मुंबई हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा भारत में चल रहे ट्रायल को लेकर परेशान हैं। उसने वकील से पूछा कि क्या केस एक साल में खत्म हो जाएगा।
Tahavvur-Rana: मुंबई के 26/11 आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा भारत में चल रहे ट्रायल को लेकर परेशान हो गए हैं। राणा ने हाल ही में पटियाला हाउस कोर्ट में अपनी पेशी के दौरान अपने वकील से पूछा कि क्या यह मुकदमा one year में समाप्त हो जाएगा। यह सवाल उनके बढ़ते तनाव को दर्शाता है, क्योंकि वह इस लंबे trial से थक चुके हैं और इसकी अनिश्चितता से जूझ रहे हैं।
NIA के हाथ लगीं महत्वपूर्ण जानकारियां
सूत्रों के अनुसार, राणा ने अदालत से जेल में पवित्र कुरान की मांग की, जिसे कोर्ट ने मंजूरी देते हुए National Investigation Agency (NIA) को उसे उपलब्ध कराने का आदेश दिया। साथ ही, कोर्ट ने राणा को अपने वकील से मिलने की अनुमति भी दी है, ताकि वह कानूनी मदद ले सकें। इस बीच, NIA ने अदालत में राणा के खिलाफ नए खुलासे किए हैं।
एजेंसी का दावा है कि राणा और उसके सह-साजिशकर्ता डेविड कोलमेन हेडली के बीच कई phone calls का रिकॉर्ड है, जो मुंबई हमलों की साजिश को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकता है।
राणा के साजिश के बारे में NIA का बड़ा दावा
NIA का कहना है कि उनके पास सबूत हैं, जिनसे यह संकेत मिलता है कि राणा ने भारत के विभिन्न शहरों को निशाना बनाने के लिए 26/11 जैसा आतंकी हमला करने की conspiracy रची थी। यह खुलासा जांच प्रक्रिया में अहम भूमिका निभा सकता है।
राणा की सेहत पर भी जताई चिंता
राणा की सेहत को लेकर अदालत ने आदेश दिया है कि उसकी नियमित medical check-up की जाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह शारीरिक रूप से स्वस्थ है। इसके अलावा, कोर्ट ने NIA को आदेश दिया है कि वह राणा को हर दूसरे दिन अपने वकील से मिलने की अनुमति दे, ताकि उसकी कानूनी प्रक्रिया में कोई रुकावट न आए।
राणा पर आरोप
राणा पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिनमें आतंकवाद, षड्यंत्र, हत्या, और जालसाजी शामिल हैं। NIA की जांच में यह भी सामने आया है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन हरकत-उल-जिहादी इस्लामी (HuJI) ने इस हमले को अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।