गया के शेरघाटी में एनडीए सम्मेलन में अश्विनी चौबे ने विपक्ष पर जमकर हमला किया। इसके साथ हीआपातकाल और घोटालों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने बिहार में एनडीए की वापसी की संभावना जताई।
Bihar Politics: गया के शेरघाटी में आयोजित एनडीए के विधानसभा स्तरीय सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कांग्रेस और लालू यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि बिहार की जनता अब धोखाधड़ी में नहीं आएगी। इस मौके पर एनडीए के कई नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद थे।
कांग्रेस पर संविधान से छेड़छाड़ का आरोप
अश्विनी चौबे ने कहा कि कांग्रेस ने उस संविधान से छेड़छाड़ की है, जिसे डॉ. राजेंद्र प्रसाद और भीमराव अंबेडकर ने बनाया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि हिंदुस्तान में किसी भी मां और बहनों का अपमान नहीं सहा जाएगा। चौबे ने कांग्रेस को चुनौती दी कि वह यह बताए कि जेपी आंदोलन सही था या गलत। अगर सही था, तो फिर 50 साल पहले लगाया गया आपातकाल क्यों? उनका कहना था कि जनता तय करेगी कि कांग्रेस का शासन अच्छा था या वर्तमान में मोदी सरकार और नीतीश सरकार का विकास मॉडल।
विपक्ष पर सीधे निशाना
पूर्व मंत्री ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि रेलवे की जमीन हड़पने वाले और चारा खाने वाले पप्पू के साथ मिलकर मुख्यमंत्री बनने का सपना जो देख रहे हैं, वह पूरा नहीं होगा। उन्होंने साफ कहा कि बिहार की जनता अब झांसे में नहीं आने वाली है। चौबे ने कहा कि जिन लोगों पर करोड़ों की जमीन का घपलेबाजी का आरोप है, उन्हें जनता चोर कहकर भी नहीं बख्शेगी। उनका साफ संदेश था – पहले जनता की जमीन लौटाओ, फिर मुख्यमंत्री बनने की बात करो।
आपातकाल पर विपक्ष को चुनौती
चौबे ने कांग्रेस पर 1975 के आपातकाल (Emergency) का सवाल उठाया और कहा कि कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या की थी। उन्होंने पूछा कि अगर जेपी आंदोलन सही था, तो आपातकाल क्यों लगाया गया। उनका मानना है कि विपक्ष जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन बिहार की जनता सब जानती है और सच्चाई को समझ रही है।
मोदी और नीतीश सरकार की उपलब्धियां
अश्विनी चौबे ने मोदी और नीतीश सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि उनकी सरकार सबका विकास और सबका विश्वास (Sabka Vikas Sabka Vishwas) के सिद्धांत पर काम कर रही है। उन्होंने भारत की आर्थिक प्रगति का उदाहरण देते हुए कहा कि जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी, भारत दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था था, आज यह तीसरी अर्थव्यवस्था में पहुंच गया है। उनका दावा था कि यह बदलता भारत है और एनडीए की सरकार बिहार में फिर वापसी करेगी।
शिक्षा और विकास पर जोर
सम्मेलन में बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने भी भाषण दिया। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने हर गांव तक बिजली पहुँचाई, सड़कें बनवाई और स्कूलों में नए भवन खड़े किए। स्कूलों में छात्राओं की संख्या लगातार बढ़ रही है और शिक्षा के स्तर में अप्रत्याशित सुधार हुआ है।
पूर्व मंत्री डॉ. विनोद प्रसाद यादव और पूर्व सांसद महाबली सिंह ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि एनडीए सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया, रोजगार के अवसर बढ़ाए और गरीबों के जीवन में सुधार लाने के लिए कई योजनाएं लागू की।
विपक्ष के आरोपों का खंडन
मंत्री संतोष कुमार सुमन ने कहा कि विपक्ष केवल डबल इंजन सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनता सच जानती है और बिहार के विकास को समझ रही है। एनडीए सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली, सड़क और शिक्षा के माध्यम से आम जनता का जीवन बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
सम्मेलन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित
सम्मेलन की अध्यक्षता प्रो. अरविंद कुमार ने की जबकि संचालन का जिम्मा जिला अध्यक्ष प्रेम प्रकाश उर्फ चिंटू सिंह ने निभाया। मौके पर हम के जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश उर्फ लाला सिंह, नगर अध्यक्ष (जदयू) राजकुमार प्रसाद उर्फ राजू वर्णवाल, और जिला प्रवक्ता विनय प्रसाद समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।