इलेक्ट्रिक कैब सर्विस देने वाली कंपनी ब्लूस्मार्ट की सेवाओं पर अब रोक लगा दी गई है। इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई समेत देश के कई शहरों में लोग अब ब्लूस्मार्ट की सेवाओं का लाभ नहीं ले पाएंगे।
नई दिल्ली: इलेक्ट्रिक कैब सेवा प्रदाता कंपनी ब्लूस्मार्ट ने अपने एप पर बुकिंग अस्थाई रूप से बंद करने का ऐलान किया है, जिसके बाद दिल्ली, बेंगलुरू और मुंबई समेत कई प्रमुख शहरों में इसकी सेवाओं का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। कंपनी ने यह कदम सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) द्वारा अक्षय ऊर्जा कंपनी जेनसोल के खिलाफ फॉरेंसिक जांच के आदेश देने और इसके प्रमोटर्स के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद उठाया है।
इस फैसले ने न केवल ब्लूस्मार्ट के कस्टमर्स को प्रभावित किया है, बल्कि इसके हजारों ड्राइवरों की नौकरी भी खतरे में डाल दी है। इस कदम से इलेक्ट्रिक कैब सेवा क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, और ओला, उबर जैसी कंपनियों को बड़ा फायदा हो सकता है।
ब्लूस्मार्ट के लिए संकट, ओला और उबर की बल्ले-बल्ले
ब्लूस्मार्ट की सेवाओं का बंद होना बाजार में प्रतिस्पर्धा को नई दिशा दे सकता है, खासकर ओला और उबर जैसी कंपनियों के लिए। दोनों कंपनियां पहले से ही भारत में प्रमुख कैब सेवा प्रदाताओं के तौर पर स्थापित हैं, और ब्लूस्मार्ट की अचानक से बंद हुई सेवाओं का सीधा फायदा इन कंपनियों को हो सकता है। ब्लूस्मार्ट की कैब सेवा का बंद होना, विशेषकर उन ग्राहकों के लिए एक बड़ा झटका है जो ईको-फ्रेंडली इलेक्ट्रिक टैक्सी सर्विस का इस्तेमाल कर रहे थे।
अब ये ग्राहक अपनी यात्रा के लिए पारंपरिक ऑटो या पेट्रोल-डीजल से चलने वाली कैब सेवा का रुख करेंगे, जिससे ओला और उबर की सेवाओं में और अधिक मांग हो सकती है।
ब्लूस्मार्ट का फैसला और सेबी की कार्रवाई
ब्लूस्मार्ट ने कस्टमर्स को एक ईमेल भेजकर जानकारी दी है कि उसने अस्थाई रूप से अपने एप पर बुकिंग बंद करने का फैसला लिया है। कंपनी का कहना है कि यह फैसला जेनसोल और इसके प्रमोटर्स के खिलाफ सेबी द्वारा की गई जांच के बाद लिया गया है। इस फैसले के बाद से, ब्लूस्मार्ट के हजारों ड्राइवरों की आजीविका संकट में डाल दी गई है, जो पहले से ही इस मुश्किल दौर से गुजर रहे थे।
ब्लूस्मार्ट ने यह कदम उठाने के साथ ही सेबी की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया भी दी है, जिसमें कंपनी ने कहा कि वह अपने सभी कस्टमर्स को बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए काम कर रही है और भविष्य में जल्द ही अपनी सेवाओं को फिर से शुरू करने पर विचार करेगी। हालांकि, यह साफ नहीं है कि कंपनी कब तक अपने एप पर बुकिंग की सेवा बहाल करेगी।
ओला और उबर का फायदा
ब्लूस्मार्ट की बंद सेवाओं का सबसे बड़ा फायदा ओला और उबर जैसी प्रतिस्पर्धी कंपनियों को मिलेगा। दोनों कंपनियां पहले से ही भारतीय बाजार में अपने विशाल ग्राहक आधार के कारण मजबूत स्थिति में हैं। उबर, जो पहले से ही 50 करोड़ डाउनलोड्स के साथ एक प्रमुख नाम है, अब इस मौके का फायदा उठाने के लिए तैयार है। कंपनी की सेवाओं का उपयोग करने वाले यूजर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है, और ब्लूस्मार्ट की सेवाओं के बंद होने से इसे और भी अधिक ग्राहक मिल सकते हैं।
हाल ही में मोतीलाल ओसवाल द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, उबर अपनी प्रतिस्पर्धी कंपनियों से काफी आगे है। रिपोर्ट में कहा गया कि उबर रोजाना औसतन 8.8 लाख सवारी कराता है, जो ओला और अन्य प्रतियोगियों से बहुत अधिक है। इसके अलावा, उबर का सक्रिय मासिक यूजर बेस भी लगातार बढ़ रहा है, जो उसे भारतीय टैक्सी बाजार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना रहा है।
इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य और प्रतिस्पर्धा
ब्लूस्मार्ट की सेवाओं के बंद होने से भारतीय इलेक्ट्रिक वाहनों के भविष्य पर भी सवाल उठ सकते हैं। हालांकि, इस फैसले के बावजूद, यह संभावना बनी हुई है कि ओला और उबर जैसे प्रमुख खिलाड़ी इलेक्ट्रिक वाहनों में निवेश बढ़ा सकते हैं। दरअसल, पर्यावरणीय दृष्टिकोण से इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन बढ़ने से इन कंपनियों को अपनी कार्बन फुटप्रिंट कम करने और सरकार की पर्यावरणीय नीतियों के अनुरूप काम करने का मौका मिल सकता है।
निवेशकों का विश्वास
ब्लूस्मार्ट के बंद होने का असर निवेशकों के विश्वास पर भी पड़ सकता है। हालांकि, ओला और उबर जैसी कंपनियां इस मौके का पूरा फायदा उठा सकती हैं, जिससे उन्हें और अधिक निवेश आकर्षित हो सकता है। निवेशकों का मानना है कि उबर और ओला का दबदबा अब और बढ़ेगा, खासकर जब ब्लूस्मार्ट जैसे प्रतिस्पर्धी सेवा प्रदाता बाजार से बाहर हो गए हैं।
यह स्थिति उन निवेशकों के लिए फायदेमंद हो सकती है जो पहले से ही ओला और उबर में निवेश कर चुके हैं, क्योंकि इन कंपनियों की मार्केट शेयर में बढ़ोतरी की संभावना है। इसके अलावा, यह उन निवेशकों के लिए भी एक संकेत हो सकता है जो भविष्य में टैक्सी सेवा प्रदाता कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं।
ब्लूस्मार्ट का अचानक से बंद होना भारतीय टैक्सी सेवा उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। हालांकि, इस समय ओला और उबर को इसका फायदा हो सकता है, लेकिन अन्य नए खिलाड़ी भी बाजार में आ सकते हैं। उबर और ओला को अपने व्यापार मॉडल को और भी प्रभावी बनाने के लिए नए प्रयास करने होंगे, ताकि वे अपनी स्थिति मजबूत बनाए रख सकें।