Columbus

Almonds vs Walnuts: याददाश्त को तेज करने के लिए बादाम और अखरोट में किसे खाना है ज्यादा फायदेमंद? जानें इनसे जुडी पूरी डिटेल

🎧 Listen in Audio
0:00

दिमाग हमारे शरीर का सबसे अहम अंग है, जो सोचने, समझने और कार्यों को नियंत्रित करने की क्षमता प्रदान करता है। इसलिए, इसे सही पोषण देना बेहद जरूरी है। बादाम और अखरोट दोनों ही दिमाग के लिए लाभकारी माने जाते हैं, लेकिन अगर बात याददाश्त की हो, तो इनमें से कौन सा ड्राई फ्रूट ज्यादा प्रभावी है, यह जानना जरूरी है। बादाम में विटामिन E और मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स होते हैं, जो दिमाग की कार्यप्रणाली को तेज करते हैं और उम्र बढ़ने के साथ याददाश्त को बनाए रखते हैं। 

वहीं, अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड की उच्च मात्रा होती है, जो ब्रेन फंक्शन को बढ़ाता है और मानसिक स्पष्टता और फोकस में सुधार करता है। अगर आप याददाश्त को बेहतर बनाना चाहते हैं तो अखरोट इस संदर्भ में थोड़ा अधिक प्रभावी हो सकता है, लेकिन दोनों ड्राई फ्रूट्स का संयोजन दिमागी स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम होता हैं। 

बादाम खाने के क्या हैं फायदे?

बादाम को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यह विटामिन E, मैग्नीशियम, प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट्स से भरपूर होता है। बादाम में मौजूद विटामिन E एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे याददाश्त कमजोर हो सकती है। बादाम का नियमित सेवन मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाने और याददाश्त को तेज करने में मददगार साबित होता हैं।

इसके अलावा, बादाम में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और फोलेट मस्तिष्क के विकास और कार्यप्रणाली को सुधारने में मदद करते हैं। यह न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन को बढ़ावा देता है, जो मस्तिष्क की संचार प्रणाली को मजबूत करता है। बादाम का सेवन करने से अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों का खतरा भी कम होता हैं।

अखरोट खाने के क्या हैं फायदे?

अखरोट को मस्तिष्क के लिए सबसे फायदेमंद ड्राई फ्रूट्स में से एक माना जाता है। अखरोट का आकार मानव मस्तिष्क से मिलता-जुलता है, और यह मस्तिष्क के लिए बेहद लाभदायक होता है। अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन E, और पॉलीफेनोल्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो मस्तिष्क की सेहत के लिए बेहद जरूरी हैं।

ओमेगा-3 फैटी एसिड मस्तिष्क की कोशिकाओं के विकास और मरम्मत के लिए आवश्यक होता है। यह न्यूरोनल कम्युनिकेशन को बेहतर बनाता है और याददाश्त को तेज करने में मदद करता है। अखरोट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स मस्तिष्क की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं, जिससे उम्र बढ़ने के साथ होने वाली मस्तिष्क संबंधी समस्याओं का खतरा कम होता है। इसके अलावा, अखरोट मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाता है, जिससे मानसिक शांति और फोकस बढ़ता हैं।

बादाम और अखरोट में अंतर 

बादाम और अखरोट दोनों ही मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन उनकी पोषक तत्वों की संरचना और प्रभावों के आधार पर कुछ अंतर होते हैं। आइए, इनमें से किसे ज्यादा फायदेमंद माना जा सकता है, इसकी तुलना करते हैं।

* ओमेगा-3 फैटी एसिड: अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं के विकास और मरम्मत के लिए आवश्यक है। यह न्यूरोनल कम्युनिकेशन को बेहतर बनाता है और याददाश्त को तेज करता है। इसलिए, मस्तिष्क के लिए अखरोट को ज्यादा फायदेमंद माना जा सकता है।

* विटामिन E: बादाम में विटामिन E की मात्रा ज्यादा होती है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। यह मस्तिष्क की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने में मदद करता है, जिससे याददाश्त बनाए रखने और मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाने में सहायता मिलती है।

* एंटीऑक्सीडेंट्स: अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट्स की अधिक मात्रा पाई जाती है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स मस्तिष्क को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और उम्र बढ़ने के साथ मस्तिष्क संबंधी समस्याओं को रोकने में मदद करते हैं।

* कैलोरी और फैट: दोनों ही ड्राई फ्रूट्स में कैलोरी और फैट की मात्रा ज्यादा होती है, लेकिन अखरोट में हेल्दी फैट्स की अधिक मात्रा होती है, जो मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होते हैं।

बादाम और अखरोट में किसे खाना है ज्यादा बेहतर?

बादाम और अखरोट दोनों ही मस्तिष्क के लिए फायदेमंद हैं, और दोनों के पोषक तत्वों के विभिन्न फायदे हैं। जहां अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स के लिए बेहतर है, वहीं बादाम विटामिन E और हेल्दी फैट्स के कारण मस्तिष्क की कोशिकाओं की सुरक्षा में मदद करता है। इन दोनों को संतुलित मात्रा में सेवन करने से मस्तिष्क की कार्यक्षमता और याददाश्त को बढ़ाया जा सकता हैं।

जैसा आपने कहा, रोजाना 4-5 बादाम और 2-3 अखरोट का सेवन, विशेष रूप से इन्हें भिगोकर खाने से, पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है और यह मस्तिष्क को अधिक लाभ पहुंचाता है। इसलिए, इन दोनों का संयोजन मस्तिष्क की सेहत को बढ़ाने के लिए एक आदर्श तरीका हो सकता हैं।

Leave a comment