भारत में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में IIT (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) और IIIT (भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान) दो प्रमुख नाम हैं। हालांकि, इन दोनों में कई महत्वपूर्ण अंतर हैं, जिन्हें लेकर छात्रों और अभिभावकों के बीच अक्सर भ्रम रहता है। अगर आप इन दोनों संस्थानों के बीच के अंतर को समझना चाहते हैं और यह जानना चाहते हैं कि किस संस्थान में बेहतर पढ़ाई और करियर संभावनाएं हैं, तो यह रिपोर्ट आपके लिए है।
IIT: भारत का सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान
भारत में जब भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई की बात होती है, तो सबसे पहले IITs का नाम सामने आता है। ये संस्थान उच्च गुणवत्ता वाली तकनीकी शिक्षा और शोध के लिए जाने जाते हैं।
IITs की स्थापना और विस्तार
भारत में पहला IIT 1950 में खड़गपुर में स्थापित किया गया था। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य राज्यों में भी IITs की स्थापना की गई। वर्तमान में, देशभर में कुल 23 IITs हैं, जो विभिन्न राज्यों में स्थित हैं और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दे रहे हैं।
IIT में एडमिशन प्रक्रिया
IIT में प्रवेश पाने के लिए छात्रों को JEE Advanced परीक्षा पास करनी होती है। यह परीक्षा JEE Mains के बाद होती है और केवल वे छात्र इसमें शामिल हो सकते हैं, जो JEE Mains में निर्धारित कटऑफ स्कोर प्राप्त करते हैं।
IITs में उपलब्ध प्रमुख कोर्स
IITs में विभिन्न स्तरों पर कई कोर्स कराए जाते हैं, जिनमें शामिल हैं—
* B.Tech (चार वर्षीय प्रोग्राम)
* M.Tech (दो वर्षीय प्रोग्राम)
* B.Tech-M.Tech ड्यूल डिग्री (पांच वर्षीय प्रोग्राम)
* B.Arch (पांच वर्षीय प्रोग्राम)
* M.Arch (दो वर्षीय प्रोग्राम)
* B.Sc (तीन वर्षीय प्रोग्राम)
* Ph.D (3-5 वर्ष का प्रोग्राम)
IITs की फीस और प्लेसमेंट
IITs की फीस अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों की तुलना में अधिक होती है। औसतन, IITs में प्रति वर्ष की फीस ₹1.5 लाख के आसपास होती है। हालांकि, यहां की उच्च स्तरीय शिक्षा और शानदार प्लेसमेंट को देखते हुए इसे एक बेहतरीन निवेश माना जाता है। IITs के छात्र प्रमुख मल्टीनेशनल कंपनियों में उच्च वेतन पैकेज पर नियुक्त होते हैं।
IIIT: सूचना प्रौद्योगिकी शिक्षा का प्रमुख केंद्र
IITs की तरह ही, IIITs भी तकनीकी शिक्षा प्रदान करने वाले प्रमुख संस्थान हैं, लेकिन इनका मुख्य फोकस कंप्यूटर साइंस और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) पर रहता है।
IIITs की स्थापना और विस्तार
भारत का पहला IIIT 1997 में ग्वालियर में स्थापित किया गया था। वर्तमान में, देश में कुल 25 IIITs हैं, जिनमें से 5 सरकारी संस्थान हैं, जबकि बाकी 20 संस्थान पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत संचालित होते हैं।
IIIT में एडमिशन प्रक्रिया
IIITs में दाखिले के लिए छात्रों को JEE Mains परीक्षा पास करनी होती है। यह परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाती है और JEE Mains के स्कोर के आधार पर IIITs में प्रवेश दिया जाता है।
IIITs में उपलब्ध प्रमुख कोर्स
IIIT मुख्य रूप से कंप्यूटर साइंस और IT से जुड़े कोर्स कराता है। यहां उपलब्ध प्रमुख कोर्स इस प्रकार हैं—
* B.Tech (कंप्यूटर साइंस, IT, इलेक्ट्रॉनिक्स में)
* M.Tech / ME
* M.Sc
* MBA / PGDM
* PG डिप्लोमा
* Ph.D
* B.Tech + MBA ड्यूल डिग्री प्रोग्राम
* B.Tech + M.Tech ड्यूल डिग्री प्रोग्राम
IIITs की फीस और प्लेसमेंट
IIITs की फीस IITs की तुलना में थोड़ी कम होती है। औसतन, IIITs में प्रति वर्ष की फीस ₹80,000 के आसपास होती है। हालांकि, IIITs में प्लेसमेंट IT सेक्टर में काफी अच्छे होते हैं, और यहां के छात्र प्रमुख सॉफ्टवेयर कंपनियों में अच्छी सैलरी पैकेज पर नौकरी पाते हैं।
IIT vs IIIT: कौन सा संस्थान है बेहतर?
अगर आप कंप्यूटर साइंस और IT सेक्टर में करियर बनाना चाहते हैं, तो IIIT आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।
अगर आप अन्य इंजीनियरिंग ब्रांच (मैकेनिकल, सिविल, इलेक्ट्रिकल, एयरोस्पेस, बायोटेक आदि) में रुचि रखते हैं, तो IIT सबसे अच्छा विकल्प है।
IITs की ब्रांड वैल्यू और प्लेसमेंट IIITs की तुलना में अधिक होती है, लेकिन IT सेक्टर में IIITs भी बेहतरीन संस्थान माने जाते हैं।