यशस्वी जायसवाल ने पिछले कुछ समय में शानदार प्रदर्शन करके खुद को साबित किया है। उन्होंने कोच और कप्तान की उम्मीदों पर पूरी तरह खरा उतरते हुए लगातार बेहतरीन बल्लेबाजी की है। उनकी लय भी शानदार बनी हुई है, जिसका असर उनके रन बनाने की क्षमता में साफ दिख रहा है।
Sports News: भारतीय क्रिकेट के युवा सितारे यशस्वी जायसवाल एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर खेला जाएगा, और इस मैच में जायसवाल के पास एक खास रिकॉर्ड अपने नाम करने का बेहतरीन मौका है। अगर वह इस टेस्ट में महज दो छक्के और जमा दें, तो वह टेस्ट क्रिकेट में छक्कों के मामले में चार दिग्गज बल्लेबाजों को पीछे छोड़ देंगे।
महज दो छक्के बनेंगे ऐतिहासिक
अब तक अपने टेस्ट करियर में यशस्वी जायसवाल 40 छक्के जड़ चुके हैं। जैसे ही वह 42 छक्कों के आंकड़े पर पहुंचेंगे, वह ऑस्ट्रेलिया के मार्क वॉ, बांग्लादेश के तमीम इकबाल, वेस्टइंडीज के डैरेन ब्रावो और न्यूजीलैंड के कोलिन डी ग्रैंडहोम (जिनके नाम 41-41 छक्के दर्ज हैं) को पीछे छोड़ देंगे। जायसवाल की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह लक्ष्य एकदम मुमकिन नजर आता है।
यशस्वी जिस बेखौफ अंदाज में टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं, उसमें उनके लिए दो छक्के जड़ना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं लगता। इंग्लैंड के गेंदबाजों के खिलाफ उनका आत्मविश्वास देखते ही बनता है, और टीम इंडिया के फैंस को उनसे एक धमाकेदार पारी की उम्मीद होगी।
इंग्लैंड के खिलाफ दमदार रिकॉर्ड
जायसवाल ने अब तक इंग्लैंड के खिलाफ खेले 6 टेस्ट में 11 पारियों में 817 रन ठोके हैं। इनमें दो दोहरे शतक भी शामिल हैं। इस आंकड़े से साफ पता चलता है कि इंग्लैंड के गेंदबाजों पर उनका दबदबा कितना मजबूत है। एजबेस्टन के उछाल भरे विकेट पर जायसवाल की आक्रमक शैली भारतीय पारी को तेजी से आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभा सकती है।
पहले टेस्ट में भले ही भारतीय टीम को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन जायसवाल ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए 101 रनों की शानदार पारी खेली थी। उनकी तकनीक, संयम और आक्रामकता का मिश्रण भारतीय बैटिंग लाइनअप को मजबूती दे रहा है।
टेस्ट क्रिकेट में शानदार शुरुआत
साल 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करने के बाद से जायसवाल भारतीय टेस्ट टीम के अहम सदस्य बन चुके हैं। महज 20 टेस्ट में 1903 रन, जिसमें 5 शतक और 10 अर्धशतक शामिल हैं — यह किसी भी युवा बल्लेबाज के लिए काबिल-ए-तारीफ आंकड़े हैं। उनका स्ट्राइक रेट भी टेस्ट मैचों में शानदार है, जो दर्शाता है कि वह परिस्थितियों के मुताबिक खुद को ढालना जानते हैं।
बर्मिंघम में होने वाले दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया को सीरीज में बने रहने के लिए हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। पिछले मैच में हार के बाद सीरीज में 0-1 से पिछड़ चुकी टीम के लिए यह मुकाबला करो या मरो जैसा होगा। ऐसे में जायसवाल का फॉर्म में रहना भारतीय टीम के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा।