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गर्मियों में अलसी खाने के 5 नुकसान, जानिए कब और कैसे करें सेवन

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गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है और इसी के साथ बदलने लगी हैं हमारी दिनचर्या और खानपान की आदतें। जब बात सेहत की आती है, तो यह समझना बेहद जरूरी है कि हर खाद्य पदार्थ हर मौसम के लिए उपयुक्त नहीं होता। सर्दियों में फायदेमंद माने जाने वाले कुछ खाद्य पदार्थ गर्मियों में नुकसानदेह हो सकते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण है - अलसी।

अलसी, जिसे अंग्रेजी में Flaxseed कहा जाता है, एक सुपरफूड के रूप में लोकप्रिय है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, लिग्नान, प्रोटीन और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है। यह हृदय रोग, डायबिटीज और स्किन संबंधित परेशानियों में लाभकारी मानी जाती है। लेकिन गर्मियों के मौसम में अलसी का अधिक सेवन सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

आइए जानते हैं कि क्यों गर्मियों में अलसी खाने से पहले सतर्क रहना जरूरी है और इससे होने वाले संभावित नुकसान क्या हैं।

1. शरीर की गर्मी को और बढ़ा सकती है अलसी

अलसी की प्रकृति (तासीर) गर्म होती है। इसका मतलब यह है कि इसका सेवन शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है। जब गर्मियों में तापमान पहले से ही अधिक होता है, तो अलसी का सेवन शरीर में अतिरिक्त गर्मी पैदा कर सकता है। इससे आपको सिरदर्द, चक्कर आना, त्वचा पर रैशेज, घमौरी और कभी-कभी नाक से खून आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर उन लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए जिन्हें Pitta Dosha ज्यादा होता है।

2. पाचन तंत्र पर पड़ सकता है प्रतिकूल प्रभाव

अलसी में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है। सामान्य तौर पर यह कब्ज से राहत देने में सहायक होता है, लेकिन गर्मियों में शरीर पहले से ही डिहाइड्रेशन से जूझ रहा होता है। ऐसे में अत्यधिक फाइबर का सेवन पेट में भारीपन, अपच, गैस, और दस्त जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। कुछ लोगों को पेट में ऐंठन और सूजन की भी शिकायत हो सकती है।

3. डिहाइड्रेशन की आशंका

गर्मियों में पसीना ज्यादा आता है जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। अलसी की तासीर गर्म होने के कारण यह डिहाइड्रेशन की स्थिति को और भी बिगाड़ सकती है। यदि आपने अलसी का सेवन पानी की कम मात्रा के साथ किया तो यह उल्टा असर डाल सकता है। इसलिए यदि आप गर्मियों में अलसी खाते हैं तो इसके साथ अधिक मात्रा में पानी पीना अनिवार्य है।

4. एलर्जिक रिएक्शन का खतरा

कुछ लोगों को अलसी से एलर्जी हो सकती है, जो गर्मियों में अधिक गंभीर रूप ले सकती है। इस एलर्जी के लक्षणों में त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली, चेहरे या होंठों में सूजन, आंखों में पानी आना और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं शामिल हैं। जिन लोगों को पहले से ही किसी फूड एलर्जी की समस्या है, उन्हें अलसी का सेवन बहुत सोच-समझकर करना चाहिए। महिलाओं में यह पीरियड साइकल को प्रभावित कर सकती है।

5. खून पतला करने वाला असर

अलसी में पाए जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्लड थिनर का काम करता है। यह खून में थक्के बनने से रोकता है, जो सामान्य स्थिति में लाभकारी होता है, लेकिन यदि इसे अत्यधिक मात्रा में लिया जाए या किसी व्यक्ति को पहले से ही खून पतला करने वाली दवाएं दी जा रही हों, तो ब्लीडिंग का खतरा बहुत बढ़ सकता है। गर्मियों में चोट लगने पर या किसी छोटे ऑपरेशन में भी अधिक खून बह सकता है।

गर्मियों में अलसी का सेवन कैसे करें सुरक्षित?

  • सीमित मात्रा में लें: गर्मियों में अलसी की मात्रा सीमित रखें। दिन में 1 चम्मच (करीब 5 ग्राम) से अधिक न लें।
  • पानी के साथ लें: अलसी को हमेशा खूब सारा पानी पीकर लें ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।
  • पिसी हुई अलसी का उपयोग करें: साबुत बीज की तुलना में पिसी हुई अलसी जल्दी पचती है और बेहतर असर करती है। इसे दही या छाछ के साथ लिया जा सकता है।
  • सुबह या शाम लें: दिन के ठंडे समय जैसे सुबह जल्दी या शाम को अलसी का सेवन करें, जब बाहर का तापमान कम हो।
  • कुछ दिन रुक-रुककर खाएं: गर्मियों में लगातार सेवन करने की बजाय हफ्ते में 2-3 बार ही अलसी खाएं।

किन लोगों को गर्मियों में अलसी से दूर रहना चाहिए?

  • गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं: इन महिलाओं को गर्मियों में अलसी से एलर्जी या हार्मोनल असंतुलन का खतरा हो सकता है।
  • ब्लड थिनर ले रहे लोग: यदि आप किसी मेडिकल कंडीशन के तहत खून पतला करने की दवा ले रहे हैं, तो अलसी से परहेज करें।
  • डिहाइड्रेशन की समस्या वाले व्यक्ति: गर्मियों में यदि आप पहले से ही पानी की कमी महसूस कर रहे हैं तो अलसी न लें।
  • एलर्जी की प्रवृत्ति वाले लोग: जिन्हें अक्सर फूड एलर्जी होती है उन्हें अलसी का सेवन डॉक्टर से पूछकर करना चाहिए।

अलसी खाने के 10 जबरदस्त फायदे 

  1. दिल को रखे दुरुस्त (Heart Health): अलसी में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो दिल की धड़कन को सामान्य बनाए रखता है, ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है और कोलेस्ट्रॉल घटाता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
  2. पेट के लिए वरदान (Good for Digestion): इसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह का फाइबर पाया जाता है, जो कब्ज को दूर करता है, गैस को कम करता है और पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है।
  3. वजन घटाने में सहायक (Weight Loss Support): फाइबर की मात्रा ज्यादा होने से ये पेट को लंबे समय तक भरा महसूस कराता है, जिससे बार-बार खाने की आदत कम होती है। यह मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करता है।
  4. ब्लड शुगर कंट्रोल करे (Controls Blood Sugar): अलसी का सेवन टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी होता है, क्योंकि यह ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है।
  5. हॉर्मोन बैलेंस करे (Balances Hormones): अलसी में पाए जाने वाले लिग्नान्स एस्ट्रोजेन जैसे हार्मोन को संतुलित करते हैं, जिससे पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं, PCOD और मेनोपॉज के लक्षणों में राहत मिलती है।
  6. स्किन और बालों के लिए फायदेमंद (For Healthy Skin & Hair): इसके एंटीऑक्सीडेंट और फैटी एसिड्स स्किन को ग्लोइंग बनाते हैं और बालों को मजबूत व चमकदार करते हैं। यह झुर्रियों और डैंड्रफ को भी कम करता है।
  7. कैंसर से बचाव (Cancer Prevention): लिग्नान्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड की मौजूदगी ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और कोलन कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा कम कर सकती है।
  8. इम्युनिटी बूस्ट करता है (Boosts Immunity): अलसी में विटामिन B, मैग्नीशियम, सेलेनियम और जिंक जैसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
  9. दिमागी सेहत को सुधारे (Brain Health): ओमेगा-3 फैटी एसिड न्यूरोलॉजिकल हेल्थ के लिए ज़रूरी होता है। यह फोकस, मेमोरी और मूड सुधारने में मदद करता है।
  10. हड्डियों को बनाए मजबूत (Stronger Bones): अलसी में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस होते हैं जो हड्डियों की मजबूती में सहायक होते हैं।

कैसे खाएं अलसी? (How to Eat Flaxseed)

  • पिसी हुई अलसी को दही या छाछ में मिलाकर खाएं
  • ओट्स, स्मूदी, या दलिया में डालें
  • रोटी के आटे में मिलाकर सेकें
  • दिन में 1 से 2 चम्मच ही खाएं, अधिक नहीं

हालांकि अलसी एक पोषक तत्वों से भरपूर सुपरफूड है, लेकिन इसका सेवन मौसम और शरीर की जरूरत को ध्यान में रखकर करना चाहिए। गर्मियों में इसका गलत तरीके से सेवन आपको कई समस्याओं में डाल सकता है। इसलिए यदि आप इसे अपनी डाइट में शामिल करना चाहते हैं, तो ऊपर बताए गए सुझावों का पालन करें और आवश्यकता अनुसार किसी पोषण विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। सही मात्रा, सही समय और सही तरीका ही किसी भी सुपरफूड को सच में ‘सुपर’ बनाता है।

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