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Chess: एआईसीएफ ने शुरू की वजीफा योजना, 78 युवा खिलाड़ियों को मिलेगा सीधा लाभ

Chess: एआईसीएफ ने शुरू की वजीफा योजना, 78 युवा खिलाड़ियों को मिलेगा सीधा लाभ

अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (AICF) ने भारतीय शतरंज की दुनिया में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए "शीर्ष राष्ट्रीय खिलाड़ी वजीफा योजना (Top National Player Stipend Scheme - TNPS Scheme)" की शुरुआत की है। 

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय शतरंज को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (AICF) ने एक सराहनीय पहल की शुरुआत की है। AICF ने टॉप नेशनल प्लेयर स्कॉलरशिप स्कीम (TNPSS) के तहत एक वजीफा योजना लॉन्च की है, जिसका उद्देश्य देशभर के होनहार और उभरते युवा शतरंज खिलाड़ियों को आर्थिक मदद प्रदान कर उनकी प्रतिभा को निखारना है। इस योजना की शुरुआत AICF अध्यक्ष नितिन नारंग ने की है, जो इस पहल को भारतीय शतरंज के भविष्य में निवेश की तरह देख रहे हैं।

क्या है वजीफा योजना (TNPSS)?

AICF की इस योजना के तहत अंडर-7 से अंडर-19 आयु वर्ग के कुल 78 खिलाड़ियों (39 लड़के और 39 लड़कियां) को सीधे आर्थिक सहायता दी जाएगी। इन खिलाड़ियों के खाते में ₹60,000 से ₹1,50,000 तक की राशि तिमाही आधार पर भेजी जाएगी, ताकि वे अपनी कोचिंग, टूर्नामेंट, यात्रा और उपकरण की लागत को पूरा कर सकें। इस योजना की पहली तिमाही (अप्रैल से जून 2025) के लिए ₹42.30 लाख की राशि सीधे खिलाड़ियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जा रही है।

योजना के पीछे उद्देश्य

AICF अध्यक्ष नितिन नारंग ने योजना को लॉन्च करते हुए कहा: यह सिर्फ एक स्कीम नहीं है, बल्कि यह हमारा विश्वास है भारत के हर युवा शतरंज खिलाड़ी की प्रतिभा में। हम चाहते हैं कि कोई भी बच्चा सिर्फ पैसों की कमी की वजह से अपने सपनों को अधूरा न छोड़ दे। नारंग के अनुसार, यह पहली बार है जब शतरंज महासंघ इतनी पारदर्शी और प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता योजना लेकर आया है, जिससे खिलाड़ियों को मैदान में उतरने के लिए आत्मविश्वास और प्रोत्साहन मिलेगा।

योजना के मुख्य बिंदु

  • लाभार्थी वर्ग: अंडर-7 से अंडर-19 तक के राष्ट्रीय स्तर पर रैंक किए गए खिलाड़ी
  • कुल खिलाड़ी: 78 (39 लड़के + 39 लड़कियां)
  • वजीफा राशि: ₹60,000 से ₹1,50,000 (तिमाही)
  • पहली तिमाही की कुल राशि: ₹42.30 लाख
  • लाभ: सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर, जिससे पारदर्शिता बनी रहे

भारत में शतरंज तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। गुकेश, प्रज्ञानानंद, आर प्रग्गनानंदा, विदित गुजराती जैसे खिलाड़ियों की वजह से युवा वर्ग शतरंज की ओर आकर्षित हो रहा है। लेकिन छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में कई ऐसे प्रतिभाशाली बच्चे हैं जिनके पास संसाधनों की कमी है। ऐसे में AICF की यह योजना न सिर्फ आर्थिक मदद देती है, बल्कि एक मानसिक समर्थन भी बनती है कि देश उनके साथ खड़ा है।

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