बरेली हिंसा में सिर तन से जुदा के नारे लगे। पुलिस के मुताबिक मौलाना तौकीर रजा ने भीड़ को उकसाया, जिसके बाद 81 उपद्रवी गिरफ्तार हुए। तीन आरोपियों का हाफ एनकाउंटर किया गया, हिंसा में धारदार हथियार और आग्नेयास्त्र का इस्तेमाल हुआ।
बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में हाल ही में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जांच के अनुसार, हिंसा की योजना का मुख्य कर्ता IMC के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा थे। तौकीर रजा ने भीड़ को उकसाया और कहा कि “आज शहर का माहौल बिगाड़ना है, चाहे इसके लिए पुलिस की हत्या करनी पड़े और मुसलमानों की ताकत दिखानी है।” हिंसा के दौरान पुलिस पर धारदार हथियारों, लाठी-डंडों और पथराव के साथ गोलीबारी भी की गई। अब तक 81 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
भीड़ के उकसावे से शुरू हुई हिंसक घटना
बरेली पुलिस की FIR के मुताबिक तौकीर रजा के करीबी नदीम और अन्य लोगों ने भीड़ को उकसाया। इसके बाद हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा होकर धार्मिक नारे लगाते हुए पुलिस पर टूट पड़े। भीड़ ने पुलिस पर धारदार हथियारों और लाठी-डंडों से हमला किया और मकानों की छतों से पथराव भी किया।
पुलिस ने बताया कि हिंसा में उपद्रवियों ने अवैध हथियारों का भी इस्तेमाल किया। भीड़ की यह हिंसा पूरी तरह संगठित थी, जिसमें पहले से योजना बनाई गई थी। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने तत्काल जवाबी कार्रवाई की, जिससे हिंसा फैलने से रोकी जा सकी।
बाहर से बुलाए गए उपद्रवीयो की गिरफ्तारी
पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि बरेली में हिंसा के लिए उपद्रवी बाहर से बुलाए गए थे। अब तक 81 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें पश्चिम बंगाल और बिहार के कई लोग शामिल हैं। तौकीर के करीबी नफीस और उसका बेटा फरमान भी गिरफ्तार किए गए हैं।
पुलिस सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस के माध्यम से और आरोपियों की पहचान कर रही है। अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और किसी भी नए उपद्रव को रोकने के लिए सतर्कता बढ़ा दी गई है। गिरफ्तारी अभियान लगातार जारी है।
जुमे की नमाज से पहले की गई थी साजिश
पुलिस ने बताया कि 26 सितंबर को जुमे की नमाज से पहले तौकीर रजा ने मस्जिदों में लोगों को 1 बजे नमाज अदा करने का निर्देश दिया। आमतौर पर नमाज 12 से 2 बजकर 20 मिनट के बीच होती थी। इस ऐलान के बाद अलग-अलग मस्जिदों में लगभग 10 हजार लोग जुट गए और नौमहला मस्जिद की ओर कूच किया।
भीड़ ने सरकार पर निशाना साधते हुए नारे लगाए और पुलिस की बैरिकेडिंग के बावजूद आगे बढ़ती रही। हिंसा उस समय शुरू हुई जब भीड़ ने पुलिस बल पर हमला किया। मौलाना तौकीर उस समय हाउस अरेस्ट में थे। रात 12 बजे उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
हिंसा के दौरान एनकाउंटर और गिरफ्तारी
बरेली हिंसा में अब तक तीन आरोपियों का हाफ एनकाउंटर किया गया है। इदरीस और इकबाल के पैर में गोली लगी, दोनों शाहजहांपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने पुलिस पर फायरिंग की और Anti riot gun छीनने का प्रयास किया। इसके अलावा तंजीम को भी एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि हिंसा के मामले में कुल 10 FIR दर्ज की गई हैं। लगभग 2,500 उपद्रवियों की पहचान हुई, जिनमें से 200 को नामजद किया गया। पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई और एनकाउंटर ने स्थिति को नियंत्रित करने में मदद की है। अधिकारियों का कहना है कि हिंसा के पीछे राजनीतिक और धार्मिक उकसावे की बड़ी भूमिका रही है।