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CM फडणवीस का आदित्य ठाकरे पर तंज, बोले- ‘महाराष्ट्र का पप्पू बनने की कोशिश न करें'

CM फडणवीस का आदित्य ठाकरे पर तंज, बोले- ‘महाराष्ट्र का पप्पू बनने की कोशिश न करें'

सीएम देवेंद्र फडणवीस ने आदित्य ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें उनसे ‘पप्पूगिरी’ की उम्मीद नहीं थी। फडणवीस ने कहा कि आदित्य राहुल गांधी की नकल कर रहे हैं और महाराष्ट्र के “पप्पू” बनने की कोशिश कर रहे हैं।

मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता आदित्य ठाकरे के बीच बयानबाज़ी ने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। आदित्य ठाकरे द्वारा मतदाता सूची में गड़बड़ियों पर सवाल उठाने के बाद सीएम फडणवीस ने उन्हें ‘महाराष्ट्र का पप्पू’ कहकर तंज कसा, जिससे राज्य की राजनीति में नए सियासी समीकरणों पर चर्चाएँ तेज़ हो गई हैं।

आदित्य ठाकरे ने उठाया वोटर लिस्ट घोटाले का मुद्दा

आदित्य ठाकरे ने अपने वर्ली विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में कई विसंगतियों का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सूची में नाम, फोटो और पते में जानबूझकर गड़बड़ी की गई है। ठाकरे ने इसे “गलती नहीं बल्कि धोखाधड़ी” बताते हुए कहा कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ है।

उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे हर वार्ड की मतदाता सूची को ध्यानपूर्वक जांचें ताकि चुनावों में किसी तरह की हेराफेरी न हो सके। ठाकरे के इस कदम को आगामी बीएमसी चुनावों की तैयारी से जोड़कर देखा जा रहा है।

फडणवीस ने आदित्य पर कसा ‘पप्पूगिरी’ का तंज

सीएम देवेंद्र फडणवीस ने आदित्य ठाकरे के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि विपक्ष चुनावी हार को भांप चुका है, इसलिए भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, “मैं आदित्य को जानता हूँ, उनसे पप्पूगिरी की उम्मीद नहीं थी।”

फडणवीस ने आगे कहा कि आदित्य ठाकरे की प्रस्तुति राहुल गांधी की शैली की नकल थी, और यह दिखाता है कि विपक्ष अब मुद्दों की कमी से जूझ रहा है। उनके अनुसार, ऐसी हरकतें लोकतंत्र का मज़ाक उड़ाने के समान हैं।

चुनाव से पहले बढ़ी सियासी बयानबाज़ी

राज्य में जनवरी 2026 तक स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं, ऐसे में यह बयानबाज़ी सिर्फ शब्दों की लड़ाई नहीं बल्कि चुनावी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है। विपक्षी दल भाजपा सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश में हैं, वहीं सत्तारूढ़ पक्ष इसे विपक्ष की “हताशा” बता रहा है।

शिवसेना (यूबीटी) का दावा है कि मतदाता सूची में हेराफेरी कर विपक्षी मतदाताओं को नुकसान पहुँचाया जा रहा है, जबकि भाजपा का कहना है कि यह केवल राजनीतिक स्टंट है।

फडणवीस ने दी राहत पैकेज पर जानकारी

विवाद के बीच सीएम फडणवीस ने राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में किसानों के लिए घोषित 31,628 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की समीक्षा की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि अब तक 8,000 करोड़ रुपये सीधे 40 लाख किसानों के खातों में पहुँचाए जा चुके हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि अगले पखवाड़े में 11,000 करोड़ रुपये और जारी किए जाएँगे ताकि दिवाली से पहले किसानों को राहत मिल सके। सरकार का यह कदम विपक्ष के हमलों के बीच जनसंपर्क सुधारने की दिशा में देखा जा रहा है।

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