भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते हुए सितारे तिलक वर्मा को आगामी दलीप ट्रॉफी 2025 के लिए साउथ जोन की कप्तानी सौंपी गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब तक चार वनडे और 20 टी20 मुकाबलों में खेल चुके तिलक इस समय बेहतरीन फॉर्म में हैं।
Tilak Varma South Zone Captain: भारतीय क्रिकेट टीम के युवा और उभरते सितारे तिलक वर्मा को उनकी शानदार फॉर्म का बड़ा इनाम मिला है। इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट में लगातार रन बनाने के बाद अब तिलक को दलीप ट्रॉफी 2025 के लिए साउथ जोन का कप्तान नियुक्त किया गया है। यह जिम्मेदारी न केवल उनकी बल्लेबाजी क्षमता को पहचानने का प्रतीक है, बल्कि यह दिखाता है कि भारतीय घरेलू क्रिकेट में उनका कद तेजी से बढ़ रहा है।
इंग्लैंड में दिखाया दम, अब साउथ जोन की कमान
21 वर्षीय तिलक वर्मा ने हाल ही में इंग्लैंड की काउंटी टीम हैम्पशर के लिए चार पारियों में 100, 56, 47 और 112 रन की जबरदस्त पारियां खेलीं। इन शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन्हें दलीप ट्रॉफी के साउथ जोन स्क्वॉड का कप्तान बनाया है। तिलक अब तक भारत के लिए 4 वनडे और 20 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं, और वह वर्तमान में रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम का भविष्य माने जा रहे हैं।
रोहित के करीबी माने जाने वाले तिलक को अब घरेलू स्तर पर टीम लीड करने का सुनहरा अवसर मिला है। इस बार दलीप ट्रॉफी में फिर से जोनल फॉर्मेट की वापसी हो रही है। इस प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट में अब कुल छह जोनल टीमें हिस्सा लेंगी — नॉर्थ, साउथ, वेस्ट, ईस्ट, सेंट्रल और नॉर्थ ईस्ट। 28 अगस्त 2025 से शुरू होने वाला यह चार दिवसीय फॉर्मेट टूर्नामेंट बीसीसीआई के 'सेंटर ऑफ एक्सीलेंस' मैदानों में खेला जाएगा। पिछले कुछ वर्षों से यह टूर्नामेंट भारत A, B, C और D टीमों के नाम से खेला जाता था, लेकिन अब क्षेत्रीय चयनकर्ताओं के जरिए जोनल टीमें चुनी गई हैं।
साउथ जोन की टीम
तिलक वर्मा (कप्तान), मोहम्मद अजहरुद्दीन (उप-कप्तान), तन्मय अग्रवाल, देवदत्त पडिक्कल, मोहित काले, सलमान निजार, नारायण जगदीशन, टी. विजय (आंध्र), आर. साई किशोर, तन्मय त्यागराजन, वैशाख विजयकुमार, एमडी. निधीश, रिकी भुई, बेसिल एनपी, गुरजपनीत सिंह और स्नेहल कौथंकर।
स्टैंड-बाय: मोहित रेडकर, आर. स्मरण, अंकित शर्मा, एडेन एप्पल टॉम, आंद्रे सिद्धार्थ, शेख रशीद।
तिलक वर्मा की कप्तानी में साउथ जोन से काफी उम्मीदें होंगी। उनकी बल्लेबाजी में निरंतरता और नेतृत्व क्षमता उन्हें एक परिपक्व खिलाड़ी बनाती है। घरेलू क्रिकेट में यह उनके लिए एक नई चुनौती और अवसर दोनों है।