पटना के गांधी मैदान में दशहरा 2025 पर 80 फीट रावण का रिमोट से दहन होगा। 49 स्थानों पर 103 अधिकारी तैनात, 128 सीसीटीवी और 10 वाच टावर से निगरानी। गेट नंबर 4-12 से आम जनता प्रवेश करेगी।
पटना: गांधी मैदान में रावण दहन 2025 की तैयारियाँ लगभग पूरी हो गई हैं। जिला प्रशासन ने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए हैं ताकि त्योहार शांति और सुचारू रूप से मनाया जा सके। इस बार 80 फीट ऊँचा रावण, 75 फीट मेघनाथ और 70 फीट कुंभकरण के पुतले जलाए जाएंगे। प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सीसीटीवी कैमरे, वाच टावर और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है।
रावण दहन स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था
जिला प्रशासन ने रावण दहन स्थल पर विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुल 49 स्थानों पर 103 पुलिस और दंडाधिकारी तैनात किए हैं। इन अधिकारियों की निगरानी के लिए 128 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और 10 वाच टावर बनाए गए हैं। वाच टावर पर पुलिस और सिविल डिफेंस कर्मी तैनात रहेंगे, जबकि मेन गेट पर एसडीआरएफ टीम सक्रिय रहेगी।
इसके अलावा, अस्थायी कंट्रोल रूम और अस्थायी थाना भी स्थापित किए गए हैं। किसी भी तरह की आपात स्थिति या सूचना के लिए जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर 0612-2219810/2219234 पर संपर्क किया जा सकता है। प्रशासन का लक्ष्य है कि भारी भीड़ के बावजूद कोई दुर्घटना न हो और लोग सुरक्षित रूप से कार्यक्रम का आनंद ले सकें।
गांधी मैदान में एंट्री और भीड़ प्रबंधन
जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम ने मौके पर जाकर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने पदाधिकारियों को एसओपी के अनुसार भीड़-प्रबंधन, यातायात और विधि-व्यवस्था के मानक लागू करने के निर्देश दिए। गांधी मैदान में आम जनता के प्रवेश के लिए गेट नंबर 4, 5, 6, 7, 8, 10 और 12 खोले जाएंगे। मीडिया कर्मियों की एंट्री गेट नंबर 13 से होगी।
पुलिस अधिकारियों ने यह भी सुनिश्चित किया कि भीड़ का प्रवाह नियंत्रित रहे और पार्किंग तथा निकासी के लिए पर्याप्त व्यवस्था हो। कार्यक्रम स्थल पर तैनात टीमों ने आपातकालीन मार्गों और सहायता केंद्रों को भी तैयार कर लिया है, ताकि किसी अप्रत्याशित स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों की तैयारी
गांधी मैदान में इस बार 80 फीट ऊँचे रावण के पुतले को जलाया जाएगा। मेघनाथ और कुंभकरण की ऊँचाई क्रमशः 75 और 70 फीट है। बारिश को ध्यान में रखते हुए पुतलों पर क्लियर वार्निश लगाया गया है, जिससे वर्षा होने पर पानी बह जाएगा और जलन में बाधा नहीं आएगी।
पुतलों को जलाने की प्रक्रिया रिमोट के माध्यम से नियंत्रित होगी। पुतलों की स्थिरता बनाए रखने के लिए अंदर लोहे की पाइप से बनी सीढ़ी लगी है। इस बार 15 कलाकारों की टीम ने पुतलों के निर्माण में मेहनत की है। रावण दहन का कुल बजट 35 लाख रुपये है, जिसमें लगभग 5 लाख रुपये के पटाखे शामिल हैं।
प्रशासन की आम जनता से अपील
जिला प्रशासन ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि वे निर्धारित मार्गों और गेटों का ही प्रयोग करें। भीड़ से बचने के लिए समय से पहले स्थान पर पहुंचना उचित रहेगा। अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा और प्रशासन हर प्रकार की अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार है।
इसके अलावा, आयोजन के दौरान आसपास के मार्गों पर साप्ताहिक बाजार बंद रहेंगे। प्रशासन का कहना है कि इन सुरक्षा उपायों और तैयारियों से रावण दहन कार्यक्रम शांतिपूर्ण और सुरक्षित रूप से संपन्न होगा, ताकि सभी लोग त्योहार का आनंद सुरक्षित रूप से ले सकें।