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सोनाक्षी सिन्हा के रामायण ज्ञान पर मुकेश खन्ना ने दिया संदेश, कहा- 'घर के बच्चों को संस्कार दो'

सोनाक्षी सिन्हा के रामायण ज्ञान पर मुकेश खन्ना ने दिया संदेश, कहा- 'घर के बच्चों को संस्कार दो'

मुकेश खन्ना ने हाल ही में बच्चों में संस्कार और नैतिक मूल्यों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सोनाक्षी सिन्हा के रामायण ज्ञान का उदाहरण देकर माता-पिता को संदेश दिया कि बच्चों को भारतीय संस्कृति और धर्म से अवगत कराना जरूरी है। उनका कहना है कि अधूरा ज्ञान माता-पिता की जिम्मेदारी भी बनता है।

Bollywood News: अभिनेता मुकेश खन्ना ने हाल ही में बच्चों में संस्कार और नैतिक मूल्यों की अहमियत पर बात की। उन्होंने सोनाक्षी सिन्हा के रामायण ज्ञान को उदाहरण के रूप में पेश करते हुए माता-पिता को संदेश दिया कि बच्चों को भारतीय संस्कृति, धर्म और इतिहास से अवगत कराना आवश्यक है। मुकेश खन्ना ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी की आलोचना करना नहीं था, बल्कि हर माता-पिता को अपने बच्चों के संस्कार पर ध्यान देने की प्रेरणा देना था।

'घर के बच्चों को संस्कार दो'

मुकेश खन्ना ने अपने इंटरव्यू में कहा,

'आजकल के बच्चों को संस्कार देना बहुत जरूरी है। आपके घर के नाम रामायण है, आपके भाईयों का नाम लव-कुश है, उसके बावजूद उनके घर की लड़की कहती है कि 'मैं तो भूल गई'। मैंने उनका नाम सिर्फ उदाहरण के तौर पर इस्तेमाल किया कि हर माता-पिता अपने बच्चों को संस्कार जरूर दें।'

अभिनेता ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी पर निशाना साधना नहीं था। उन्होंने कहा,

'हो सकता है कि कोई भूल जाए, लेकिन मैंने इस इंसिडेंट को पूरे देश के लोगों के सामने उदाहरण के रूप में पेश किया ताकि सभी माता-पिता अपने बच्चों को संस्कार दें।'

मुकेश खन्ना का मानना है कि बच्चों का अधूरा या सीमित ज्ञान केवल उनके माता-पिता की जिम्मेदारी है। उनका कहना है कि अगर परिवार अपने बच्चों को भारतीय संस्कृति और धर्म के महत्व से परिचित कराए, तो ऐसी गलतफहमियाँ नहीं होतीं।

कैसे शुरू हुआ विवाद?

यह विवाद 2019 का है, जब सोनाक्षी सिन्हा ने अमिताभ बच्चन होस्टेड शो कौन बनेगा करोड़पति में हिस्सा लिया था। इस दौरान उनसे पूछा गया कि 'हनुमान जी किसके लिए संजीवनी बूटी लेकर आए थे?' सोनाक्षी इस सवाल का सही उत्तर नहीं दे पाई थीं।

इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर सोनाक्षी को जमकर ट्रोल किया गया। इसी बीच, मुकेश खन्ना ने भी एक्ट्रेस की परवरिश पर सवाल उठाए और शत्रुघ्न सिन्हा को जिम्मेदार ठहराया कि शायद उनके घर संस्कारों का पर्याप्त प्रभाव नहीं रहा।

सोनाक्षी सिन्हा ने भी इस विवाद पर पलटवार किया था। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट और इंटरव्यू में कहा कि किसी का ज्ञान कम या अधूरा होना किसी की बुराई नहीं है और यह व्यक्तिगत क्षमता और शिक्षा का मामला है।

मुकेश खन्ना बोले: बच्चों को संस्कार दें

मुकेश खन्ना का कहना है कि इस पूरे मामले से उन्होंने केवल एक सामाजिक संदेश देने की कोशिश की थी। उनका मानना है कि माता-पिता को अपने बच्चों में संस्कार, संस्कृति और ज्ञान की भावना विकसित करनी चाहिए।

उन्होंने कहा,

'मैंने उदाहरण के लिए सोनाक्षी का नाम लिया, लेकिन मेरा असली मकसद बच्चों को भारतीय संस्कृति और रामायण जैसी महत्वपूर्ण कहानियों से परिचित कराना था।'

मुकेश का यह संदेश इस बात की ओर इशारा करता है कि केवल बच्चों को पढ़ाई में आगे बढ़ाना ही पर्याप्त नहीं है। उन्हें संस्कृति, धर्म, इतिहास और नैतिक मूल्यों से भी अवगत कराया जाना चाहिए।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ

सोनाक्षी और मुकेश खन्ना के इस विवाद ने सोशल मीडिया पर भी काफी हलचल मचा दी थी। कई लोग मुकेश के पक्ष में थे और उनका कहना था कि बच्चों में संस्कार डालना माता-पिता की जिम्मेदारी है। वहीं, कई लोगों ने सोनाक्षी का समर्थन किया और कहा कि किसी का ज्ञान कम होना व्यक्तिगत योग्यता का मामला है।

इस पूरी बहस ने एक बार फिर यह सवाल उठाया कि क्या बॉलीवुड परिवार और समाज अपने बच्चों को पर्याप्त रूप से भारतीय संस्कृति और इतिहास से परिचित कराते हैं या नहीं।

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