गर्मी का मौसम आते ही घरों और दफ्तरों में AC चलना आम हो गया है। जैसे-जैसे पारा चढ़ता है, वैसे-वैसे AC की डिमांड भी बढ़ जाती है। लेकिन अगर आपका AC पहले जैसी कूलिंग नहीं दे रहा है, तो इसके पीछे कई वजहें हो सकती हैं। कभी-कभी वजह होती है गंदे फिल्टर या समय पर सर्विस न कराना, तो कभी-कभी असली कारण होता है – AC की गैस का लीक हो जाना। अगर गैस लीक हो गई है तो ऐसे में आपको AC की गैस रिफिल करवानी पड़ती है।
लेकिन, क्या आपको पता है कि इस प्रोसेस में कितना खर्च आता है और कौन सी गैस AC में डाली जाती है? बहुत से लोग इस जानकारी के अभाव में जरूरत से ज्यादा पैसे खर्च कर बैठते हैं या किसी लोकल टेक्नीशियन के झांसे में आकर ठग लिए जाते हैं। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि AC की गैस रिफिल से जुड़ी सारी जरूरी बातें – ताकि आप स्मार्ट कस्टमर बनें और कोई आपको चूना न लगा सके।
AC में इस्तेमाल होने वाली गैस
1. R22 गैस: ये पुराने AC मॉडल्स में पाई जाती है। अब धीरे-धीरे इसका इस्तेमाल कम हो रहा है क्योंकि ये ओजोन परत को नुकसान पहुंचाती है।
2. R410A गैस: ये थोड़ा एडवांस वर्जन है लेकिन इसमें एनवायरनमेंटल इंपैक्ट अब भी रहता है।
3. R32 गैस: मौजूदा समय में ज्यादातर नए मॉडल्स में R32 गैस का इस्तेमाल हो रहा है। ये न केवल एनवायरनमेंट फ्रेंडली है, बल्कि एनर्जी एफिशिएंसी के मामले में भी बेहतर मानी जाती है।
AC की कूलिंग कम होने के पीछे की असली वजहें
• गंदे फिल्टर – अगर आपने काफी समय से AC की सफाई नहीं कराई है, तो डस्ट फिल्टर में जमी धूल एअरफ्लो को रोक सकती है।
• सर्विसिंग में देरी – हर सीजन में AC की सर्विसिंग जरूरी होती है। अगर समय पर सर्विस नहीं हुई, तो कूलिंग कमजोर हो सकती है।
• कंप्रेसर या मोटर की दिक्कत – टेक्निकल फॉल्ट जैसे कि कंप्रेसर की खराबी भी कूलिंग पर असर डाल सकती है।
• गैस लीक – अगर AC की गैस लीक हो जाए तो कूलिंग पूरी तरह से प्रभावित होती है। यही वजह है कि बहुत बार गैस रिफिल कराना जरूरी हो जाता है।
AC में गैस भरवाने पर कितना खर्च आता है
1.5 टन स्प्लिट AC में आमतौर पर 1.5 से 2 किलोग्राम गैस की जरूरत होती है। इस आधार पर आपको ₹2000 से ₹3000 तक का खर्च आ सकता है।
• R22 गैस: ₹400-₹600 प्रति 100 ग्राम
• R410A गैस: ₹500-₹700 प्रति 100 ग्राम
• R32 गैस: ₹600-₹800 प्रति 100 ग्राम
क्या टेक्नीशियन आपके खर्चे को बढ़ा सकते हैं
• लोकल टेक्नीशियन बिना जरूरत गैस भरने की सलाह दे देते हैं या गैस की सही कीमत से ज्यादा चार्ज कर लेते हैं। इसलिए इन बातों का ध्यान रखें:
• लीक डिटेक्शन जरूर कराएं: गैस भरवाने से पहले यह जांचें कि गैस कहां से लीक हुई थी और उस पॉइंट को ठीक किया गया या नहीं।
• बिल और गैस की डिटेल्स मांगें: टेक्नीशियन से डिटेल मांगें कि कौन सी गैस कितनी मात्रा में भरी गई है।
• रिपुटेड ब्रांड या सर्विस प्रोवाइडर से ही काम कराएं: लोकल टेक्नीशियन की बजाय कंपनी ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर से सर्विस कराना ज्यादा सुरक्षित होता है।
गैस रिफिल कब-कब करानी चाहिए?
AC की गैस वैसे तो सालों तक चलती है अगर उसमें कोई लीकेज न हो। अगर आपका AC ठीक से कूल कर रहा है, तो गैस रिफिल की जरूरत नहीं है। लेकिन अगर गैस लीक हो जाए तो इसे तुरंत ठीक कराना जरूरी है वरना कंप्रेसर पर असर पड़ सकता है और मरम्मत का खर्च और बढ़ सकता है। अगर आपका AC ठीक से कूलिंग नहीं दे रहा है तो पहले सर्विसिंग कराएं।
फिर भी समस्या बनी रहे तो किसी भरोसेमंद टेक्नीशियन से गैस की जांच करवाएं। जरूरी हो तभी गैस भरवाएं और यह जरूर जान लें कि किस टाइप की गैस डाली जा रही है और कितनी मात्रा में। ऐसा करने से न सिर्फ आप पैसे बचा पाएंगे बल्कि किसी के झांसे में भी नहीं आएंगे।