थीं।
मजिस्ट्रेट आर. डी. चव्हाण की अदालत ने कहा कि शिकायतकर्ता को सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट पर आपत्ति दर्ज करने का अवसर दिया जाना चाहिए। इसलिए रिया को नोटिस जारी किया गया है और उन्हें 12 अगस्त तक जवाब दाखिल करना है। अदालत ने नोटिस की तामील होने तक कार्यवाही स्थगित कर दी है।
यह नोटिस भारतीय न्याय प्रक्रिया का हिस्सा है, जिसमें किसी क्लोजर रिपोर्ट पर संबंधित पक्षों को आपत्ति जताने का अधिकार होता है। यदि रिया कोर्ट में जवाब दाखिल करती हैं, तो अदालत इस केस की आगे की समीक्षा करेगी।
सुशांत के पिता के आरोप
सुशांत सिंह राजपूत के पिता के.के. सिंह ने भी 2020 में रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के खिलाफ आर्थिक शोषण, मानसिक उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद मामले ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर भी खूब तूल पकड़ा था। हालांकि, रिया ने इन सभी आरोपों को खारिज किया और खुद को निर्दोष बताया।
मार्च 2025 में दाखिल की गई सीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, किसी भी आरोपी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने या हत्या का कोई सीधा सबूत नहीं मिला है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि घटना स्थल की परिस्थितियां, फॉरेंसिक सबूत और गवाहों के बयान, किसी साजिश की ओर इशारा नहीं करते।