गर्मी के मौसम में जब तरबूज की रसदार स्लाइस ठंडक पहुंचाती है, तो अक्सर कुछ बीज भी अनजाने में पेट में चले जाते हैं। कई लोग इसे लेकर परेशान हो जाते हैं कि कहीं ये बीज शरीर के लिए नुकसानदायक तो नहीं? लेकिन सच्चाई जानकर आप हैरान रह जाएंगे, क्योंकि तरबूज के बीज सिर्फ सुरक्षित ही नहीं, बल्कि कई मामलों में सेहत के लिए वरदान साबित हो सकते हैं।
क्या होता है जब पेट में चले जाते हैं तरबूज के बीज?
तरबूज के बीज पचने योग्य होते हैं, खासकर जब उन्हें चबाकर खाया जाए। यदि बीज साबुत निगल लिए जाएं, तो वे पाचन तंत्र से सुरक्षित होकर निकल जाते हैं, लेकिन फिर भी इनसे कोई नुकसान नहीं होता। इसके उलट, यदि बीज चबाकर खाए जाएं, तो वे शरीर को कई जरूरी पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं।
सेहत को मिलते हैं ये फायदे
1. दिल को बनाएं मजबूत
तरबूज के बीजों में पाए जाने वाले हेल्दी फैट्स, मैग्नीशियम और ओमेगा फैटी एसिड्स दिल की धमनियों को लचीला रखते हैं और कोलेस्ट्रॉल बैलेंस करने में मदद करते हैं। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है।
2. पाचन तंत्र को करे सपोर्ट
बीजों में मौजूद डाइटरी फाइबर पाचन क्रिया को सक्रिय करता है। यह पेट साफ रखने में मदद करता है और कब्ज जैसी दिक्कतों से छुटकारा दिला सकता है।
3. चेहरे पर आएगा निखार
इन बीजों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन ई स्किन सेल्स को डैमेज से बचाते हैं। इससे झुर्रियां कम होती हैं और स्किन ग्लो करने लगती है।
4. डायबिटीज में मिल सकता है सहारा
मैग्नीशियम और प्रोटीन का अच्छा स्रोत होने के कारण ये बीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मददगार हो सकते हैं। डायबिटीज मरीज सीमित मात्रा में इसका सेवन कर सकते हैं।
5. बढ़ाए ऊर्जा का स्तर
तरबूज के बीजों में मौजूद आयरन, जिंक, और विटामिन बी शरीर को ऊर्जा देते हैं। ये न सिर्फ थकान कम करते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी व्यक्ति को सक्रिय बनाए रखते हैं।
6. इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक
जिंक जैसे खनिज तरबूज के बीजों में अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं और वायरल संक्रमण से बचाव करते हैं।
क्या कभी नुकसान भी हो सकता है?
यदि कोई व्यक्ति अत्यधिक मात्रा में बीज खा ले और उन्हें चबाकर न खाए, तो कभी-कभी पाचन तंत्र में हल्का बोझ महसूस हो सकता है। हालांकि यह बहुत दुर्लभ स्थिति है। सामान्य तौर पर, सीमित और चबाकर खाए गए बीज पूरी तरह सुरक्षित हैं।