डेरा सच्चा सौदा प्रमुख और दुष्कर्म व हत्या के मामलों में दोषी गुरमीत राम रहीम सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हरियाणा सरकार ने उन्हें 21 दिनों की फरलो पर रिहा कर दिया है।
Ram Rahim: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम एक बार फिर जेल से बाहर आ गया है। रेप केस में सजा काट रहे राम रहीम को इस बार 21 दिन की फरलो मिली है। रोहतक की सुनारिया जेल से रिहा होते ही गुरमीत सिंह उर्फ राम रहीम सीधे सिरसा के लिए रवाना हो गया। जानकारी के मुताबिक, सुबह करीब पौने सात बजे उसका काफिला जेल से निकला और पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उसे सिरसा लाया जा रहा है। गौरतलब है कि 29 अप्रैल को डेरा सच्चा सौदा का स्थापना दिवस है, ऐसे में राम रहीम की यह फरलो खास मायने रखती है।
हनीप्रीत ने की अगवानी
जेल से रिहाई के समय राम रहीम को लेने स्वयं उनकी करीबी हनीप्रीत इंसा पहुंचीं। राम रहीम को इस बार विशेष अनुमति के तहत सिरसा डेरा में रहने की इजाजत दी गई है, जो कि उनका आधिकारिक और प्रमुख ठिकाना है। गौरतलब है कि गुरमीत राम रहीम को पिछले चार वर्षों में यह 13वीं बार जेल से अस्थायी रूप से बाहर आने की अनुमति मिली है।
जनवरी 2025 में उन्हें 30 दिन की पैरोल दी गई थी, जो दिल्ली विधानसभा चुनावों के ठीक पहले आई थी। उससे पहले, अक्टूबर 2024 में भी हरियाणा चुनाव से कुछ ही दिन पहले उन्हें पैरोल मिली थी।
अदालत द्वारा दोष सिद्ध
राम रहीम को अगस्त 2017 में दो साध्वियों के साथ बलात्कार के मामले में दोषी करार दिया गया था और 20 साल की सजा सुनाई गई थी। 2019 में पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में भी उन्हें आजीवन कारावास की सजा मिली। 2017 में जब उन्हें दोषी ठहराया गया था, तब पंचकूला और सिरसा में भीषण हिंसा भड़की थी, जिसमें 41 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए थे।
डेरा की स्थापना और विरासत
डेरा सच्चा सौदा की स्थापना 29 अप्रैल 1948 को शाह मस्ताना महाराज ने की थी। उनके बाद सतनाम सिंह महाराज ने डेरा की बागडोर संभाली और 1990 में गुरमीत राम रहीम सिंह को तीसरा प्रमुख बनाया गया। डेरा का प्रभाव हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और यूपी सहित कई राज्यों में फैला हुआ है, और चुनावों के दौरान इसके प्रभाव को राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। यही वजह है कि राम रहीम की हर बार समयबद्ध रिहाई पर विपक्षी दल सवाल उठाते रहे हैं।