भीलवाड़ा में नई बाइक की खुशी मातम में बदल गई, जब रामनिवास और गोपाल बनास नदी की पुलिया पर तेज बहाव में बह गए। हादसे के बाद एसडीआरएफ और प्रशासन उनकी तलाश में जुटा है।
भीलवाड़ा: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में सोमवार शाम एक खुशियों भरे पल को मातम में बदलते देर नहीं लगी। रामनिवास रेगर (35) ने अपनी नई बाइक खरीदी और दोस्तों के साथ शोरूम से बाइक की डिलीवरी लेकर घर लौट रहे थे। रास्ते में बाइक की पूजा और दोस्तों संग जश्न के दौरान सबकुछ सामान्य दिखा, लेकिन बनास नदी की पुलिया पर तेज बहाव ने दोनों की जिंदगी छीन ली। हादसे के बाद से रामनिवास और गोपाल लाल दरोगा (31) का कोई सुराग नहीं मिला है।
हादसा कैसे हुआ
सोमवार को रामनिवास और उसके दोस्त गोपाल, तीसरे साथी कान्हा के साथ पारोली शोरूम पहुंचे। यहां उन्होंने नई बाइक की मुहूर्त पूजा करवाई और रास्ते में छोटी-छोटी मौज-मस्ती भी की। बाइक की चमक और दोस्तों के साथ बिताया पल बेहद यादगार था। इस दौरान वीडियो बनाकर दोस्त अपनी खुशियों को संजोते रहे।
हालांकि यह खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिक पाई। चैनपुरा-अमरपुरा के पास बनास नदी की पुलिया पर अचानक तेज बहाव आया। रामनिवास और गोपाल बाइक सहित बह गए। कान्हा पीछे था, वह बच गया, लेकिन दोनों दोस्तों को तेज धारा में फंसा देखकर वह चीख-पुकार करने लगा।
प्रशासन और SDRF की तलाश जारी
पारोली थाना प्रभारी प्रभाती लाल मीणा ने बताया कि हादसा पुलिया पर लगभग 5 किलोमीटर दूर हुआ। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और SDRF टीम ने रातभर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। हालांकि, बनास नदी की उफान ने सभी प्रयासों को चुनौती दी। प्रशासन ने आसपास के ग्रामीणों और मछुआरों की मदद से खोज जारी रखी है।
स्थानीय लोगों और परिवार की आंखों में आशंका और चिंता साफ झलक रही है। घर पर रामनिवास और गोपाल का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था, लेकिन फोन ने ही सबको डरावनी खबर की ओर मोड़ दिया।
बनास नदी में तेज बहाव से लगातार हादसे
चैनपुरा-अमरपुरा पुलिया पर यह हादसा पिछले 10 दिनों का दूसरा है। 11 सितंबर को भी इसी इलाके में तीन बाइक सवार तेज बहाव में बह गए थे। विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि बारिश के बाद नदियां शांत दिखाई देती हैं, लेकिन उनमें छिपी धाराएं जानलेवा हो सकती हैं।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से पुलिया मजबूत करने और सुरक्षा उपाय बढ़ाने की मांग की है। फिलहाल रामनिवास और गोपाल की खोज जारी है। प्रशासन और SDRF लगातार नदी के आसपास ड्रोन और नाव का इस्तेमाल कर दोनों युवकों की तलाश में जुटे हुए हैं। यह हादसा लोगों को नदी और पुलिया की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की सीख दे रहा है।