प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली जल बोर्ड (DJB) में हुए एक कथित घोटाले की जांच के दौरान पाया है कि लगभग ₹2 करोड़ की रिश्वत राशि आम आदमी पार्टी (AAP) की चुनावी फंडिंग में इस्तेमाल की गई। यह जानकारी ईडी द्वारा दायर चार्जशीट में सामने आई है।
क्राइम न्यूज़: दिल्ली जल बोर्ड (DJB) में हुए एक बड़े घोटाले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। ईडी का आरोप है कि DJB के एक पूर्व मुख्य अभियंता ने 2 करोड़ रुपये की रिश्वत ली, जिसका एक हिस्सा आम आदमी पार्टी (AAP) की चुनावी फंडिंग में इस्तेमाल हुआ। यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़ा है, जिसमें कई अधिकारियों और ठेकेदारों की भूमिका की जांच की जा रही है।
ऑपइंडिया
घोटाले की शुरुआत: अनुचित तरीके से ठेका आवंटन
ईडी की जांच के अनुसार, DJB के तत्कालीन मुख्य अभियंता जगदीश कुमार अरोड़ा ने 2018 में NKG इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को 38 करोड़ रुपये का ठेका दिया, जबकि कंपनी तकनीकी योग्यता के मानदंडों को पूरा नहीं करती थी। इस ठेके में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फ्लो मीटर की आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और कमीशनिंग शामिल था। अरोड़ा ने यह ठेका फर्जी प्रदर्शन प्रमाणपत्रों के आधार पर दिया, जो NBCC इंडिया लिमिटेड के तत्कालीन महाप्रबंधक देवेंद्र कुमार मित्तल द्वारा जारी किए गए थे ।
रिश्वत की रकम और उसका उपयोग
ईडी की जांच में पाया गया कि DJB के तत्कालीन मुख्य अभियंता जगदीश कुमार अरोड़ा ने इस ठेके के बदले ₹3.19 करोड़ की रिश्वत प्राप्त की। इसमें से ₹1.18 करोड़ का उपयोग उन्होंने व्यक्तिगत खर्चों और संपत्ति खरीदने में किया, जबकि शेष ₹2.01 करोड़ की राशि अन्य DJB अधिकारियों और AAP की चुनावी फंडिंग में स्थानांतरित की गई।
चार्जशीट में नामित व्यक्ति
- ईडी की चार्जशीट में निम्नलिखित व्यक्तियों और संस्थाओं को आरोपी बनाया गया है:
- जगदीश कुमार अरोड़ा, पूर्व मुख्य अभियंता, DJB
- अनिल कुमार अग्रवाल, इंटीग्रल स्क्रू इंडस्ट्रीज के मालिक
- दविंदर कुमार मित्तल, पूर्व महाप्रबंधक, NBCC (इंडिया) लिमिटेड
- तजिंदर पाल सिंह, चार्टर्ड अकाउंटेंट
NKG इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड
इनमें से अरोड़ा और अग्रवाल को जनवरी 2024 में गिरफ्तार किया गया था और वे न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी ने इस मामले में दिल्ली, वाराणसी और चंडीगढ़ में छापेमारी की, जिसमें ₹1.97 करोड़ की नकदी, ₹4 लाख की विदेशी मुद्रा और कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए।
AAP ने ईडी की जांच को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है। पार्टी का कहना है कि यह जांच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और AAP की छवि को धूमिल करने के लिए की जा रही है।