झारखंड में टीएनए परीक्षा के लिए निबंधन नहीं कराने वाले 4000 शिक्षकों को शोकॉज नोटिस जारी, तीन दिन में कारण बताने और रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया।
Jharkhand: झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद (जेईपीसी) ने 4000 शिक्षकों को शोकॉज नोटिस जारी किया है, जिनके द्वारा टीचर्स नीड असेसमेंट (TNA) परीक्षा के लिए निबंधन नहीं कराया गया। राज्य परियोजना निदेशक शशि रंजन ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों से कहा है कि इन शिक्षकों की समीक्षा जिला स्तर पर की जाए और तीन दिनों के अंदर निबंधन न कराने के कारणों की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
TNA परीक्षा: क्या है इसका उद्देश्य?
TNA परीक्षा झारखंड में पहली बार 24 से 28 अप्रैल 2025 के बीच आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में कुल 1,10,444 सरकारी शिक्षकों को भाग लेना था, लेकिन 1,06,093 शिक्षकों ने ही निबंधन कराया। इसका मतलब 96% शिक्षकों ने पंजीकरण किया, जबकि 4% शिक्षकों ने पंजीकरण में देरी की। टीएनए का उद्देश्य शिक्षकों की क्षमता को मापना और उनके पेशेवर विकास को सुनिश्चित करना है, जैसा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 में कहा गया है।
क्यों जरूरी है टीएनए परीक्षा?
टीएनए परीक्षा के माध्यम से शिक्षकों की विशेषज्ञता, शिक्षा शास्त्र की जानकारी और उनके पेशेवर मानक का मूल्यांकन किया जाएगा। इस परीक्षा में कुल 5 मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा:
- विषय विशेषज्ञता
- शिक्षा शास्त्र की जानकारी
- सामान्य शिक्षा शास्त्र
- निरंतर और व्यापक मूल्यांकन
- शिक्षक दृष्टिकोण और पेशेवर दक्षताएं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने 28 फरवरी 2025 को टीएनए की ऑनलाइन शुरुआत की थी। यह परीक्षा साल में दो बार (अप्रैल और अक्टूबर) आयोजित की जाएगी।
क्या है आगे का कदम?
सभी शिक्षकों को टीएनए परीक्षा के लिए पंजीकरण कराना जरूरी है। जिन शिक्षकों ने अभी तक पंजीकरण नहीं कराया है, उन्हें शीघ्र अपनी रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को भेजनी होगी। यह परीक्षा शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, ताकि वे अपनी पेशेवर दक्षताओं को और मजबूत बना सकें और बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकें।