ज्योतिषीय दृष्टि से 27 जून 2025 का दिन धार्मिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण और पावन माना जा रहा है। शुक्रवार के दिन आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पड़ रही है और इस दिन उड़ीसा के पुरी में भगवान श्रीजगन्नाथ की भव्य रथयात्रा का शुभारंभ भी होगा। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार, आज का दिन पूजा-पाठ, यात्रा, नए कार्यों की शुरुआत और दान-पुण्य के लिए शुभ है।
साथ ही कुछ सावधानियां बरतनी भी जरूरी रहेंगी, खासकर राहुकाल के दौरान। आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग, शुभ मुहूर्त, सूर्य उदय-अस्त का समय, नक्षत्र, योग और अन्य ज्योतिषीय जानकारी:
कल का पंचांग (27 जून 2025, शुक्रवार)
- तिथि: आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया
- तिथि समाप्ति का समय: दोपहर 1 बजकर 20 मिनट तक
- इसके बाद शुरू होगी: तृतीया तिथि
- वार: शुक्रवार
- नक्षत्र: पुष्य नक्षत्र (पूर्ण दिन और रात, अगले दिन सुबह 6:36 बजे तक)
- योग: व्याघात योग (रात 9:10 बजे तक)
- करण: तैतिल
- मास: आषाढ़
- पक्ष: शुक्ल
- चंद्र राशि: कर्क
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय: सुबह 5:25 बजे
- सूर्यास्त: शाम 7:22 बजे
- आज दिन और रात की कुल अवधि करीब 13 घंटे 57 मिनट की रहेगी।
मुख्य पर्व और उत्सव
- जगन्नाथ रथयात्रा: आज के दिन उड़ीसा के पुरी में भगवान बलराम, श्रीजगन्नाथ और देवी सुभद्रा की भव्य रथयात्रा निकाली जाएगी। इस उत्सव में लाखों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं और भगवान के रथ को खींचना एक पुण्य का कार्य माना जाता है।
- व्रत और पूजन: शुक्रवार होने के कारण आज मां लक्ष्मी की पूजा करना विशेष फलदायी रहेगा। धन-धान्य, सुख-समृद्धि और गृह क्लेश से मुक्ति के लिए विशेष पूजा की जाती है। पुष्य नक्षत्र का योग इसे और भी अधिक फलदायी बनाता है।
शुभ मुहूर्त (Auspicious Timings)
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:56 से 12:51 बजे तक (इस समय कोई भी महत्वपूर्ण कार्य, व्यापार आरंभ, यात्रा शुभ मानी जाती है)
- चर मुहूर्त: सुबह 6:00 से 7:30 बजे, दोपहर 1:30 से 3:00 बजे
- लाभ मुहूर्त: शाम 4:30 से 6:00 बजे तक
राहुकाल (Rahu Kaal) – अशुभ समय
- दिल्ली: 2:08 PM से 3:53 PM तक
- मुंबई: 2:21 PM से 4:00 PM तक
- चंडीगढ़: 2:11 PM से 3:57 PM तक
- लखनऊ: 1:53 PM से 3:36 PM तक
- भोपाल: 2:04 PM से 3:46 PM तक
- कोलकाता: 1:21 PM से 3:02 PM तक
- अहमदाबाद: 2:24 PM से 4:05 PM तक
- चेन्नई: 1:48 PM से 3:25 PM तक
नक्षत्र विशेष: पुष्य नक्षत्र का महत्व
पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों में श्रेष्ठ माना गया है। इसे 'नक्षत्रराज' भी कहा जाता है। यह नक्षत्र यदि शुक्रवार को आए, तो उसे 'गुरुपुष्य योग' भी कहा जाता है, जो अत्यंत शुभ माना जाता है। हालांकि इस बार गुरुवार नहीं बल्कि शुक्रवार को पुष्य नक्षत्र है, फिर भी इसका प्रभाव व्यापार, धन संग्रह, संपत्ति क्रय, नए व्यापार की शुरुआत के लिए उत्तम रहेगा।
आज का ज्योतिषीय सुझाव
- धन लाभ के योग: आज के दिन निवेश या सौदेबाजी लाभदायक साबित हो सकती है, खासकर अगर वो पुष्य नक्षत्र में हो।
- स्वास्थ्य: चंद्रमा कर्क राशि में स्थित होने से मानसिक शांति व पारिवारिक तालमेल अच्छा रहेगा।
- दान-पुण्य: आज के दिन चावल, दूध, सफेद वस्त्र और मिश्री का दान विशेष लाभकारी रहेगा।
27 जून 2025 का दिन धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। जहां एक ओर रथयात्रा जैसा भव्य पर्व लोगों की आस्था का केंद्र बना है, वहीं दूसरी ओर पुष्य नक्षत्र और अभिजीत मुहूर्त जैसे शक्तिशाली संयोग इसे अत्यंत शुभ बनाते हैं। यदि आप किसी नए कार्य की शुरुआत करना चाहते हैं या किसी शुभ यात्रा पर निकलना चाहते हैं, तो आज का दिन इसके लिए बिल्कुल उपयुक्त है।