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ChatGPT का नया फीचर: WhatsApp और Telegram पर पड़ सकता है असर

ChatGPT का नया फीचर: WhatsApp और Telegram पर पड़ सकता है असर

OpenAI अपने AI चैटबॉट ChatGPT में डायरेक्ट मैसेज और ग्रुप चैट फीचर जोड़ने की तैयारी कर रही है। इस बदलाव से ChatGPT सिर्फ AI असिस्टेंट नहीं रहेगा, बल्कि क्रिएटर्स, प्रोफेशनल्स और डेवलपर्स के लिए कॉलेब्रेटिव डिजिटल वर्कस्पेस बन जाएगा। WhatsApp और Telegram जैसी मैसेजिंग ऐप्स को भी यह फीचर टक्कर देगा।

ChatGPT New Feature: OpenAI अपने AI चैटबॉट ChatGPT में डायरेक्ट मैसेज और ग्रुप चैट फीचर जोड़ने जा रही है, जिससे यह सिर्फ सवाल-जवाब का टूल नहीं बल्कि एक सोशल और कॉलेब्रेटिव वर्कस्पेस बन जाएगा। बीटा वर्जन में “केलपिको रूम्स” नाम से देखा गया यह फीचर क्रिएटर्स और डेवलपर्स को ChatGPT के अंदर ही टीम वर्क और प्रोजेक्ट्स पर बातचीत करने की सुविधा देगा। कंपनी का उद्देश्य WhatsApp और Telegram जैसी प्लेटफॉर्म्स को चुनौती देना और AI चैटबॉट की फंक्शनलिटी बढ़ाना है।

ChatGPT में आ रहा डायरेक्ट मैसेज फीचर

OpenAI अपने AI चैटबॉट ChatGPT को एक नए फीचर से लैस करने की तैयारी कर रही है, जिससे यह सिर्फ AI असिस्टेंट नहीं बल्कि एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की तरह भी काम करेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस फीचर के आने के बाद यूजर्स ChatGPT में आपस में डायरेक्ट मैसेज (DM) कर सकेंगे और कॉलेब्रेटिव बातचीत कर पाएंगे।

कंपनी का उद्देश्य इस कदम के जरिए WhatsApp, Telegram और अन्य मैसेजिंग ऐप्स को टक्कर देना है। यह फीचर खासकर क्रिएटर्स, प्रोफेशनल्स और डेवलपर्स के लिए एक कॉलेब्रेटिव वर्कस्पेस के रूप में काम करेगा, जिससे वे ChatGPT के अंदर ही वीडियो प्रोजेक्ट्स और अन्य कामों पर सहयोग कर सकेंगे।

बीटा वर्जन में स्पॉट हुआ नया फीचर

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ChatGPT के बीटा वर्जन में यह फीचर केलपिको या केलपिको रूम्स के नाम से देखा गया है। यह फीचर आईफोन पर उपलब्ध सोरा ऐप के विभिन्न मैसेजिंग टूल्स जैसा है, जहां यूजर्स वीडियो प्रोजेक्ट्स और अन्य क्रिएटिव कामों के लिए एक-दूसरे से डायरेक्ट चैट कर सकते हैं।

अगर ChatGPT में यह फीचर स्थायी रूप से आता है, तो यह AI चैटबॉट सिर्फ सामान्य सवाल-जवाब का टूल नहीं रहेगा, बल्कि यूजर्स के लिए संपूर्ण डिजिटल वर्कस्पेस बन जाएगा। इससे AI और सोशल नेटवर्किंग का एक नया मिश्रण देखने को मिलेगा।

ग्रुप चैट और सुरक्षा पर सवाल

नए फीचर में केवल डायरेक्ट मैसेज ही नहीं बल्कि ग्रुप चैट बनाने का विकल्प भी शामिल हो सकता है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इन मैसेजों पर एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन होगा या नहीं। WhatsApp, Signal और Telegram जैसी ऐप्स में सुरक्षा की यह प्रमुख सुविधा यूजर्स के भरोसे के लिए जरूरी मानी जाती है।

इसके अलावा, OpenAI लगातार ChatGPT की फंक्शनलिटी बढ़ाने पर काम कर रही है। हाल ही में कंपनी ने ऐप्स SDK पेश किया, जिससे डेवलपर्स ChatGPT में ही कस्टम AI-पावर्ड ऐप्स बना सकते हैं। इसके अलावा, ऑटोनोमस एजेंट्स की शुरुआत भी इस प्लेटफॉर्म को और सक्षम बनाती है।

ChatGPT के बढ़ते फंक्शनलिटी ट्रेंड

OpenAI लगातार ChatGPT के उपयोग को सामाजिक और व्यावसायिक प्लेटफॉर्म की तरह विकसित कर रही है। डायरेक्ट मैसेज और ग्रुप चैट फीचर आने के बाद यह AI चैटबॉट और सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म का मिश्रण बन जाएगा।

विशेषज्ञ मानते हैं कि इस कदम से ChatGPT क्रिएटर्स, टीमों और डेवलपर्स के लिए कॉलेब्रेटिव टूल की भूमिका निभाएगा। भविष्य में ChatGPT के जरिए नए प्रोजेक्ट्स, वर्कस्पेस और टीम मैनेजमेंट की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।

ChatGPT सिर्फ एक AI असिस्टेंट से बदलकर सोशल और वर्कस्पेस प्लेटफॉर्म बनने जा रहा है। डायरेक्ट मैसेज और ग्रुप चैट फीचर WhatsApp, Telegram और अन्य मैसेजिंग ऐप्स को चुनौती दे सकता है। OpenAI के यह कदम क्रिएटिव कम्युनिटी, डेवलपर्स और प्रोफेशनल्स के लिए नए अवसर लाएंगे।

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