दिल्ली के अली गांव में दिनदहाड़े बुजुर्ग रघुराज सिंह पर मोहित और उसके साथी ने लोहे की रॉड से हमला किया। पीड़ित को गंभीर चोटें आईं और उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने FIR दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। घटना की वजह पुरानी रंजिश बताई जा रही है।
Delhi News: दिल्ली के सरिता विहार थाना क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे रघुराज सिंह अपनी कार से ऑफिस जा रहे थे, तभी मोहित और उसके साथी ने उनकी कार रोककर शीशा तोड़ा और लोहे की रॉड से उन पर हमला कर दिया। रघुराज एमसीडी स्कूल में एमटीएस के पद पर कार्यरत हैं और गंभीर रूप से घायल होकर अपोलो अस्पताल में भर्ती हुए। पुलिस ने हमला, धमकी और समूह में अपराध समेत कई धाराओं के तहत FIR दर्ज की है और आरोपियों की तलाश में सक्रिय है।
हमले की पूरी घटना
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे रघुराज सिंह अपनी कार (DL3EV2731) से घर से ऑफिस जा रहे थे। जैसे ही वह मथुरा रोड के पास अली एक्सटेंशन पहुंचे, तभी मोहित नामक आरोपी अपने एक साथी के साथ बाइक पर आया और रघुराज की कार को रोककर शीशा तोड़ दिया।
इसके बाद आरोप है कि दोनों आरोपियों ने रघुराज को कार से बाहर खींचा और लोहे की रॉड से उनके पैरों पर वार किए। इस हमले में रघुराज गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल युवक एमसीडी स्कूल में एमटीएस के पद पर कार्यरत हैं। घायलों को परिजनों और मित्रों ने तुरंत अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है। चिकित्सकों ने बताया कि रघुराज की स्थिति फिलहाल स्थिर है।
हमले की वजह और रंजिश
पुलिस के अनुसार, आरोपी मोहित को शक था कि करीब एक महीने पहले दिल्ली विकास प्राधिकरण (डी.डी.ए.) द्वारा उसकी जमीन पर की गई तोड़फोड़ की शिकायत रघुराज ने की थी। इसी रंजिश में मोहित ने रघुराज पर हमला करने की योजना बनाई। पुलिस के मुताबिक यह घटना पूरी तरह से पूर्वनियोजित थी।
पुलिस की कार्रवाई और FIR
पुलिस ने मोहित उर्फ पोली और एक अन्य अज्ञात साथी के खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इनमें 118(2), 126(2), 351(2)(3) और 3(5) शामिल हैं। ये धाराएं मुख्य रूप से हमला, धमकी और समूह में अपराध जैसी गतिविधियों को कवर करती हैं। इसके अलावा, पुराने आईपीसी प्रावधानों की धारा 326 (गंभीर चोट पहुंचाना), 341 (अवैध रोक-टोक), 506 (धमकी देना) और 34 (एक से अधिक लोग मिलकर अपराध करना) भी FIR में शामिल की गई हैं।
पुलिस फिलहाल आरोपियों की तलाश और गिरफ्तारी के लिए सक्रिय छापेमारी कर रही है। इसके साथ ही दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाने की तैयारी की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो की मदद से अपराधियों की पहचान और लोकेशन का पता लगाया जा रहा है।











