कोल इंडिया का सितंबर तिमाही (Q2 FY26) का मुनाफा 32% गिरकर ₹4,263 करोड़ रहा, जबकि रेवेन्यू 3.2% घटकर ₹30,187 करोड़ पर पहुंचा। EBITDA और मार्जिन में भी गिरावट आई। कमजोर नतीजों के बाद शेयरों में 2% से अधिक की गिरावट दर्ज हुई। हालांकि, कंपनी ने ₹10.25 प्रति शेयर का दूसरा अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है।
Coal India Q2 Results: सरकारी कोयला खनन कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड ने सितंबर 2025 तिमाही (Q2 FY26) के कमजोर नतीजे पेश किए हैं। कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 32% घटकर ₹4,263 करोड़ रहा, जो अनुमानों से काफी कम है। रेवेन्यू 3.2% घटकर ₹30,187 करोड़ और EBITDA 22% घटकर ₹6,716 करोड़ रहा। EBITDA मार्जिन भी 22.2% तक गिर गया। कमजोर नतीजों से शेयरों में 2% से अधिक की गिरावट आई। हालांकि, कंपनी ने ₹10.25 प्रति शेयर का दूसरा अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है, जिसका रिकॉर्ड डेट 4 नवंबर तय किया गया है।
तिमाही में मुनाफा 32 प्रतिशत घटा
कोल इंडिया ने सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही में 4,263 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी ने 6,275 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। यानी कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 32.06 प्रतिशत घटा है। एनालिस्टों के अनुसार, यह गिरावट उम्मीद से ज्यादा रही। सीएनबीसी-टीवी18 ने इस तिमाही में कोल इंडिया का मुनाफा लगभग 5,544 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था।
कंपनी का कुल रेवेन्यू तिमाही के दौरान 3.2 प्रतिशत घटकर 30,187 करोड़ रुपये पर आ गया। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में रेवेन्यू 31,180 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि, यह आंकड़ा मार्केट अनुमान 29,587 करोड़ रुपये से थोड़ा बेहतर रहा। कंपनी के मुताबिक, बिजली संयंत्रों की ओर से मांग में थोड़ी सुस्ती और कोयले के औसत रियलाइजेशन में गिरावट की वजह से रेवेन्यू पर असर पड़ा।
EBITDA और मार्जिन में कमजोरी
तिमाही के दौरान कोल इंडिया का EBITDA 22 प्रतिशत घटकर 6,716 करोड़ रुपये पर आ गया। यह पिछले साल की समान अवधि में 8,618 करोड़ रुपये था। वहीं, EBITDA मार्जिन 580 बेसिस पॉइंट घटकर 22.2 प्रतिशत रह गया, जबकि मार्केट अनुमान 26.45 प्रतिशत का था। कंपनी के मुताबिक, इनपुट कॉस्ट में बढ़ोतरी और कोयले की औसत बिक्री कीमत में गिरावट से मार्जिन पर दबाव पड़ा है।
शेयर बाजार में गिरावट

कमजोर नतीजों का असर कोल इंडिया के शेयरों पर भी देखने को मिला। बुधवार को कंपनी के शेयर लगभग 2 प्रतिशत टूटकर 382.80 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे। ट्रेडिंग के दौरान यह अपने इंट्राडे हाई से करीब 4.3 प्रतिशत नीचे आ गया। निवेशकों में निराशा साफ दिखी, क्योंकि कंपनी का मुनाफा और मार्जिन दोनों ही उम्मीद से कम रहे।
डिविडेंड का ऐलान
कमजोर तिमाही नतीजों के बावजूद कोल इंडिया ने अपने शेयरधारकों के लिए दूसरा अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है। कंपनी के बोर्ड ने 10 रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 10.25 रुपये का अंतरिम लाभांश देने की मंजूरी दी है। कंपनी ने बताया कि इस डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट मंगलवार, 4 नवंबर 2025 तय की गई है। शेयरधारकों को डिविडेंड का भुगतान 28 नवंबर 2025 तक कर दिया जाएगा।
कोल इंडिया का कारोबार
कोल इंडिया लिमिटेड देश की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी है और यह पूरी तरह से सरकारी स्वामित्व में है। कंपनी बिजली, इस्पात, सीमेंट और अन्य भारी उद्योगों के लिए कोयला सप्लाई करती है। यह देश की करीब 80 प्रतिशत कोयला जरूरत अकेले पूरी करती है।
कंपनी के अधीन कुल आठ सहायक इकाइयां हैं जो देशभर में खनन और वितरण का काम करती हैं। इनमें साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स, नॉर्दर्न कोलफील्ड्स, ईस्टर्न कोलफील्ड्स, वेस्टर्न कोलफील्ड्स, सेंट्रल कोलफील्ड्स, भारत कोकिंग कोल, सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट और मझगांव कोलफील्ड्स शामिल हैं।













