अखिलेश यादव ने अमेरिका द्वारा वीज़ा शुल्क बढ़ाने पर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा की विदेश नीति विफल रही है और प्रवासी भारतीयों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अमेरिका द्वारा एच-1बी वीज़ा शुल्क में बढ़ोतरी के बाद केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में भारत की विदेश नीति पूरी तरह से विफल रही है और प्रवासी भारतीयों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
अखिलेश यादव का आरोप
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार देश की पारंपरिक गुटनिरपेक्षता नीति का पालन करने में नाकाम रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पड़ोसी देशों के साथ स्थायी और संतुलित संबंध बनाने में भी असफल रही है। यादव ने कहा कि विदेशों में रह रहे भारतीय विभिन्न प्रकार के हिंसक हमलों और सामाजिक अपमान का शिकार हो रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा शासन में विदेश नीति में इमरजेंसी जैसी स्थिति बन गई है। देश की आर्थिक नीतियां और अंतरराष्ट्रीय रिश्तों की रणनीति दोनों ही असफल साबित हुई हैं। उनका कहना था कि यह विफलता सीधे तौर पर भारतीयों के रोजगार, शिक्षा और विदेशों में जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है।
एच-1बी वीज़ा शुल्क वृद्धि का असर
अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल ही में एच-1बी वीज़ा शुल्क बढ़ाने का आदेश दिया है। नई व्यवस्था के तहत यह शुल्क सालाना 1,00,000 अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा, जिससे हजारों भारतीय पेशेवरों पर इसका असर पड़ने की संभावना है। व्हाइट हाउस स्टाफ सेक्रेटरी विल शार्फ ने बताया कि वीजा शुल्क बढ़ाने का उद्देश्य उच्च कुशल श्रमिकों को ही अमेरिका में प्रवेश देना है, ताकि अमेरिकी कार्यबल के लिए रोजगार सुरक्षित रहे।
अखिलेश यादव ने कहा कि इस कदम से स्पष्ट है कि भाजपा सरकार विदेश नीति में प्रभावशाली भूमिका निभाने में असफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार समय रहते इस मुद्दे को लेकर अमेरिकी प्रशासन के साथ वार्ता नहीं कर सकी, जिससे भारतीयों के हित प्रभावित हुए।
अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर साधा निशाना
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि जनता के हाथों में किताबें नहीं बल्कि बंदूकें हों। यादव ने कहा कि भारतीयों को वीजा और रोजगार संबंधी राहत तभी मिलेगी जब नरेंद्र मोदी नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सत्ता से बाहर हो जाएगी।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा की आर्थिक नीतियां और विदेश नीति दोनों ही विफल साबित हुई हैं। प्रवासी भारतीयों के हितों की रक्षा करने में केंद्र सरकार पूरी तरह असफल रही है।