बांका के धोरैया बाजार में 162 लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने की तैयारी तेज, कोर्ट के आदेश पर जमीन खाली नहीं करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई।
पटना: बिहार के बांका जिले के धोरैया बाजार में सरकारी जमीन पर कब्जा किए लोगों पर अब प्रशासन सख्त रुख अपनाने जा रहा है। पटना हाईकोर्ट के निर्देश के बाद प्रशासन जल्द ही बड़ी कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है। जानकारी के मुताबिक, धोरैया के गंगदौरी मोड़ से लेकर मिर्चनी नदी पुल तक करीब 162 लोगों ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है, जिसे अब हटाया जाएगा।
अगर अतिक्रमणकारी खुद से जमीन खाली नहीं करते तो प्रशासन बल प्रयोग कर कार्रवाई करेगा और इस पूरी प्रक्रिया में जो खर्च आएगा, उसे भी अतिक्रमणकारियों से वसूला जाएगा।
हाईकोर्ट के आदेश पर होगी कार्रवाई
इस मामले में स्थानीय निवासी सिकंदर प्रसाद यादव ने पटना हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर कार्रवाई की मांग की थी। कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए स्पष्ट आदेश दिया कि सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया जाए। कोर्ट के आदेश के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और कार्रवाई की पूरी रूपरेखा बना ली गई। हालांकि बुधवार को कार्रवाई होनी थी, लेकिन पर्याप्त पुलिस बल न होने की वजह से उसे टालना पड़ा।
नोटिस देने के बाद भी नहीं हटे अतिक्रमणकारी
धोरैया के अंचलाधिकारी श्रीनिवास कुमार सिंह ने बताया कि अतिक्रमणकारियों को तीन बार नोटिस भेजा जा चुका है। हर नोटिस में साफ-साफ कहा गया कि वे खुद से अपनी झोपड़ियां और दुकानें हटा लें। मगर अधिकतर लोगों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। अब प्रशासन ने फैसला लिया है कि बल प्रयोग कर अतिक्रमण हटाया जाएगा और जो खर्च आएगा, वह भी अतिक्रमणकारियों से वसूला जाएगा।
IPC की धारा 188 के तहत होगी कार्रवाई
अंचलाधिकारी ने कहा कि जो लोग कोर्ट और प्रशासन के आदेश की अवहेलना कर रहे हैं, उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर बल प्रयोग कर अतिक्रमण हटाया जाएगा।
उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि जो लोग खुद से झोपड़ियां हटाकर जमीन खाली कर देंगे, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। लेकिन जिनके खिलाफ बल प्रयोग करना पड़ेगा, उनसे बुलडोजर और अन्य व्यवस्थाओं पर आने वाला खर्च भी वसूला जाएगा।
पुलिस बल की तैनाती के बाद होगी कार्रवाई
प्रशासन की योजना थी कि बुधवार को ही बुलडोजर कार्रवाई शुरू कर दी जाए, लेकिन पर्याप्त पुलिस बल उपलब्ध न होने के कारण यह संभव नहीं हो सका। अब जैसे ही पुलिस बल की व्यवस्था पूरी हो जाएगी, धोरैया बाजार में अवैध कब्जों पर कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
लोगों में दहशत, कुछ ने खुद हटाई झोपड़ियां
प्रशासन की सख्ती और हाईकोर्ट के आदेश के बाद इलाके में हलचल मच गई है। कुछ लोगों ने खुद ही अपनी झोपड़ियां और अस्थायी दुकानें हटानी शुरू कर दी हैं। वहीं कुछ लोग अब भी उम्मीद कर रहे हैं कि कार्रवाई शायद रुक जाए। मगर अधिकारियों का कहना है कि अब कोई राहत नहीं दी जाएगी।
धोरैया बाजार का यह मामला साफ दर्शाता है कि अब प्रशासन अतिक्रमण के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहा है। कोर्ट के निर्देश और बार-बार दी गई चेतावनियों के बावजूद जो लोग जमीन खाली नहीं कर रहे, उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। यह कार्रवाई सिर्फ जमीन खाली कराने तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि सख्त कानूनी प्रावधानों और आर्थिक दंड के जरिए भी अतिक्रमण पर रोक लगाने की कोशिश की जाएगी। ऐसे में लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे समय रहते खुद से जमीन खाली कर प्रशासन का सहयोग करें।