टीम के लिए बड़ा स्कोर ना कर पाना खाए जा रहा था, अब टेंशन नहीं
मैंने अपने लिए मुश्किलों को खड़ा होने दिया। ये मेरी अपनी गलतियों के चलते ही हुआ। एक बल्लेबाज के तौर पर थ्री फिगर मार्क (शतक) तक पहुंचना आप पर हावी हो जाता
जब भी टीम को जरूरत पड़ी मैंने अलग हालात में भी परफॉर्म किया है। मुझे ऐसा करने में हमेशा गर्व महसूस हुआ। ये कभी भी किसी रिकॉर्ड या उपलब्धि को लेकर नहीं रहा।
अहमदाबाद में विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा था। ऑस्ट्रेलिया को पिच से कुछ मदद मिल रही थी और वह उसका फायदा उठा रही थी, पर मैंने अपने डिफेंस पर भरोसा किया