Pune

भदोही में फर्जी डॉक्टर का पर्दाफाश, अस्पताल चलाने पर FIR दर्ज

भदोही में फर्जी डॉक्टर का पर्दाफाश, अस्पताल चलाने पर FIR दर्ज

उत्तर प्रदेश के भदोही में फर्जी डिग्री पर अस्पताल चलाने वाले झोला छाप डॉक्टर का भंडाफोड़ हुआ है। जांच में मेडिकल डिग्री फर्जी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों के क्लिनिक को सील कर दिया और आरोपी पर एफआईआर दर्ज की गई।

भदोही: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में स्वास्थ्य विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी डिग्री वाले झोला छाप डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। मामला अभोली क्षेत्र के गोविंद प्रभा क्लिनिक और बेबी सेंटर का है, जहां बिना वैध डिग्री के बच्चों का इलाज किया जा रहा था। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच की, जिसमें सच्चाई सामने आई।

फर्जी डिग्री से चला रहा था बच्चों का क्लिनिक

भदोही के अभोली क्षेत्र में स्थित इस क्लिनिक का संचालन रमेश यादव नामक व्यक्ति कर रहा था। शिकायतों के बाद जब स्वास्थ्य विभाग ने जांच की, तो यह पाया गया कि रमेश यादव के पास कोई मान्यता प्राप्त मेडिकल डिग्री नहीं है। उसने जो प्रमाणपत्र पेश किया, वह फर्जी निकला।

डिप्टी सीएमओ आशीष दुबे के नेतृत्व में 25 अक्टूबर को की गई जांच में पता चला कि न केवल डॉक्टर की डिग्री फर्जी थी, बल्कि क्लिनिक का स्वास्थ्य विभाग में कोई पंजीकरण भी नहीं था। यह खुलासा होते ही स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया।

सीएमओ के आदेश पर क्लिनिक को किया गया सील

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संतोष कुमार चक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए क्लिनिक को सील करने के आदेश दिए। इसके साथ ही दुर्गंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक को पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के निर्देश भी दिए गए।

टीम ने मौके पर पहुंचकर क्लिनिक में मौजूद सभी रिकॉर्ड और उपकरण जब्त कर लिए। अधिकारियों के अनुसार, अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीजों की जानकारी भी एकत्र की जा रही है ताकि भविष्य में किसी प्रकार की स्वास्थ्य हानि का पता लगाया जा सके।

झोला छाप डॉक्टर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज

स्थानीय पुलिस ने रमेश यादव के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और छद्मवेश से संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। इसके साथ ही भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम के तहत बिना अनुमति इलाज करने का मामला भी दर्ज किया गया है।

थाना प्रभारी अजीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जांच में यह भी सामने आया है कि अस्पताल के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें दर्ज की गई थीं, लेकिन अब जाकर ठोस सबूतों के साथ मामला दर्ज हुआ है। प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी डॉक्टर से इलाज कराने से पहले उसकी योग्यता और प्रमाणपत्र अवश्य जांच लें।

Leave a comment